Mrs Chatterjee Vs Norway Trailer out with look of Rani Mukerji based on true story

Mrs Chatterjee Vs Norway Trailer: एक मां की ममता को बयान करती है रानी मुखर्जी की नई, सीन करते हुए सच में हुई भावुक 

Mrs Chatterjee Vs Norway Trailer out with look of Rani Mukerji based on true story

Mrs Chatterjee Vs Norway Trailer out with look of Rani Mukerji based on true story

Mrs Chatterjee Vs Norway Trailer: बॉलीवुड अदाकार रानी मुखर्जी ने अपनी अदाकारी से लोगो के दिल में बेहद खास जगह बनाई है। उनकी फिल्म पहली फिल्म " राजा की आएगी बारात" रही थी।  इसके बाद उन्होंने कई हिट फिल्मे जैसे कि कुछ कुछ होता है,बादल, चोरी चोरी, कभी ख़ुशी कभी गम और मर्दानी जैसे फिल्मो से अपनी पहचान ही पलट कर रखदी है। अब उनकी नई फिल्म "मिसेज चटर्जी बनाम नॉर्वे " का ट्रेलर गुरुवार को जारी किया गया, जिसने एक दशक पुराने मामले पर ध्यान केंद्रित किया है कि एक भारतीय जोड़े ने अपने दो बच्चों की कस्टडी वापस पाने के लिए नॉर्वे में लड़ाई लड़ी थी। इस फिल्म में रानी मुखर्जी की अहम भूमिका है। फिल्म के ट्रेलर को बेहद पसंद किया जा रहा है।  

इस कपल के जीवन की सच्ची कहानी है Rani Mukherji की फिल्म 
आपको बता दें कि 'मिसेज चटर्जी वर्सज नॉर्वे' (Mrs Chatterjee vs Norway) कोलकाता के एक कपल पर आधारित है जिनका नाम अनुरूप-सागरिका भट्टाचार्य (Anurup Sagarika Bhattacharya) है। सागरिका ने अनुरूप से 2007 में शादी की थी और 2008 में उनके घर एक बेटे का जन्म हुआ जिसका नाम उन्होंने 'अभिज्ञान' रखा। बतादें कि अभिज्ञान ऑटिज्म (autism) बीमारी का शिकार था और 2010 में सागरिका ने अपनी बेटी को जन्म दिया।  

घुमाने का बहाना करके ले गए थे बच्चे
'बीबीसी' के साथ बातचीत में अनुरूप भट्टाचार्य ने 2012 में बताया था कि वह 2006 से परिवार के साथ नॉर्वे में रह रहे थे। तभी एक दिन उनके पास नोटिस आया, जिसमें बताया गया कि वो अपने बच्चों का पालन-पोषण ढंग से नहीं कर रहे हैं। फिर कुछ दिन बाद चाइल्ड केयर संस्था कुछ लोग उनके घर गए और समझाने लगे कि बच्चों की परवरिश कैसे करनी है। अनुरूप के मुताबिक, वो लोग फिर उनके बच्चों को यह कहकर साथ ले गए कि घुमाने ले जा रहे हैं। लेकिन फिर वापस नहीं लाए। बाद में पता चला कि बच्चों को उन लोगों ने फोस्टर होम में दाखिल करवा दिया है।

sagarika anurup

भारत सरकार की मदद, दो साल बाद मिले बच्चे
चाइल्ड केयर संस्था के अधिकारियों ने सागरिका और अनुरूप पर अपने बच्चों के साथ मारपीट करने, उन्हें सही तरह से न रखने का आरोप भी लगाया था। सागरिका और अनुरूप के तो जैसे बुरे दिन शुरू हो गए थे। अपने बच्चों को वापस पाने के लिए उन्हें नॉर्वे के सिस्टम से लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी। इसके लिए उन्हें भारत की सरकार की भी मदद लेनी पड़ी। अपने ही बच्चों को वापस पाने में सागरिका और अनुरूप को दो साल लग गए। दो साल तक मां-बाप बच्चों के लिए किस कदर तड़पे थे, इसका अंदाजा भी लगा पाना मुश्किल है। अब यही कहानी और सागरिका के इसी दर्द को रानी मुखर्जी 'मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे' में लेकर आ रही हैं।

Mrs. Chatterjee Vs Norway True Story: Meet 'real-life' Devik

17 मार्च को रिलीज होगी फिल्म
'मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे' 17 मार्च को थिएटर्स में रिलीज होगी। फिल्म में नीना गुप्ता, जिम सार्भ और अनिर्बान भट्टाचार्य नजर आएंगे। 'मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे' को आशिमा छिब्बर ने डायरेक्ट किया है।