Kedarnath Dham Yatra 2024- बाबा केदारनाथ के कपाट खुले, चार धाम यात्रा शुरू; पहले ही दिन दर्शन के लिए लोगों की भारी भीड़

बाबा केदारनाथ के कपाट खुले, चार धाम यात्रा शुरू; पहले ही दिन दर्शन के लिए लोगों की भारी भीड़, नजारा यहां LIVE देखिए

Kedarnath Dham Yatra 2024 Kapat Opens Char Dham Yatra Puja Darshan

Kedarnath Dham Yatra 2024 Kapat Opens Char Dham Yatra Puja Darshan

Kedarnath Dham Yatra 2024: उत्तराखंड में आज 10 मई से चार धाम यात्रा-2024 की शुरुवात हो गई है। अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर शुभ मुहूर्त को देखते हुए सुबह सात बजे पूर्ण विधि-विधान और वैदिक मंत्रोचारण के साथ बाबा केदारनाथ के कपाट खुल गए हैं। सबसे पहले केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद गंगोत्री धाम और यमुनोत्री धाम के भी कपाट सभी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। जबकि बद्रीनाथ धाम के कपाट 12 मई को सुबह 6 बजे खोले जाएंगे। चारों धामों को भव्‍य रूप से सजाया गया है और क्विंटलों फूलों से शानदार सजावट की गई है। चारों धामों का नजारा बेहद अद्भुत और मनमोहक बना हुआ है। केदारनाथ धाम में हर-हर महादेव और जय बाबा केदार के जयकारे गूंज रहे हैं।

Kedarnath Dham Yatra 2024 Kapat Opens Char Dham Yatra Puja Darshan

 

कपाट खुलने के दौरान CM धामी मौजूद रहे

केदारनाथ के कपाट खुलने के दौरान स्थानीय पंडितों और पुरोहितों के अलावा उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी अपनी पत्नी के साथ बाबा के दर पर मौजूद रहे और कपाट खुलने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी के नाम से पहली पूजा की गई। वहीं इसके बाद सीएम धामी ने पूजा-अर्चना की। वहीं कपाट खुलने से पहले हजारों श्रद्धालु भी बाबा केदारनाथ की चौखट पर अपने डेरा डाल चुके थे। देश-विदेश के अलग-अलग कोनों से आए सभी श्रद्धालुओं को बड़ी व्याकुलता के साथ बस यही इंतजार था की कब केदारनाथ के कपाट खुलें और उन्हें जल्दी से दर्शन हों। बाबा केदार के दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं में बहुत ज्यादा उत्साह देखा जा रहा है। देशभर से श्रद्धालु केदार बाबा के दर्शन करने पहुंच रहे हैं। कई पहुंच चुके हैं तो कई बीच सफर में हैं और कई ऐसे भी हैं जो केदारनाथ यात्रा की योजना बना रहे हैं।

 

चार धाम यात्रा पर आने वाले लोगों से CM धामी की अपील

केदारनाथ धाम के कपाट खुलने और चार धाम यात्रा शुरू होने पर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भक्त और तीर्थयात्री हर साल इस यात्रा का इंतजार करते रहते हैं। आज वह पवित्र दिन आया और द्वार खुल गए। जिसके बाद यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। सारी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। मैं सभी को अपना अभिनंदन देता हूं और उन सभी का स्वागत करता हूं। सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि यात्रा के दौरान स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें, सिंगल यूज़ प्लास्टिक का प्रयोग करने से बचें। हमारी सरकार द्वारा चारधाम आने वाले बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।

केदारनाथ सहित चार धाम यात्रा के लिए कितने श्रद्धालु पंजीकृत

रिपोर्ट्स के मुताबिक, केदारनाथ धाम के कपाट खुलने और चार धाम यात्रा के शुरू होने के पहले दिन तक ही 18 लाख से ज़्यादा श्रद्धालु पंजीकृत हो चुके हैं। केदारनाथ धाम के लिए सबसे ज्यादा 7,83,101, यमुनोत्री धाम के लिए 3,56,134, गंगोत्री धाम के लिए 4,6,263 और बद्रीनाथ धाम के लिए 6,83,424 श्रद्धालु पंजीकृत हुए हैं। इसलिए व्यवस्थायेँ कम पड़ने की आशंका बनी रहेगी। मौसम विभाग की बारिश की चेतावनी के मद्देनज़र भी एहतियात बरतने होंगे।

भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ धाम

बतादें कि, भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में एक केदारनाथ धाम है। यहां भगवान भोलेनाथ 5वें ज्योतिर्लिंग के रूप में विराजमान हैं। ऐसी मान्यता है कि यहीं पर भगवान शिव ने पांडवों को बैल के रूप में दर्शन दिए थे। केदारनाथ मंदिर का निर्माण पांडव राजा जनमेजय ने करवाया था। वहीं 8वीं और 9वीं सदी में जगतगुरु आदि शंकराचार्य ने इस भव्य मंदिर का जिर्णोद्धार निर्माण कराया था।

केदारनाथ जल प्रलय याद है

आपको याद है कि किस तरह से साल 2013 में 16-17 जून की रात को बादल फटने की वजह से केदारनाथ में जल प्रलय हुई थी। इस जल प्रलय में नदियों में विहंगम उफान के साथ तमाम पहाड़ भी टूटे थे। जिन्होंने पानी के साथ बहकर भारी तबाही मचाई थी। केदारनाथ जल प्रलय में पानी और बड़े-बड़े पत्थरों की चपेट में आकर कई लोग मारे गए थे। यह जल प्रलय ऐसी थी कि मकान और वाहन कागज़ की तरह पानी में बहते नजर आ रहे थे। इस जल प्रलय के बाद केदारनाथ धाम को दोबारा बनाना पड़ा। वहां फिर से व्यवस्थाएं स्थापित करनी पड़ीं। आज भी जब केदारनाथ धाम की वो रात याद आती है तो लोग कांप जाते हैं।