Indigo Flight Crisis: CEO ने मांगी माफी, डीजीसीए ने उठाए अप्रत्याशित कदम
Indigo Flight Crisis
नई दिल्ली। Indigo Flight Crisis: इंडिगो की फ्लाइट्स में लगातार रद्दीकरण और यात्रियों में मची अफरा-तफरी के बीच, इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि 10 से 15 दिसंबर के बीच स्थिति पूरी तरह सामान्य होने की उम्मीद है, हालांकि रिकवरी में अभी समय लगेगा।
शुक्रवार का संकट और यात्रियों की परेशानी
शुक्रवार को एक हजार से अधिक फ्लाइट्स रद्द हो गईं, जिससे पिछले कुछ दिनों से परेशान हवाई यात्रियों की स्थिति और भी गंभीर हो गई। इस स्थिति के लिए इंडिगो को ही जिम्मेदार ठहराया जा रहा है या फिर नागरिक उड्डयन नियामक संस्था डीजीसीए को, इस पर बहस जारी है।
हेल्पलाइन और रियल-टाइम नियंत्रण
मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन ने इंडिगो फ्लाइट्स में हुई रुकावटों के मद्देनजर 24×7 कंट्रोल रूम बनाया है, जो स्थिति पर रियल-टाइम नजर रख रहा है। यात्रियों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं:
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011-24610843
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011-24693963
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096503-91859
समस्या के कारण
डीजीसीए द्वारा पिछले साल जारी दिशानिर्देशों का पालन न होना और एयरलाइन पर दबाव बढ़ने के बाद नियमों में ढील देना मुख्य कारण बने। इंडिगो की कई उड़ानों के अचानक रद्द होने के बाद डीजीसीए ने वीकली रेस्ट से जुड़े निर्देश तुरंत वापस ले लिए।
डीजीसीए का अप्रत्याशित कदम
डीजीसीए ने देश के सभी एयरलाइन पायलट्स और उनके संघों से सहयोग की अपील की ताकि उड़ानों को सुचारू रूप से संचालित किया जा सके और हवाई अड्डों पर अफरा-तफरी को खत्म किया जा सके।
उड़ानों के व्यवस्थित होने में समय
हालांकि डीजीसीए के फैसले से इंडिगो को थोड़ी राहत मिली है, लेकिन घरेलू उड़ानों के पूर्ण व्यवस्थित होने में अभी समय लगेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि पायलटों पर दबाव बढ़ने से यात्रियों की सुरक्षा पर असर पड़ सकता है।
इंडिगो और डीजीसीए की जिम्मेदारी
भारतीय एविएशन बाजार के 65% हिस्से वाली इंडिगो ने पर्याप्त क्रू और पायलटों की नियुक्ति नहीं की, जबकि डीजीसीए ने एयरलाइन की तैयारी का सही मूल्यांकन नहीं किया। इस कारण उड़ानों में विलंब और रद्दीकरण की घटनाएं लगातार बढ़ीं।
पायलट संघों से सहयोग की अपील
डीजीसीए ने पायलट संघों से कहा कि वे व्यस्त और मौसम-संवेदनशील अवधि के दौरान उड़ानों को सुचारू बनाए रखने, विलंब और रद्दीकरण को कम करने और यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करने में सहयोग करें। आने वाले समय में छुट्टियों और शादी के मौसम में यात्रियों की संख्या बढ़ने की संभावना है, जिससे चुनौतियां और बढ़ सकती हैं।