संस्कृति सभ्यता समझने बस्तर में दिगंबर जैनाचार्यों संघ का दौरा

Digambar Jain Acharyas' Association visits Bastar

Digambar Jain Acharyas' Association visits Bastar

( अर्थ प्रकाश / निधीश रेड्डी )

               जगदलपुर : : (छत्तीसगढ़) Digambar Jain Acharyas' Association visits Bastar: बस्तर के कोटमसर   कांगेरघाटी पहाड़ों में कड़ाके की ठंड के बीच आदिवासियों की संस्कृति, सभ्यता और स्वभाव को समझने के लिए दिगंबर जैनाचार्यों का संघ 20 किलोमीटर की पदयात्रा पर है। शनिवार को मुनि वृंद ने कांगेर वैली नेशनल पार्क की भूमिगत गुफा दंडक और रविवार को कोटमसर का भ्रमण कर अपने अनुयायियों को आत्मकल्याण का मार्ग दिखाया और आदिवासियों को मांस-मदिरा के सेवन से विरत किया। दूर रहने के फायदे बताए। बच्चों को बताया गया कि माता-पिता की सेवा करना, उनकी सेवा करना क्यों जरूरी है, अपनी विरासत का ध्यान रखना क्यों जरूरी है। जैनाचार्यों ने बच्चों से लेकर युवा और वृद्धों तक, महिलाओं और पुरुषों को उपहार भी दिए। आदिवासियों ने मुनि श्री संघ के सम्मान में अपने लोक नृत्य प्रस्तुत किए और आशीर्वाद प्राप्त किया। जगदलपुर जैन समाज के अध्यक्ष अनूप जैन अपनी टीम के साथ मुनिश्री की विहार चर्या में जुटे हैं। संघ का अगला पड़ाव दंतेवाड़ा जिले के धर्म नगर गीदम में होने जा रहा है।