अगर आम जनमानस की आवाज उठाना गुनाह है ,तो वह यह गुनाह वार वार करेगें ...सतपाल रायजादा

अगर आम जनमानस की आवाज उठाना गुनाह है ,तो वह यह गुनाह वार वार करेगें ...सतपाल रायजादा

अगर आम जनमानस की आवाज उठाना गुनाह है

अगर आम जनमानस की आवाज उठाना गुनाह है ,तो वह यह गुनाह वार वार करेगें ...सतपाल रायजादा

आरोप सरकार विपक्ष की आवाज को दवाना चाहती है 

कहा कि खाकी वर्दी कर रही सरकार की पूरी गुलामी

अग्रवाल 
ऊना 

ऊना सदर से काग्रेंस के युवा तुर्क विधायक सतपाल रायजादा ने कहा कि अगर आम जनमानस की आवाज को उठाना गुनाह है तो वह यह गुनाह वार वार करेगें ।
सरकार विपक्ष की आवाज को दवाना चाहती  है , पर सरकार यह सुन ले विपक्ष की आवाज कभी भी दवाई नहीं जा सकती है ।सदर विधानसभा के लोगो की वह आवाज वन कर सरकार के वहरे हो चुके कानों तक पहुँचाने का काम करते रहेगें ,वेशक उनका सर ही कलम कयों न कर दिया जाए । अपने तल्ख लहजे में मिडिया से वतियाते उनहोंने कहा कि जिला प्रशासन भाजपा के एजेंट वन के काम कर रहा है जो कि स्वस्थ लोकतंत्र के लिए बेहद ही हानिकारक है, कहां की एक महिला को न्याय पाने के लिए कोर्ट की शरण में जाना पड़ रहा है जोकि बड़े ही दुख का विषय है उन्होंने कहा कि यह महिला बार-बार पुलिस से न्याय की गुहार लगा लगाने के लिए पुलिस प्रशासन के दरवाजे खटखटाती रही , परंतु उसकी एक भी नहीं सुनी गई उल्टा उसको दबाव बताते रहें कि यह केस वापस ले लो नहीं तो आपके ऊपर केस कर दिया जाएगा ।उपरांत उसे माननीय न्यायालय की शरण में जाना पड़ा ।उन्होंने कहा कि सरकार को समझना चाहिए की जैसे भगवान की जब लाठी चलती है तो वह आवाज नहीं करती है ऐसी जब आम जनता की लाठी चलेगी तो वह भी आवाज नहीं करेगी ।उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह जन भावनाओं की कदर करते हुए लोकतंत्र की मर्यादा को ना  दबाएं ।कहां की उना के भाजपा के नेता सरेआम कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जमीन में गाड़ देने की धमकियां देते हैं जोकि स्वस्थ लोकतंत्र के लिए सही नहीं कहा जा सकता। कहां की सरकारें तो आती जाती नहीं रहती हैं परंतु सत्ता पक्ष के नेताओं को सत्ता के नशे में इतना नहीं चूर हो जाना चाहिए कि वह विरोध कर रहे कांग्रेश के कार्यकर्ताओं को किस लहजे में बोलना है वह भी भूल जाएं। उन्होंने कहा कि वह जनता के द्वारा चुने गए जनता के सेवक हैं और जनता के ऊपर हो रहे अन्याय को वह सहन नहीं करेंगे। इसके लिए चाहे कोई भी कीमत उन्हें चुकानी पड़े ।उन्होंने बोलते कहा कि वह राजनीति में कोई एस परस्ती  नहीं करने आए हैं बल्कि एक सेवक के रूप में उतरे हैं ।उन्होंने कहा कि उन्हें प्रत्येक सूचना मिल रही है कि ऊना के सरकारी कार्यालयों  में दवाव में क्या गोलमाल किया जा रहा है, जल्द ही वह पब्लिकली इसका खुलासा करेंगें ,सरकार व ऐसे अधिकारियों का कच्चा चिट्ठा आम जनता के समक्ष खोलेंगे।  उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार मात्र 4 माह की मेहमान है बे इस दौरान जितना भी जुलुम कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के ऊपर डाले सत्ता में आने पर सूद सहित वापस किया जाएगा। उन्होंने तल्ख लहजे में जिला प्रशासन और सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि लोकतंत्र की मर्यादाओं का सरेआम हनन किया जा रहा है ऐसी सरकार व प्रशासन को शर्म आनी चाहिए की आम जनता न्याय के लिए दर-दर भटक रही है ।