एसवीएसयू की छात्रा साधना को मिली जेनरेशन गूगल स्कॉलरशिप 2025
Generation Google Scholarship 2025
स्कॉलरशिप में मिले साधना को 2 लाख 18 हजार 514 रूपये
बेटी को स्कॉलरशिप मिलने से झूम उठे परिवार के लोग
पलवल। दयाराम वशिष्ठ: Generation Google Scholarship 2025: श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की बीटेक कंप्यूटर इंजीनियरिंग की छात्रा साधना को गूगल और इंस्टिट्यूट ऑफ इंटरनेशनल एजुकेशन (आईआईई) के संयुक्त तत्वावधान में जेनरेशन गूगल स्कॉलरशिप-2025 (एशिया पैसिफिक क्षेत्र) हासिल करने का गौरव प्राप्त हुआ है। पलवल जिले के गांव गौढोता की बेटी को मिले इस सम्मान से इलाके में खुशी की लहर है।
कम्प्यूटर इंजीनियर तृतीय वर्ष की छात्रा साधना को इस प्रतिष्ठित स्कॉलरशिप के अंतर्गत 2,18,514 रुपए मिले हैं। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार ने इस उपलब्धि के लिए साधना को बधाई दी। उन्होंने कहा कि साधना ने अपनी मेधा से ख़ुद को साबित किया। हमें मेधावी छात्रा साधना पर गर्व है। इस उपलब्धि के लिए कुलगुरु प्रोफ़ेसर दिनेश कुमार ने विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर ऊषा बत्रा को भी बधाई दी। प्रोफ़ेसर ऊषा बत्रा ने बताया कि साधना की असाधारण शैक्षणिक उत्कृष्टता, प्रदर्शित नेतृत्व क्षमता तथा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में गहन समर्पण और योगदान के लिए जेनरेशन गूगल स्कॉलरशिप-2025 प्रदान की गई है।

साधना ने इस उपलब्धि का श्रेय अपने शिक्षकों और अभिभावकों को दिया। उन्होंने कहा कि स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करने के लिए ग्रुप में कॉलेज से कॉरडिनेटर ऋतु राणा ने मैसेज डाला था। इसके आधार पर उसने स्कॉलरशिप के लिए आवेदन किया। जिसमें उसने अपने गांव व परिवार की पृष्टभूमि के बारे में जानकारी भी सांझा की गई। साथ ही प्रोजेक्ट भी बनाकर भेजे। जहां एशिया स्तर पर उसे इस स्कॉलरशिप के लिए चुना गया। जब गुगल स्कॉलरशिप के लिए चयन होने का पता चला तो साधना व उसके परिवार के लोगों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। पिता हरकेश छोटी मोटी नौकरी करके अपने परिवार का गुजर बसर कर रहे हैं। मां दयावती गृहणी हैं। साधना की दो बहनें और एक छोटा भाई है, जो सातवीं कक्षा में पढता है।
स्कॉलरशिप मिलने से गदगद साधना का कहना है कि वह स्कॉलरशिप मिलने से उसके परिजनों पर उसकी पढाई के खर्च को बोझ कुछ कम हुआ है। वह इन पैसों से और अच्छी शिक्षा ग्रहण कर अपने भविष्य को उज्जवल बनाएगी। तकनीक और कौशल के क्षेत्र में यह यात्रा अनवरत आगे बढ़ाने के लिए मैं दृढ़संकल्प हूं। साधना ने कहा उसने जीवन में और बड़े लक्ष्य निर्धारित किए हैं। साथ ही उन्होंने अन्य विद्यार्थियों को भी आगे बढ़ाने की बात कही। सभी शिक्षकों और विद्यार्थियों ने भी साधना को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी।