Governor refused to talk to Mayor Kuldeep Kumar

राज्यपाल ने मेयर कुलदीप कुमार से बात करने से किया इनकार, 20 हजार लीटर मुफ्त पानी और पानी की दरों में 5 फीसदी बढ़ोतरी पर राज्यपाल से करनी थी चर्चा: मेयर कुलदीप कुमार

Governor refused to talk to Mayor Kuldeep Kumar

Governor refused to talk to Mayor Kuldeep Kumar

Governor refused to talk to Mayor Kuldeep Kumar- चंडीगढ़I पिछले महीने चंडीगढ़ नगर निगम में मेयर कुलदीप कुमार और पार्षदों ने शहरवासियों को 20,000 लीटर मुफ्त पानी उपलब्ध कराने का एजेंडा पारित किया था। जिसको लेकर पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक श्री बनवारी लाल परोहित ने इस संबंध में फाइल उनके पास पहुंचने से पहले ही इस एजेंडे को खारिज कर दिया और शहरवासियों को मुफ्त पानी देने से इनकार कर दिया था। इसी सिलसिले में आज मेयर कुलदीप कुमार श्री बनवारी लाल परोहित से मिलने का समय लेकर गवर्नर हाउस पहुंचे, जहां श्री बनवारी लाल परोहित ने इस मुद्दे पर कोई भी चर्चा करने से इनकार कर दिया और उन्हें बिना मिले ही वहां से आना पड़ा।

इस मौके पर मेयर कुलदीप कुमार ने कहा कि मेयर बनने के पहले दिन से ही वह शहरवासियों के कल्याण के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं, मेरा और मेरे सभी साथी पार्षदों का एक ही मुद्दा है कि चंडीगढ़ के लोगों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराई जाएं, चाहे वह चंडीगढ़ के लोगों को 20,000 लीटर मुफ्त पानी देने का मुद्दा हो या चंडीगढ़ में मुफ्त पार्किंग देने का मुद्दा हो।

उन्होंने कहा कि हम पहले भी कई बार 20 हजार लीटर मुफ्त पानी देने का मुद्दा उठा चुके हैं, लेकिन पिछली बार शायद कुछ लोगों ने गलत तथ्यों के आधार पर राज्यपाल को गुमराह करने की कोशिश की थी। मैंने कल श्री बनवारी लाल परोहित से समय मांगा, ताकि हम उन्हें अपने इरादों और जनसरोकार के इस महत्वपूर्ण मुद्दे के बारे में और अधिक स्पष्ट कर सकें। लेकिन राज्यपाल ने यह कहते हुए मिलने से इनकार कर दिया कि वह इस मुद्दे पर उनसे बात नहीं करना चाहते।

मेयर कुलदीप कुमार ने आगे कहा कि मैं जनता का चुना हुआ प्रतिनिधि हूं और जनता से जुड़े मुद्दों को लगातार राज्यपाल के समक्ष लाना मेरा कर्तव्य है, जो मैं करता रहूंगा। उन्होंने कहा कि मैं एक बार फिर कोशिश करूंगा कि राज्यपाल उन लोगों से बात करें जो जनता से जुड़े हैं, पार्षद जनता की आवाज हैं। इसलिए जनता की आवाज राज्यपाल तक पहुंचाना मेरा कर्तव्य है।

उन्होंने कहा कि मैं गवर्नर हाउस जनता से जुड़े इस अहम मुद्दे को लेकर राज्यपाल से मिलने गया था, ताकि उन्हें इस अहम मुद्दे के बारे में बता सकूं। लेकिन राज्यपाल ने मुझसे मिलने से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि मैंने कल अपॉइंटमेंट लिया था, मुझे समय भी दिया गया था, लेकिन जब उन्हें पता चला कि मैं 20,000 लीटर मुफ्त पानी जैसे सार्वजनिक मुद्दे पर बात करना चाहता हूं, तो उनके ओएसडी ने मेरी अपॉइंटमेंट रद्द कर दी। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि कोई भी राज्यपाल जनता से जुड़े मुद्दों को सुनने से इनकार कर सकता है।

उन्होंने आगे कहा कि आज मैं राज्यपाल से पुनः अनुरोध करता हूं कि राज्यपाल महोदय, मैं जनता का चुना हुआ प्रतिनिधि आपसे मिलने का समय चाहता हूं, जिसमें जनता से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करना चाहता हूं इस मुद्दे में लोगों को 20,000 लीटर मुफ्त पानी देना शामिल है। मैं चाहता हूं कि आप मुझे मौका दें ताकि मैं आपके सामने जनता की बात रख सकूं।

इस अवसर पर पंजाब जल आपूर्ति एवं सीवरेज बोर्ड के चेयरमैन एवं सह-प्रभारी आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ डाॅ. एसएस आहलूवालिया ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्यपाल ने इस तरह मेयर कुलदीप कुमार से मिलने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि मेयर कुलदीप कुमार अपने निजी काम से राज्यपाल से मिलने नहीं गये थे, वह शहरवासियों को सुविधाएं दिलाने के लिए उनसे मिलने गये थे। उन्होंने कहा कि राज्यपाल इस तरह से शहरवासियों को सुविधाएं देने से वंचित नहीं रख सकते। उन्होंने कहा कि राज्यपाल द्वारा को मेयर कुलदीप कुमार से मिलने का समय दिया जाना चाहिए।