हरियाली का उपहार: बघौला में दादा के नाम पर लगेगा एक पेड मां का पौधा

Gift of Greenery
किसान तेजराम की श्रृदांजलि सभा में फौव इनोवेशन फाउंडेशन व अनादि संस्था ने की अनौखी पहल
गांव में लगाए जाएंगे 1 हजार 101 पौधे
देवीसहाय परिवार की पहल पर लहलाएगी हरियाली
पलवल। दयाराम वशिष्ठ: Gift of Greenery: गांव बघौला में शुक्रवार को किसान तेजराम की श्रद्धांजलि सभा में देवीसहाय परिवार ने एक नई मिशाल कायम की है। सभा में पर्यावरण प्रेमी फौव इनोवेशन फांउडेशन व अनादि संस्था ने देवीसहाय परिवार के साथ मिलकर गांव में एक हजार 101 पौधे लगाने का निर्णय लिया है। अगले 10 दिन में पौधे लगाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। इससे आने वाले दिनों में बघौला गांव में हरियाली लहलहाती नजर आएगी।
देवीसहाय परिवार में जन्मे तेजराम ने अपना जीवन पूरी सादगी के साथ खेती में अन्न उत्पादन कर किसान परिवार को आगे बढाने में गुजारा। शुक्रवार को पंडित रूपचंद वाटिका में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसमें इलाके की सरदारी के अलावा गणमान्य लोगों ने शिरकत की। सभा के दौरान फौव इनोवेशन फाउंडेशन के अध्यक्ष आकाश वशिष्ठ व अनादि संस्था के पदाधिकारी यमुनादंत्त शर्मा उर्फ मनोज ने श्रद्धांजलि सभा में अपने दादा तेजराम को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए गांव में उनकी याद में 1 हजार 101 पौधे लगाने का निर्णय लिया। इस कार्य में देवी सहाय परिवार से भगतराम, हरीराम, बाबूराम, खैमचंद, दलीप के अलावा चतरी, युवा कृष्ण कुमार व साहिल वशिष्ठ ने फौव इनोवेशन फाउंडेशन व अनादि संस्था का पर्यावरण की दिशा में की गई इस अनूठी पहल का स्वागत करते हुए पौधारोपण में भरपूर सहयोग करने का समर्थन किया।
सभा में मौजूद गणमान्य लोगों का कहना है कि इनकी याद में यह एक नया उत्सव मनाने की तैयारी है, जहां दादा के नाम पर हरियाली का एक अनोखा उपहार दिया जाएगा। जिससे न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कदम बढ़ेगा, बल्कि दादा की यादों को भी ताजा किया जाएगा। यह आयोजन न केवल एक संयमित कदम है, बल्कि यह गांव के लोगों में सामूहिकता और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी का भी प्रतीक बनेगा।
यमुनादत्त शर्मा ने बताया, "हम अपने दादा की याद को संजोने और उन्हें सम्मानित करने के लिए यह पहल कर रहे हैं। यह एक ऐसा मौका है जहां हम सिर्फ एक पौधा नहीं, बल्कि अपने बच्चों और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक हरा-भरा भविष्य भी सृजित कर रहे हैं।" यह आयोजन न केवल स्थानीय लोगों को जोड़ने का माध्यम बनेगा, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का भी एक सशक्त उपाय है।
इस पहल के माध्यम से, स्थानीय लोग यह भी जान पाएंगे कि पेड़ न केवल वायुमंडल को शुद्ध करते हैं, बल्कि हमारे जीवन के लिए आवश्यक संसाधनों का संरक्षण भी करते हैं। स्थायी विकास के दृष्टिकोण से, पेड़ लगाने का ये कार्यक्रम गांव के लिए अत्यंत लाभदायक होगा।