Sports Infrastructure: खेलों के लिए बेहतरीन खेल इंफ्रास्ट्रक्चर किया तैयार

Sports Infrastructure: खेलों के लिए बेहतरीन खेल इंफ्रास्ट्रक्चर किया तैयार

Sports Infrastructure

Sports Infrastructure: खेलों के लिए बेहतरीन खेल इंफ्रास्ट्रक्चर किया तैयार

Sports Infrastructure: मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में खेल संस्कृति को विकसित करने के लिए ग्राम स्तर से लेकर राज्य स्तर तक खेलों के लिए बेहतरीन खेल इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया है। बीते पौने 8 वर्षों में प्रदेश में खेल इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर हमने लगभग 526 करोड़ रुपये की राशि खर्च की है। बच्चों में खेल संस्कृति विकसित(sports culture developed) करने के उद्देश्य से प्रदेश में 1100 खेल नर्सरियां खोली जा रही हैं। इससे राज्य के लगभग 25000 नवोदित खिलाड़ी लाभान्वित(budding players benefit) होंगे। इन नर्सरियों में प्रशिक्षण लेने वाले 8 से 14 वर्ष तक के खिलाड़ियों को 1500 रुपये प्रतिमाह तथा 15 से 19 वर्ष तक के खिलाड़ियों को 2000 रुपये प्रतिमाह छात्रवृत्ति दी जाएगी। राज्य सरकार खिलाड़ियों को बचपन से ही तराशने की नीति पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सोनीपत के राई में खेल यूनिवर्सिटी(sports university) को विकसित करने का कार्य जारी है।
 
पदक विजेता खिलाड़ियों को सर्वाधिक नकद पुरस्कार राशि
 
उल्लेखनीय है कि हरियाणा देश का पहला राज्य है, जो पदक विजेता खिलाड़ियों को सर्वाधिक नकद पुरस्कार राशि(cash prize money) देता है। प्रदेश में पदक विजेता खिलाड़ियों को नकद पुरस्कार व अन्य सुविधाएं प्रदान करने हेतु 'हरियाणा स्टेट डेवलपमैंट फंड' का गठन किया गया है। खिलाड़ियों को 335 करोड़ रुपये से अधिक के नकद पुरस्कार दिए गए हैं। ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक विजेता को 6 करोड़ रुपये, रजत पदक विजेता को 4 करोड़ रुपये और कांस्य पदक विजेता(bronze medalist को 2.5 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार का प्रावधान किया है। हरियाणा देश का पहला राज्य है, जिसने ओलम्पिक व पैरालम्पिक खेलों के लिए क्वालीफाई करते ही खिलाड़ी को तैयारी के लिए 5 लाख रुपये की एडवांस राशि देने की व्यवस्था की है। पैरालम्पिक में पदक जीतने वाले तथा ओलम्पिक, एशियन, कॉमनवैल्थ और राष्ट्रीय खेल प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेने वाले पैरा खिलाड़ियों को भी सामान्य खिलाड़ियों के समान नकद पुरस्कार देने का प्रावधान किया गया है। विश्व की 10 सबसे ऊंची पर्वत चोटियों की चढ़ाई करने वाले प्रदेश के पर्वतारोहियों के लिए भी नई नीति लागू की गई है। अब पर्वतारोहियों को 5 लाख रुपये का नकद पुरस्कार और खेल श्रेणी का ग्रेड-सी प्रमाण-पत्र दिया जाएगा।
 
इस अवसर पर खेल राज्य मंत्री सरदार संदीप सिंह, कैबिनेट मंत्री श्री मूलचंद शर्मा, श्री बनवारी लाल, राज्यसभा सांसद श्री कार्तिकेय शर्मा, विधायक श्री सत्यप्रकाश जरावता, श्री नयनपाल रावत और श्री सोमबीर सांगवान, खेल विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री महाबीर प्रसाद और खेल विभाग के निदेशक श्री पंकज नैन समेत तमाम प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।