21 दिन बाद भी हमलावरों की गिरफ्तारी नहीं, स्पीकर ने डीजीपी को लिखा पत्र

21 दिन बाद भी हमलावरों की गिरफ्तारी नहीं, स्पीकर ने डीजीपी को लिखा पत्र

21 दिन बाद भी हमलावरों की गिरफ्तारी नहीं

21 दिन बाद भी हमलावरों की गिरफ्तारी नहीं, स्पीकर ने डीजीपी को लिखा पत्र

सिर पर कुल्हाड़ी से हुए हैं 8 वार, पीड़ित के घर पहुंचे गुप्ता, हालत देखकर हो गए व्यथित
 
23 अप्रैल को बुडनपुर में हुआ था हमला आरोपियों के तार नशा तस्करी गिरोह से जुड़े

पंचकूला, 14 मई
नशा तस्करों द्वारा कुल्हाड़ी से हमले में गंभीर रूप से घायल हुए इंदिरा कॉलोनी निवासी भाजपा कार्यकर्ता मुकेश की हालत देख कर हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता व्यथित हो गए हैं। उन्होंने घटना के आरोपियों पर पुलिस कार्रवाई का ब्योरा लिया, लेकिन यह संतोषजनक नहीं पाए जाने पर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को पत्र लिख कर एसआईटी गठित करने की मांग की है। गुप्ता ने मुकेश की आर्थिक मदद की है तथा उन्हें हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है। 

गौरतलब है कि पंचकूला के सेक्टर-16 से सटे गांव बुडनपुर में गत 23 अप्रैल को इंदिरा कॉलोनी निवासी भाजपा कार्यकर्ता मुकेश पर जानलेवा हमला हुआ था। हमलावरों ने मुकेश के सिर को कुल्हाड़ी से 8 जगहों से काट डाला। मेडिकल जांच रिपोर्ट में इन 8 जख्मों की पुष्टि हुई थी। इतना ही नहीं बेरहमी से किए गए इस हमले में मुकेश के कंधों पर कुल्हाड़ी के हत्थे और साइकिल की चैन से पीटने के भी अनेक निशान मिले। इस लोमहर्षक कांड के बाद मुकेश को पंचकूला के सिविल अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन हालत बिगड़ने के कारण उसे तुरंत चंडीगढ़ पीजीआई रेफर करना पड़ा, जहां वह 5 दिन दाखिल रहा। 

फिलहाल वह घर पर उपचाराधीन है, जहां शनिवार सुबह विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ उसकी कुशलक्षेम पूछने पहुंचे। उन्होंने देखा कि मुकेश के सिर और शरीर के बाकी हिस्सों पर चोटें पहुंचाई गई है। उसकी यादाश्त भी चली गई है और वह ठीक से बात तक नहीं कर पा रहा है। उसके घर में करीब 14 साल का बेटा और 12 साल की बेटी है। 

डीजीपी को लिखे पत्र में ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा इस घटना के बाद मुकेश के परिजनों और स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं में दहशत का माहौल बना हुआ है। स्थानीय कार्यकर्ताओं ने गुप्ता को बताया कि सेक्टर 16 की पुलिस चौंकी धारा में 307 के तहत केस दर्ज होने के बावजूद आज तक मुख्य हमलावर अभ्यास नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया। उसका एक साथी दिनेश जो कि एफआईआर में भी आरोपित है, उसे पकड़ने के बाद छोड़ दिया गया। 

मुकेश के परिजनों और परिचितों ने बताया कि पुलिस की इस कारगुजारी से हमलावरों का दुस्साहस इतना बढ़ गया है कि हमले के पीड़ित मुकेश को अस्पताल पहुंचाने वालों और उनके निकट के लोगों को गंभीर धमकियां मिल रही हैं। इससे उनमें भय का माहौल बन गया है।    

ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि इन हमलावरों के तार बड़े नशा तस्कर गिरोह के साथ जुड़े हैं। मामले की गंभीरता और पुलिस की कारगुजारी का अनुमान इस बात से भी लगाया जा सकता है कि मुख्य हमलावर के खिलाफ इससे पहले 5 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से दो मामलों पर उसके खिलाफ धारा 307 लगी हुई है। 

विधान सभा अध्यक्ष ने डीजीपी से इस केस की जांच के लिए एसएसपी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में एसआईटी गठित करने की मांग की है। उन्होंने मामले में संलिप्त पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को भी कहा है।