Diya Mirza reached Shimla on Sunday, collected garbage and gave the message of clean environment

दिया मिर्जा रविवार को पहुंची शिमला, कचरा एकत्र कर दिया स्वच्छ पर्यावरण का संदेश

Diya Mirza reached Shimla on Sunday, collected garbage and gave the message of clean environment

Diya Mirza reached Shimla on Sunday, collected garbage and gave the message of clean environment

शिमला:संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम(यूएनईपी) की ब्रांड एंबेस्डर व एक्ट्रेस दिया मिर्जा रविवार को शिमला पहुंची। हिलिंग हिमालय द्वारा स्वर्णिम हिमालय नाम की मुहिम में वह शामिल हुई। इस दौरान पूरी टीम के साथ उन्होंने राजधानी शिमला के रिज, मॉलरोड़, सब्जी मंडी के आसपास अपनी टीम के साथ सफाई अभियान चलाया। इस दौरान जगह जगह पड़े प्लास्टिक, कूड़े को एकत्र किया गया। उन्होंने कहा कि साफ-सफाई के लिए सभी लोगों को जिम्मेदार नागरिक बनकर कार्य करना चाहिए। जिम्मेदार नागरिक होने के नाते साफ-सफाई पर सभी देश वासियों को स्वयं भी बढ़-चढ़कर भाग लेना और कार्य करना चाहिए।

दिया मिर्जा ने कहा कि प्लास्टिक कचरा पर्यावरण के लिए घातक है। इसके निष्पादन के लिए सभी को मिलकर कार्य करना चाहिए। हिलिंग हिमालय का यह अभियान तीन तरह से काम करेगा। पहला जिन कंपनियों का कूड़ा है, दूसरा सरकार द्वारा इसके लिए पॉलिसी बनाई जाए व तीसरा जन सहभागिता यानि लोगों को इस अभियान में जोड़ना है। उन्होंने कहा कि जब तक लोगों को यह पता नहीं चलेगा कि कूड़ा कैसे फैला है, इसे कैसे साफ किया जाता है, इसके नुक्सान क्या है तब तक कुछ नहीं होगा। कचरे से किस तरह का प्रदूषण फैलाता है उसके क्या नुकसान है इसे उन्हें दिखाना होगा। यह तभी दिखेगा जब वह खुद मैदान में उतरेंगे। कचरा कैसे इक्ट्ठा होता है यह देखना भी जरूरी है तभी कचरा फैलाने से पहले लोग कई बार सोचेंगे। इस मुहिम में बच्चे भी जुड़े हैं। बच्चों को जोड़ने का मकसद यह हे कि वह खुद जिम्मेदारी ले कि कूड़ा नहीं फैलाएंगे।

स्वच्छता हमारी खुद की जिम्मेदारी

हिलिंग हिमालय के डॉ. प्रदीप सांगवान ने कहा कि स्वच्छता हमारी खुद की जिम्मेदारी है। किसी संगठन, सरकार व एनजीओ पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं है। स्वर्णिम हिमालय अभियान की शुरूआत शिमला में हुई और पूरे हिमाचल में यह अभियान चलेगा। बाद में अभियान का ऑडिट किया जाएगा जिसमें पता लगाया जाएगा कि किस कंपनी का गारबेज सबसे ज्यादा हिमाचल में है। उसके बाद इस पर व्यापक चर्चा होगी। कंपनियों के साथ बैठक के बाद उन्हें भी इसके बारे में बताया जाएगा। इस के बाद आगामी रणनीति बनाई जाएगी।