बी.बी.एम.बी. द्वारा पानी की चोरी करने के मसले पर केंद्र सरकार पर बरसे मुख्यमंत्री

बी.बी.एम.बी. द्वारा पानी की चोरी करने के मसले पर केंद्र सरकार पर बरसे मुख्यमंत्री

Central Government on the Issue of Water

Central Government on the Issue of Water

दोहरी जंग लड़ रहा पंजाब, एक तरफ सीमाओं की रक्षा के लिए पाकिस्तान से दूसरी तरफ अपने पानी बचाने के लिए केंद्र सरकार से

बी बी एम बी के मुखी ने पंजाब का पानी चोरी किया - मुख्य मंत्री,पंजाब के हक छीनने के लिए मुसीबत में अवसर ढूंढने की घटिया कोशिश के लिए केंद्र की कड़ी निंदा 

नंगल (रूपनगर), 8 मई:Central Government on the Issue of Water: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड द्वारा पंजाब के पानी को छीनने के मंसूबों को नाकाम कर दिया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब इस वक्त दोहरी जंग लड़ रहा है। एक तरफ पंजाब सीमाओं की रक्षा के लिए पाकिस्तान के खिलाफ जंग लड़ रहा है और दूसरी तरफ अपने पानी की रक्षा के लिए केंद्र और हरियाणा की सरकारों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है।

मुख्यमंत्री ने आज फिर नंगल पहुंचकर पानी को बचाने के मोर्चे की कमान खुद संभाली ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बी.बी.एम.बी. का चेयरमैन पंजाब का पानी किसी और राज्य को न दे सके। इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस जो हलका विधायक भी हैं और जल संसाधन मंत्री बरिंदर कुमार गोयल भी हाजिर थे।

उन्होंने कहा कि अगर पंजाबी अपनी सीमाओं की सुरक्षा कर सकते हैं तो वे अपने पानी की रक्षा करने में भी समर्थ हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा, “यह बहुत शर्मनाक बात है कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार संकट के समय घटिया खेल खेल रही है जबकि ऐसे समय में मुल्क को एक-दूसरे के साथ मिलकर दुश्मन के खिलाफ लड़ना चाहिए।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जब पूरे देश में पाकिस्तान के विरुद्ध लड़ाई की रणनीति के हिस्से के तौर पर ब्लैकआउट के लिए सायरन बजाए जा रहे हैं तो ऐसे समय में भाजपा पंजाब के साथ घटिया राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि यह सचमुच शर्मनाक है कि भाजपा संकट की घड़ी में राज्य के हितों को नुकसान पहुंचाने के लिए मुसीबत में अवसर ढूंढ रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब कभी भी भाजपा के नापाक मंसूबों को सफल नहीं होने देगा और किसी और राज्य के साथ एक बूंद भी पानी साझा नहीं किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा और इसके सहयोगी राज्य से पानी चोरी करने के लिए उतावले हैं जबकि हरियाणा पूरे साल से 4000 क्यूसिक का इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा को बताना चाहिए कि क्या पंजाब को देश की सीमाओं की रक्षा करनी चाहिए या उन्हें पानी की रक्षा करनी चाहिए। भगवंत सिंह मान ने कहा कि आज राज्य सरकार की चौकसी के कारण बी.बी.एम.बी. और हरियाणा द्वारा पानी की चोरी को रोका गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार बी.बी.एम.बी. और पानी के बंटवारे के बारे में हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगी। उन्होंने कहा कि पानी की रक्षा की लड़ाई राजनीतिक और कानूनी मोर्चे पर लड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि बी.बी.एम.बी. चेयरमैन ने राज्य के पानी को गैर-कानूनी ढंग से लूटने की कोशिश की है जो कि बहुत ही निंदनीय है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ऐसे किसी भी कदम को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और राज्य सरकार इसका डटकर विरोध करेगी।

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट तौर पर कहा कि अगर राज्य देश की सीमाओं की रक्षा करने में समर्थ है, तो यह पंजाब के पानी को भी बचा सकता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ पंजाब की 532 किलोमीटर लंबी सीमा लगती है जिसकी रक्षा के लिए पंजाबियों द्वारा महान कुर्बानियां देने का शानदार इतिहास है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि आज भी पंजाबी पाकिस्तानी फौज को मुंहतोड़ जवाब देने में सबसे आगे हैं और इसके लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बी.बी.एम.बी. असल में सतलुज और ब्यास नदियों के पानी के प्रबंधन के लिए स्थापित किया गया था। हालांकि, उन्होंने कहा कि सालों से पंजाब का पानी बी.बी.एम.बी. के जरिए दूसरे राज्यों की तरफ मोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने अपने राजनीतिक हितों के लिए इस बोर्ड का दुरुपयोग करना शुरू कर दिया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब से सलाह किए बिना आधी रात को बैठकें बुलाई जा रही हैं और दूसरे राज्यों के दबाव में पंजाब का बनता हिस्सा भी छीना जा रहा है।

बी.बी.एम.बी. को सफेद हाथी बताते हुए मुख्यमंत्री ने नया संविधान बनाकर इसके पुनर्गठन की मांग की। उन्होंने कहा कि यह मौजूदा रूप में पूरी तरह से बेकार और अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा कि पंजाब अब इसे कभी भी स्वीकार नहीं करेगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह कितने दुख की बात है कि दूसरे राज्यों के कर्मचारियों को राज्य के खजाने से तनख्वाह दी जा रही है जबकि यह सिर्फ पंजाब के हितों को नुकसान पहुंचाते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल के दिनों में भारतीय जनता पार्टी, हरियाणा और केंद्र की सरकारें और बी.बी.एम.बी. के जरिए पंजाब के अधिकारों को छीनने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि गैर-संवैधानिक और गैर-कानूनी तरीके से बी.बी.एम.बी. की बैठकें बुलाकर पंजाब के पानी को जबरदस्ती हरियाणा की तरफ मोड़ा जा रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि बी.बी.एम.बी. भी पंजाब के विरुद्ध कानूनी लड़ाइयां लड़ने के लिए राज्य के पैसे का इस्तेमाल करती है जो कि अति निंदनीय है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में आतंकवादी कैंपों को तबाह करके पाकिस्तान की भारत विरोधी कार्रवाइयों को खत्म करने की सराहना की। उन्होंने कहा कि जहां भारतीय फौज ने पाकिस्तान द्वारा चलाए जा रहे आतंकवादी केंद्रों को तबाह कर दिया है, दूसरी तरफ सीमा पार से बमबारी के दौरान दुश्मन द्वारा हमारे धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जा रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाबी बहादुर हैं जो देश के लिए कुछ भी कर सकते हैं लेकिन भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने राज्य के विरुद्ध पंजाब विरोधी स्टैंड अपनाया है जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण बात है।