चंद्रबाबू नायडू घोटाले दल का सरगना लीडर है

चंद्रबाबू नायडू घोटाले दल का सरगना लीडर है

Skill Devlopment Scam

Skill Devlopment Scam

(अर्थप्रकाश / बोम्मा रेडड्डी)

अमरावती :: (आंध्र प्रदेश) Skill Devlopment Scam: वाईएसआरसीपी के महासचिव और सरकार के सलाहकार (सार्वजनिक मामले) सज्जला रामकृष्ण रेड्डी ने  प्रेस से में कहा  कि पूर्व मु,मंत्री चंद्रबाबू नायडू  के सरगना कई लोग भ्रष्टाचार में लिप्त थे स्किल डेवलपमेंट का केंद्रीय और राज्य के ठोस आंकड़ों से 371 करोड़ रुuपये के कौशल विकास घोटाले पर  कि सीआईडी ​​के पास इस मुद्दे पर सारे सबूत हैं।
 रविवार को यहां एंटी करप्शन ब्यूरो अदालत द्वारा नायडू को न्यायिक हिरासत में भेजने के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि नायडू ने अंतरराष्ट्रीय स्तर कंपनियों के और देसी फर्जी कंपनियां स्वयं बनवाकर उनके नाम से करोड़ों रुपए फर्जी लोगों को खड़ा कर अपने गुर्गों के साथ साजिश रचकर जनता के और नई राजधानी स्थापना में अनेक तरह के योजनाएं बनाकर वह पैसे को पूरा का पूरा करोड़ों पैसे लूटे हैं।
 उन्होंने कहा कि नायडू इस घोटाले के पटकथा लेखक, निर्माता और निदेशक स्वयं हैं। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसी के पास घोटाले के मास्टरमाइंड नायडू के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं उनके भ्रष्टाचार के बारे में मैं तो कहना नहीं चाहता लेकिन उसके करीबी लोग ही कहते हैं कुछ योजना बना भ्रष्टाचार का और मेरे पास आओ तो मैं बताता हूं कैसे कमाना है यह बात वह कहते थे अब इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है चंद्रबाबू जैसे लोगों के लिए की यह भ्रष्टाचारी व्यक्ति है ही।
 उन्होंने कहा कि नायडू का पूरा राजनीतिक जीवन भ्रष्टाचार से भरा था और आवंटित भूमि घोटाले, अमरावती भूमि के अंदरूनी व्यापार और कई अन्य में उनकी संलिप्तता स्पष्ट थी।
 उन्होंने कहा, टीडीपी अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान कई आर्थिक अपराध किए हैं।  कौशल विकास घोटाला तो बस एक छोटी सी झलक मात्र है।
 उन्होंने कहा कि जहां सीआईडी ​​ने उनकी उम्र और स्थिति के प्रति सम्मान दिखाते हुए गिरफ्तारी के बाद उन्हें विजयवाड़ा लाने के लिए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था करने की कोशिश की, वहीं नायडू ने सड़क मार्ग को प्राथमिकता देकर सहानुभूति आकर्षित करने की योजना बनाई।
 गिरफ्तारी के बाद टीडीपी कार्यकर्ताओं और नायडू के समर्थकों द्वारा किए गए हंगामे पर आपत्ति जताते हुए उन्होंने कहा कि जन सेना अध्यक्ष पवन कल्याण ने किसी और की तुलना में अधिक नाटक किया।
 नारा लोकेश द्वारा इस्तेमाल की गई अभद्र भाषा पर आपत्ति जताते हुए उन्होंने कहा कि पवन कल्याण ने कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा करने की कोशिश की।
 घोटाले में अपनी संलिप्तता के लिए शर्म से सिर झुकाने के बजाय, टीडीपी अध्यक्ष और अन्य नेताओं ने लोगों को भड़काकर और पुलिस के कर्तव्यों के निर्वहन में बाधा उत्पन्न करके सहानुभूति आकर्षित करने की कोशिश की।
 प्रश्नों का उत्तर देते हुए, उन्होंने राजनीतिक उत्पीड़न से इनकार किया और कहा कि जांच एजेंसी ने मामले में उचित प्रक्रियाओं का पालन किया है।

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