गतका में ऐतिहासिक कदम : नीलम यूनिवर्सिटी और एन.जी.ए.आई. द्वारा गतका के विकास के लिए साझेदारी

A Historic Step for Gatka

A Historic Step for Gatka

गतका को खेल ढांचे में विकसित करने हेतु एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर

रणनीतिक गठजोड़ से तैयार होंगे गतका के भावी चैम्पियन : ग्रेवाल

चंडीगढ़, 18 दिसंबर 2025 : A Historic Step for Gatka: भारत की समृद्ध जंगजू विरासत गतका खेल को संस्थागत स्वरूप देने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल करते हुए एन.आई.आई.एल.एम.  यूनिवर्सिटी कैथल और नेशनल गत्तका एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एन.जी.ए.आई.) ने गतका को एक संगठित और प्रतिस्पर्धी खेल के रूप में बड़े पैमाने पर विकसित करने के उद्देश्य से समझौता ज्ञापन (एम.ओ.यू.) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह साझेदारी गतका के सुनियोजित प्रचार, पसार, विकास और लोकप्रियकरण के लिए समर्पित है।

इस महत्वपूर्ण समझौते पर एन.आई.आई.एल.एम. (नीलम) यूनिवर्सिटी के चेयरमैन अमित चहल और एन.जी.ए.आई. के अध्यक्ष एडवोकेट हरजीत सिंह ग्रेवाल की ओर से प्रतिनिधि के तौर पर उपाध्यक्ष सुखचैन सिंह कलसानी ने हस्ताक्षर करते हुए इस करार को औपचारिक रूप दिया। इस समारोह के दौरान यूनिवर्सिटी के निदेशक (खेल) नरेंद्र ढुल तथा हरियाणवी गतका एसोसिएशन के संयुक्त सचिव नरेंद्र पाल सिंह भी उपस्थित रहे जिससे इस दूरदर्शी पहल को क्षेत्रीय स्तर पर मजबूत समर्थन मिला।

इस अवसर पर चेयरमैन अमित चहल ने कहा कि यह गठजोड़ छात्रों, खिलाड़ियों और अकादमिक शोधकर्ताओं के लिए अभूतपूर्व अवसरों के द्वार खोलेगा। उन्होंने कहा कि यह प्रयास गतका को सांस्कृतिक प्रदर्शन की सीमाओं से आगे संगठित प्रतियोगिता और अकादमिक विमर्श के क्षेत्र में स्थापित करने की दिशा में एक ठोस कदम है। उन्होंने कहा कि इस सहयोग से एन.आई.आई.एल.एम.  यूनिवर्सिटी वर्ल्ड गतका फेडरेशन के साथ औपचारिक रूप से जुड़ने वाले कुछ उच्च शिक्षण संस्थानों में से एक बन गई है जिससे स्वदेशी खेलों को बढ़ावा देने में हरियाणा की बढ़ती भूमिका को और अधिक मजबूती मिलेगी।

साझेदारी के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए गतका के संरक्षक एडवोकेट हरजीत सिंह ग्रेवाल ने कहा कि यह एम.ओ.यू. गतका प्रशिक्षण, प्रतियोगिताओं और अकादमिक अध्ययन को युनिवर्सिटी सत्र पर एकीकृत करने की रणनीतिक पहल है। उन्होंने बताया कि समझौते के तहत नीलम यूनिवर्सिटी राष्ट्रीय स्तर की गतका गतिविधियों के लिए आधुनिक खेल का आधारभूत संरचना और संस्थागत सहयोग प्रदान करेगी जबकि नेशनल गतका ऐसोसिएशन तकनीकी विशेषज्ञता, प्रमाणित कोच और तकनीकी अधिकारी उपलब्ध कराएगी। इस के अलावा विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रमों और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के आयोजन में सहयोग करेगी।
एन.जी.ए.आई. अध्यक्ष ग्रेवाल ने आगे कहा कि इस साझेदारी के माध्यम से प्रतिभा की व्यवस्थित पहचान, तकनीकी अधिकारियों की क्षमता वृद्धि और शैक्षणिक एवं खेल मंचों के माध्यम से गतका के व्यापक प्रचार की परिकल्पना की गई है।

इसी भावना को दोहराते हुए हरियाणवी गतका एसोसिएशन के महासचिव सुखचैन सिंह कलसानी ने कहा कि नीलम यूनिवर्सिटी के साथ यह ऐतिहासिक सहयोग गतका को पुरातन जंगजू परंपरा और आधुनिक खेल विधा, दोनों के रूप में बढ़ती मान्यता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय स्वदेशी खेलों को संरक्षित करने और उन्हें समकालीन प्रासंगिकता देने में अहम भूमिका निभाते हैं। यह एम.ओ.यू. भी उसी दिशा में एक निर्णायक कदम है।