ट्रैक्टर चलाकर बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचे भूपेंद्र सिंह हुड्डा, बाढ़ग्रस्त राज्य घोषित करे सरकार
- By Gaurav --
- Thursday, 11 Sep, 2025

Bhupendra Singh Hooda reached the flood affected areas
Bhupendra Singh Hooda reached the flood affected areas: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि बाढ़ की वजह से हरियाणा में किसानों 17 लाख एकड़ में खड़ी फसल तबाह हो गई है। करीब 5000 गांव, 11 शहर, 72 कस्बों और सैंकड़ों वार्ड बाढ़ से प्रभावित हैं। हालात 1995 में आई आपदा से भी ज्यादा खराब हैं। इसलिए बीजेपी सरकार को इसे बाढ़ग्रस्त राज्य घोषित करना चाहिए और केंद्र सरकार को तुरंत विशेष पैकेज का ऐलान करना चाहिए। प्रधानमंत्री और कृषि मंत्री को पंजाब की तरह हरियाणा में हुए नुकसान का भी जायजा लेना चाहिए। केंद्र के नेताओं का हरियाणा में नहीं आना, प्रदेश सरकार की बड़ी नाकामी को दिखाता है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज यमुनानगर के बम्भोली, बीबीपुर, ओदरी, लापरा, कमालपुर समेत विभिन्न बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा खुद ट्रेक्टर चलाकर मौके पर पहुंचकर किया। साथ मे स्थानीय सांसद वरुण मुलाना रहे और लोगों की समस्याएं सुनीं। लोगों ने बताया कि खेत में खड़ी तमाम फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं। गन्ने की फसल जड़ों से उखड़ गई हैं। धान समेत तमाम फसलें जलभराव की भेंट चढ़ चुकी हैं। खेतों में रेत इतना ज्यादा आ चुका है कि अगर पानी सूख भी गया तो अगले सीजन की फसल लेना भी नामुमकिन है। पूरे इलाके में इतनी मात्रा में रेत आने के लिए अवैध खनन जिम्मेदार है। सरकार के संरक्षण में खनन माफियाओं ने इतना अवैध खनन किया है कि यमुना का रुख ही बदल दिया। इसके चलते इलाके के कई गांव, हर बार बाढ़ की चपेट में आ जाते हैं।
हुड्डा ने यमुनानगर में पत्रकार वार्ता में कहा कि बीजेपी सरकार ने जिस तरह बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है, वह ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। किसानों को कम से कम 60-70 हज़ार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा मिलना चाहिए। लोगों के हजारों मकान, दुकानें, इमारतें व अन्य प्रतिष्ठान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इन सबकी भरपाई के लिए भी उचित मुआवजे की घोषणा की जानी चाहिए।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सरकार पोर्टल का चक्कर छोड़कर तुरंत स्पेशल गिरदावरी करवाए और किसानों तक आर्थिक मदद पहुंचाए। क्योंकि पोर्टल का झमेला सिर्फ किसानों को मुआवजे से वंचित करने के लिए खड़ा किया जा रहा है। जबकि जब सरकार को पराली जलाने के केस दर्ज करने होते हैं तो व सेटेलाइट के आधार पर फैसला ले लेती है। तो क्या इस सरकार को खेतों में आई बाढ़ सेटेलाइड इमेज में नजर नहीं आती?
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए हुड्डा ने कहा कि किसानों पर लगातार महंगाई, बढ़ती लागत और आपदा की मार पड़ रही है। इसलिए सरकार को तुरंत गन्ने का भाव बढ़ाकर कम से कम 500 रुपये क्विंटल कर देना चाहिए। छोटे उद्योगों के यमुनानगर से पलायन पर चिंता जताते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कारोबारियों से यहीं रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि वो हर मंच पर उनकी आवाज उठाएंगे और उद्योगों को अन्य राज्यों की तरह हरियाणा में भी तमाम रियायतें और सुविधाएं दिए जाने की मांग करेंगे।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से वरुण चौधरी, आफताब अहमद, कैलास सैनी, लहरी सिंह, उमेश बुबका, राजकुमार खुर्दबन, सतीश सांगवान अर्जुन सिंह, राजपाल बुखरी, रमन त्यागी, प्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रभारी चान्दवीर हुड्डा, सुरेश खुर्दबन, बलिंदर सिंह, जगबीर रूला खेड़ी, रोशन लाल, जाकिर हुसैन, सतपाल, राजकुमार त्यागी, कश्मीरा सिंह, कमल विनायक, अमनदीप सिंह, आस मोहम्मद, सरपंच समय सिंह चंदर, अरशद पोसवाल, लूज़र इनाम, जोगा सिंगला, नरिंदर भोला, आर्यन गुजर, सतपाल, ढग्गा आदि मौजूद रहे