कॉफी को बेहतर दवा मानता है आयुर्वेद, एक्सपर्ट से जानें Coffee पीने के फायदे और नुकसान

कॉफी को बेहतर दवा मानता है आयुर्वेद, एक्सपर्ट से जानें Coffee पीने के फायदे और नुकसान

कॉफी को बेहतर दवा मानता है आयुर्वेद

कॉफी को बेहतर दवा मानता है आयुर्वेद, एक्सपर्ट से जानें Coffee पीने के फायदे और नुकसान

नई दिल्ली। Coffee: कॉफी सबसे पॉपुलर और पसंदीदा ड्रिंक्स में से एक है, फिर चाहे भारत हो या दुनिया का कोई भी शहर। आप इसे ठंडा पी सकते हैं या फिर गर्म, दूध के साथ या फिर बिना दूध या फिर इससे कोई डेज़र्ट तैयार की जा सकती है। कॉफी को इस्तेमाल करने के कई तरीके हैं। कॉफी एंटीऑक्सीडेंट्स का भंडार है, जो इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने और आपको बीमारियों से बचाने का भी काम करते हैं। हालांकि, इसके बावजूद यह नींद को बिगाड़ने और तनाव का कारण भी बनती हैं। तो आइए जानें कि कॉफी के फायदों और नुकसान के बारे में।

कॉफी में होते हैं कई पोषक तत्व

कॉफी कई पोषक तत्वों में भरी होती है जैसे विटामिन-बी2 जो राइबोफ्लेविन है, विटामिन-बी5 जो पैंटोथेनिक एसिड है, विटामिन-बी1 जो थायमिन है, विटामिन- बी3 जो नियासिन है, और फोलेट, मैंगनीज, पोटेशियम, फॉस्फोरस और मैग्नीशियम है। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट्स भी उच्च मात्रा में होते हैं जो बीमारियों से लड़ते हैं।

मस्तिष्क को उत्तेजित करती है कॉफी

कैफीन की मदद से कॉफी दिमाग को उत्तेजित करने का काम करती है। जिससे थकावट और कमज़ोरी कम हो जाती है। कैफीन मूड को बेहतर बनाती है और आपको एलर्ट रखती है।

डिजेनेरेटिव बीमारियों से बचाती है

कॉफी एल्ज़ाइमर और डिमेंशिया जैसी न्यूरो-डीजेनेरेटिव बीमारियों के जोखिम को भी कम करती है। कई शोध से पता चला है कि जो लोग रोज़ाना कॉफी पीते हैं उनमें एल्ज़ाइमर होने का खतरा 65 प्रतिशत कम हो जाता है।

डायबिटीज़ का ख़तरा होता है कम

कॉफी ब्लड शुगर के स्तर को काफी कम देती है, जिससे डायबिटीज़ का जोखिम भी कम होता है।

कॉफी के नुकसान

कॉफी पीने के कई नुकसान भी होते हैं, जैसे बेचैनी और नींद न आना।

कॉफी की लत लग जाती है

कॉफी में मौजूद कैफीन की वजह से इसकी लत लग जाती है। काफी समय कॉफी पीते रहने के बाद अगर आप इसे छोड़ देते हैं, तब भी सेहत पर इसका बुरा असर पड़ता है, जैसे, सिर दर्द, ब्रेन फॉग, थकावट और चिड़चिड़ापन।

बेचैनी का कारण बनती है कॉफी

ज़रूरत से ज़्यादा कॉफी पी लेने से बेचैनी, घबराहट और यहां तक कि कई मामलों में पैनिक अटैक भी देखा गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि कैफीन मस्तिष्क को अधिक उत्तेजित करता है।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।