Student commits suicide: तमिलनाडु के तिरुवल्लूर जिले में एक और 12वीं कक्षा की छात्रा ने की आत्महत्या, अभिभावक ने किया विरोध प्रदर्शन

Student commits suicide: तमिलनाडु के तिरुवल्लूर जिले में एक और 12वीं कक्षा की छात्रा ने की आत्महत्या, अभिभावक ने किया विरोध प्रदर्शन

Student commits suicide: तमिलनाडु के तिरुवल्लूर जिले में एक और 12वीं कक्षा की छात्रा ने की आत्महत्या

Student commits suicide: तमिलनाडु के तिरुवल्लूर जिले में एक और 12वीं कक्षा की छात्रा ने की आत्महत्या

Student commits suicide: तमिलनाडु के तिरुवल्लूर जिले में एक सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल से जुड़े हॉस्टल के कमरे में 17 साल की छात्रा ने आत्महत्या कर ली Student commits suicide. वह 12वीं कक्षा की छात्रा थी. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि छात्रा का शव हॉस्टल के कमरे में मिला है. कथित तौर पर आत्महत्या कर लेने की बात सामने आई है. हालांकि अभी ये कहना जल्दबाजी होगी कि यह आत्महत्या का मामला है. हम इसकी जांच कर रहे हैं.

17 वर्षीय लड़की के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए तिरुवल्लूर के सरकारी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल ले जाया गया. पुलिस का दावा है कि उसने कथित तौर पर सोमवार की सुबह तड़के यह कदम उठाया है. शव मिलने के बाद अभिभावक हॉस्टल के सामने पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया है. इस दौरा भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) एम सदाप्रिया और तिरुवल्लूर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सेफस कल्याण ने स्कूल परिसर के अंदर मामले की जांच की है. यह घटना तमिलनाडु के कल्लाकुरिची में 14 जुलाई को 12वीं कक्षा की एक लड़की की दुखद मौत के कुछ दिनों बाद सामने आई है. 13 जुलाई को कल्लाकुरिची के एक निजी स्कूल के हॉस्टल परिसर में एक 16 वर्षीय लड़की की कथित तौर पर मौत हो गई थी.

इस घटना पर छात्रा के परिजन कुछ गड़बड़ी का संदेह जता रहे थे, जबकि पुलिस का कहना था कि उसने कथित तौर पर आत्महत्या की है. कुड्डालोर जिले के कृषि प्रधान पेरियानसल्लूर गांव के हजारों लोग शनिवार को छात्रा के अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे. पड़ोसी गांवों के लोगों ने भी छात्रा को श्रद्धांजलि दी थी. अंतिम संस्कार के दौरान छात्रा के शोकाकुल पिता के साथ उनका 17 वर्षीय बेटा, परिवार के अन्य सदस्य और ग्रामीण मौजूद थे. छात्रा के पिता ने अपनी बेटी की मौत के मामले में न्याय की गुहार लगाई थी.

10 दिन तक अस्पताल में रखा रहा था छात्रा का शव

छात्रा के शव को एम्बुलेंस के जरिए कल्लाकुरिची सरकारी अस्पताल से लाया गया था. इससे पहले 10 दिन तक शव को अस्पताल में रखा गया था. शुक्रवार को मद्रास हाईकोर्ट ने शव को स्वीकार करने में देरी पर सवाल उठाए थे और शनिवार सुबह लड़की के माता-पिता को शव लेने का निर्देश दिया, जिसके बाद वे राजी हुए, लड़की के शव को ले जा रही एम्बुलेंस और पुलिस सुरक्षा वाहन की एक कंटेनर-लॉरी से तिरुचिरापल्ली बाईपास रोड पर वेप्पुर से करीब 10 किलोमीटर दूर रास्ते में टक्कर हो गई थी. राज्य सरकार की ओर से श्रम मंत्री सी. वी. गणेशन और जिला कलेक्टर ने गांव पहुंचकर लड़की के शव को श्रद्धांजलि दी थी.