एच एस वी पी का पटवारी 20 हजार रुपए रिश्वत लेता एसीबी की टीम ने दबोचा

एच एस वी पी का पटवारी 20 हजार रुपए रिश्वत लेता एसीबी की टीम ने दबोचा

ACB team caught HSVP's Patwari taking a bribe of Rs 20,000

ACB team caught HSVP's Patwari taking a bribe of Rs 20,000

अर्थ प्रकाश संवाददाता
पंचकूला। ACB team caught HSVP's Patwari taking a bribe of Rs 20,000: 
एंटी करप्शन ब्यूरो पंचकूला की टीम ने मंगलवार को हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के पटवारी को रिश्वत के 20 हजार रुपए लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। टीम ने सेक्टर 6 में ही ट्रैप लगा कर आरोपी को धर दबोचा और रिश्वत की रकम भी कब्जे से बरामद की। पटवारी की पहचान राकेश कुमार के रूप में हुई है।आरोपी के विरूद्ध पी.सी एक्ट की धारा 7 के अंतर्गत थाना भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, पंचकूला में दर्ज किया गया है। 

दरअसल, एसीबी पंचकूला को शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि उसके व उसके भाइयों (कुल 5 परिवारिक सदस्यो) की गांव सकेतड़ी में स्थित भूमि को वर्ष 2003 में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा अधिग्रहण किया गया था। इस भूमि के संबंध में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा उनको 374 रुपए प्रति वर्ग गज के हिसाब से मुआवजा राशि का भुगतान किया गया था। मुआवजा राशी कम मिलने के कारण में उनके द्वारा उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी। उच्च न्यायालय द्वारा उपरोक्त याचिका पर सुनवाई करते हुए मुआवजे की राशि 374 रुपए प्रति वर्ग गज से बढ़ाकर 498 रुपए प्रति वर्ग गज कर दी थी।

पटवारी ने लटकाए रखी अर्जी, करता रहा डिमांड

हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण विभाग द्वारा उसको व उसके भाईयो को 498 रुपए प्रति गज के हिसाब से मुआवजा राशी जारी करने के सम्बन्ध में फाइल राकेश कुमार पटवारी  के पास जमीन के तसदीक/रिपोर्ट के लिए लंबित थी। वह हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, पंचकूला में फाइल के सिलसिले में राकेश पटवारी से मिला। पटवारी द्वारा उससे उसकी मुआवजा सम्बन्धित फाइल पर रिपोर्ट करने की एवज में उससे प्रति परिवार व्यक्ति के हिसाब से 25,000 रुपए नकद बतौर रिश्वत की मांग करने लगा। शिकायतकर्ता ने 25 हजार रुपए रिश्वत देने में असमर्थता जताई तो आरोपी ने उससे 20,000 बतौर रिश्वत देने बारे सहमति जताई। 

एसीबी को कर दी शिकायत

शिकायतकर्ता से बार बार रिश्वत की मांग करने वाले पटवारी के खिलाफ एसीबी ने जाल बिछाया। मगर उससे पहले आरोपी और शिकायतकर्ता के बीच हुई बातचीत को रिकॉर्ड पर लेकर शिकायत दर्ज की गई। समय और स्थान तय होते ही शिकायतकर्ता ने एसीबी को सूचना दे दी। शिकायतकर्ता पैसे देने के लिए राजी होकर जैसे ही पटवारी के पास पहुंचा टीम पहले ही वहां पहुंच गई। रिश्वत की रकम जैसे ही पटवारी ने पकड़ी तभी टीम ने उसे काबू कर लिया। एसीबी आरोपी के घर और ऑफिस भी जांच करेगी। रिश्वत के तार और किस किस व्यक्ति से जुड़े हैं, उनके बारे पता लगाया जाएगा।