70th chapter of JEETO was launched in Chandigarh

चंडीगढ़ में जीतो के 70वें चैप्टर की हुई लांचिंग, कार्यक्रम के दौरान जुड़े जैन समुदाय के सैकड़ों लोग, आगे भी परस्पर सहयोग की ली शपथ

70th chapter of JEETO was launched in Chandigarh

70th chapter of JEETO was launched in Chandigarh

70th chapter of JEETO was launched in Chandigarh- चंडीगढ़ (साजन शर्मा)I चंडीगढ़ में जैन इंटरनेशनल ट्रेड आर्गेनाइजेशन के 70वें चैप्टर की बुधवार को शुरुआत की गई। इस मौके पर जैन समुदाय से जुड़े लोगों ने एक बार फिर आपसी सहयोग की शपथ ली और अपने समुदाय के लिये चलाये जा रहे प्रकल्पों को आगे बढ़ाने की बीत रखी। इस आर्गेनाइजेशन का उद्ेश्य सेवा, सुरक्षा और आर्थिक सुदृढ़ता के जरिये जैन समुदाय के लोगों को आपसी सहयोग से आगे बढ़ाना है। इस मिशन में संस्था खूब कामयाब भी हो रही है। देशभर में आर्गेनाइजेशन के नये चैप्टरों की शुरुआत हो रही है। अगली कड़ी में पंजाब के कुछ हिस्सों में भी इसका विस्तार होगा।

वर्ष 2007 से संस्था की शुरुआत हुई और जैन समाज के लोगों की बेहतरी के लिये इसने काम करना शुरू किया और आज संस्था इस मुकाम पर है जो गर्व कर सकती है कि समुदाय को आगे बढ़ाने में आर्गेनाइजेशन का अहम रोल रहा।

आर्गेनाइजेशन के नार्थ जोन के प्रेसिडेंट बजरंग बोथरा और प्रतिनिधि संजय जैन ने बताया कि इस आर्गेनाइजेशन का ध्येय जैन समाज की जरूरतों के अनुसार उनका कल्याण करना है ताकि पूरा समुदाय आगे बढ़ सके और आर्थिक व सामाजिक तौर पर संपन्न हो।

कुल नौ जोन में चल रही संस्था, ओवरसीज भी 29 चैप्टर

इसके पहले देशभर में 69 चैप्टर हैं जो अलग-अलग स्थानों पर काम कर रहे हैं। 70वां चैप्टर चंडीगढ़ में बुधवार को लांच हुआ है। इसके 29 चैप्टर ओवरसीज यानि दूसरे देशों में हैं। कुल नौ जोनों के तहत ये काम कर रही है। जैन इंटरनेशनल ट्रेड आर्गेनाइजेशन के कई वर्टिकल्स भी काम कर रहे हैं। जैसे जीतो एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रेनिंग फाउंडेशन (जेएटीएफ), जीतो बिजनेस नेटवर्क (जेबीएन), जीतो प्रोफेशनल फोरम (जेपीएफ), जीतो इंक्यूबेशन एंड इनोवेशन फाउंडेशन (जेआईआईएफ), श्रमन आरोग्यम, जीतो मैट्रीमॉनी, जीतो गेम्स, सेंटर फॉर एक्सीलेंस, जीतो जॉब्स, जीतो एजूकेशन एसिस्टेंस प्रोग्राम यानि जीप के जरिये अलग अलग प्रकल्प लिये गये हैं जिन्हें पूरा किया जा रहा है। इन वर्टिकल्स के तहत अगर जैन समाज से जुड़ा कोई बच्चा प्रशासनिक सेवाओं में नौकरी हासिल करने के लिये ट्रेनिंग इत्यादि लेना चाहता है तो उसे वह उपलब्ध कराई जाएगी। जीतो बिजनेस नेटवर्क के जरिये समाज के लोग आपस में एक दूसरे का सहयोग करेंगे। श्रमन आरोग्यम के जरिये जैन समाज से जुड़े 18 हजार साधू और साध्वियों को विभिन्न अस्पतालों में उपचार के लिये आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। जीतो मैट्रीमॉनी के जरिये जैन समाज से जुड़े लोगों के आपस में रिश्ते कराये जाते हैं। जीतो जॉब्स के जरिये समाज के लोगों को जैन उद्योगपतियों की फैक्टरियों या बिजनेस में नौकरियां प्रदान की जाती हैं। इसी तरह शिक्षा के क्षेत्र में मदद के लिये जीतो एजूकेशन एसिस्टेंस प्रोग्राम चलाया जाता है। जीतो प्रोफेशनल फोरम में प्रोफेशनल मेंटर बनकर मदद प्रदान करते हैं। जीतो इंक्यूबेशन एंड इनोवेशन में विभिन्न स्टार्ट अप शुरू किये जाते हैं।

जीतो के नार्थ जोन के चेयरपर्सन बजरंग बोथरा: जीतो संस्था की शुरुआत 2008 में हुई  थी जो अब बड़ी संस्था बन गई है। 16 साल से संस्था लगातार आगे बढ़ रही है। जीतो विश्वव्यापी संस्था के तौर पर स्थापित है। इसके 16 हजार मेंबर हैं। जीतो का उद्देश्य जैन समाज को जोडऩा है। उनकी इक्नोमिक इंपावरमेंट और शिक्षा के लिये काम करना है। जैन समाज का आपस में कैसा भला हो सकता है, इसको लेकर काम किया जा रहा है। जीतो में कई वर्टिकल्स काम कर रहे हैं। अच्छी एजूकेशन पाने वाले स्टूडेंट्स को हेल्प की जाती है। जीतो मेट्रीमोनी पर काम कर रहे हैं। बिजनेस नेटवर्क भी इसके तहत काम कर रहे हैं। राजनीतिक तौर पर जैन समुदाय कहां खड़ा है इसको लेकर बजरंग बोथरा का कहना था कि हमारा उद्देश्य एक दूसरे का उत्थान करना है। राजनीति करना राजनीतिक लोगों का काम है। हम देश के लिये क्या कर सकते हैं। अर्थव्यवस्था को आगे कैसे बढ़ा सकते हैं, इस पर ध्यान दिया जा रहा है। शिक्षा के ऊपर काम कर भविष्य का निर्माण कर रहे हैं। स्टार्ट अप के जरिये नया बिजनेस शुरू कर रहे हैं ताकि इकोनॉमी उभरे। प्रशासनिक सेवाओं में जैन समाज के आईएएस, आईपीएस बड़े स्तर पर आगे निकले हैं। हम चैंबर आफ कामर्स का गठन करना चाहते हैं। समाज और देश की जरूरत के अनुसार हम विकसित भारत की परिकल्पना में योगदान देना चाहते हैं। सरकार, ब्यूरोक्रेसी अगर सलाह मांगती हैं तो मंत्री वर्ग के साथ एडवोकेसी करने की कोशिश करते हैं। जैन समुदाय का कुल 140 करोड़ में महज 2 करोड़ की संखया है लेकिन समुदाय का जीडीपी में 20 प्रतिशत से ऊपर का योगदान है। चंडीगढ़ के जैन समुदाय में जीतो को लेकर जबरदस्त एक्साइटमेंट है।

जीतो के नारी विंग की नार्थ जोन चेयरपर्सन श्रीमति सोनाली हेमंत जैन: आज जमाना बदल गया है। नारी हर व्यवस्था में कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। एक जमाना था जब कहते थे कि नारी को डेवलपमेंट की जरूरत है। अब डेवलपमेंट को नारी की जरूरत है। जैन इंटरनेशनल ट्रेड आर्गेनाइजेशन में भी नारी ऐसा ही कर रही है। नारी को स्वालंबन देना इसका मकसद है। जीतो में नारी का जबरदस्त वर्चस्व कायम है। जीतो बिजनेस नेटवर्क के तहत नारियों को आर्थिक सुदृढ़ता दी जा रही है। छोटे से छोटे व बड़े से बड़े लैवल के बिजनेस वह कर रही हैं। इसके जरिये हम देश की अर्थव्यवस्था को भी आगे बढ़ा रहे हैं। प्रशासनिक सेवाओं के लिये जो लड़कियां तैयारी कर रही हैं उनको सुपोर्ट करते हैं। जीतो ने करीब 300 लड़कियां प्रशासनिक सेवाओं में तैयार कर भेजी हैं। ब्यूरोक्रेसी में रहकर व नेशन बिल्डिंग का काम करें ऐसी आकांक्षा है। जैन समाज की लड़कियां डाक्टर, लॉयर या अन्य प्रोफेशनल बन रही हैं। यह बड़ी होलिस्टिक आर्गेनाइजेशन है जो भारत को आगे ले जाने की दिशा में काम कर रही है। नारी ही नारी को प्रोत्साहित करती है। ये काम बखूबी हो रहा है। स्पॉंस्रशिप पर भी जीतो बहुत ध्यान दे रही है।