Independence Day: स्वतंत्रता दिवस पर हरियाणा के 49 गांवों को मिलेगी 24 घंटे बिजली

Independence Day: स्वतंत्रता दिवस पर हरियाणा के 49 गांवों को मिलेगी 24 घंटे बिजली

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Independence Day: स्वतंत्रता दिवस पर हरियाणा के 49 गांवों को मिलेगी 24 घंटे बिजली

म्हारा गांव, जगमग गांव योजना में गांवों की संख्या हुई 5677
हिसार, जींद व भिवानी जिलों के गांवों को मिलेगा लाभ

चंडीगढ़, 13 अगस्त। हरियाणा के बिजली मंत्री चौधरी रणजीत सिंह ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस(Independence Day) के अवसर पर 49 और गांवों को म्हारा गांव, जगमग गांव योजना में शामिल किया गया है और इसके साथ ही 24 घंटे बिजली आपूर्ति वाले गांवों की संख्या 5628 से बढक़र 5677 हो जाएगी।

ग्रामीण क्षेत्रों में 24 घंटे बिजली

चौधरी रणजीत सिंह ने शनिवार को जारी एक जानकारी में बताया कि शहरों की तर्ज पर ग्रामीण क्षेत्रों में 24 घंटे बिजली उपलब्ध(power available) करवाने के उद्देश्य से 1 जुलाई, 2015 को कुरूक्षेत्र जिले के दयालपुर गांव से म्हारा गांव, जगमग गांव योजना की शुरूआत की गई थी। उन्होंने बताया कि 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के भिवानी, हिसार व जींद जिले के 11 केवी के 23 फीडरों से 49 गावों में बिजली उपलब्ध होगी इनमें भिवानी जिले के 29 गांव,हिसार जिले के 12 गांव,जींद जिले के 8 गांवों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति(power supply) शुरू की जाएगी।

ये जगह हैं शामिल

बिजली मंत्री(power minister) चौधरी रणजीत सिंह ने बताया कि 5677 गांवों में दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के 2428 गांव तथा उतर हरियाणा बिजली वितरण निगम के 3249 गांव शामिल हैं। उन्होनें बताया कि इससे पूर्व 10 जिलों नामत: गुरूग्राम, फरीदाबाद, रेवाड़ी, सिरसा, फतेहाबाद, पंचकूला,अंबाला, कुरूक्षेत्र, करनाल और यमुनानगर के 5628 गांवों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही थी।

उन्होंने बताया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य  बिजली दक्षता और बिजली के बिलों के भुगतान में सुधार कर बिजली आपूर्ति और गुणवता में वृद्वि करना है। बिजली पंचायत के माध्यम से नए कनेक्शन जारी करना, खराब मीटरों को बदलना, बिजली बिलों को ठीक करना, अनाधिकृत बिजली बिलों(unauthorized electricity bills) को नियमित करना, बिजली बिलों का प्रभावी वितरण, पुराने क्षतिग्रस्त कनेक्टरों को एबी केबल से बदलना तथा बिजली मीटरों को परिसर से बाहर स्थानांतरित  करना शामिल है। इस योजना के तहत ग्रामीणों से बिजली बिलों का भुगतान करने व बिजली चोरी रोकने के लिए आग्रह किया जाता है जिसके फलस्वरूप लाइन लॉस कम होता है।