किसने लगाया असुरक्षित डिस्पेंसरी का बोर्ड, आयुष डॉक्टर करेंगे जांच

किसने लगाया असुरक्षित डिस्पेंसरी का बोर्ड, आयुष डॉक्टर करेंगे जांच

किसने लगाया असुरक्षित डिस्पेंसरी का बोर्ड

किसने लगाया असुरक्षित डिस्पेंसरी का बोर्ड, आयुष डॉक्टर करेंगे जांच

चंडीगढ़, 14 जुलाई: स्मार्ट सिटी की एक आयुर्वेद डिस्पेंसरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जारी हुआ जिसमें दावा किया गया की सेक्टर 28 की डिस्पेंसरी सुरक्षित नहीं लिहाजा टेंट में मरीज देखे जा रहे हैं। आयुर्वेदिक डॉक्टर टेंट में ही ओ पीड़ी चला रहा है। इस बाबत स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है की इस डिस्पेंसरी का टेक्निकल इंस्पेक्शन किया गया था और इसकी रिपेयर का काम चल रहा है। हाल ही में आयुष विभाग के कुछ डॉक्टरों व स्टाफ का तबादला किया गया था जो बरसों से एक ही जगह जमे थे। ऐसे कुछ शरारती तत्वों ने हो विभाग का नाम बदनाम करने के लिए यह टेंट लगाया व फ्लेक्स बैनर लगाया। हायर अथॉरिटी से ऐसा करने की कोई परमिशन नहीं ली गई। उनहे भी यह मीडिया से ही पता चला। डायरेक्टर आयुष को सम्पूर्ण मामले की रिपोर्ट देने को कहा गया है ताकि आगे कारवाई हो सके। यह भी निर्णय हुआ की डिस्पेंसरी टेंट से नहीं चलेगी और इसके लिए उचित स्थान देखा जायेगा। यहां तैनात स्टाफ की सेवाएं तब तक कहीं और ली जाएंगी। इन दिनों टेंट में चल रही है। इस बिल्डिंग में अभी कुछ साल पूर्व तब के सलाहकार विजय देव ने पंचकर्मा सेंटर का उद्घाटन किया था। पिछले दिनों आयुर्वेदिक और हो योपैथिक डॉक्टरों की बदली के बाद यहां नए डॉक्टर की नियुक्ति हुई। चार्ज लेते ही उन्हें अभास हुआ कि ये बिल्डिंग असुरक्षित है। 
 स्वास्थ्य सचिव यशपाल गर्ग ने कहा कि वह इस बात की जांच करवा रहे हैं कि वहां असुरक्षित इमारत का बोर्ड किसने  लगाया है। उन्होंने कहा की इमारत का नवीनीकरण का काम किया जाना है। उन्होंने कहा कि इमारत में जहां मुर मत की जरूरत थी उसे दूर किया जा रहा है लेकिन यह कहना कि उक्त इमारत अनसेफ है तो सरासर गलत है।