ये कैसी हाऊस मीटिंग, न पूरा एजेंडा होता अपलोड, न रिकार्ड होता पार्षद क्या बोले

ये कैसी हाऊस मीटिंग, न पूरा एजेंडा होता अपलोड, न रिकार्ड होता पार्षद क्या बोले

Chandigarh House Meeting

Chandigarh House Meeting

नगर निगम की हाऊस मीटिंग में पारदर्शिता का पूर्ण अभाव

चंडीगढ़, 21 अक्तूबर (साजन शर्मा): चंडीगढ़ नगर निगम में पारदर्शिता का पूरी तरह से अभाव है। न तो हाऊस की हर माह होने वाली मीटिंगों की प्रोसिडिंग को ऑनलाइन अपलोड किया जाता है और न ही पूरे एजेंडे को ही ऑनलाइन अपलोड किया जाता है। एजेंडे के तहत आने वाले मुद्दों के पेज जानबूझ कर अपलोड नहीं किये जाते या फिर अनजाने में यह रह जाते हैं, यह अपने आप में अहम सवाल है? लोगों द्वारा चुने गए पार्षद एजेंडे पर क्या बोलते हैं इसका कोई रिकार्ड नहीं रखा जाता। महज औपचारिकता के लिए ही हर माह मीटिंग होती है जिससे शहर की जनता में जबरदस्त रोष है। आमजन का कहना है कि जो पार्षद उन्होंने चुना है, कम से कम ये तो पता लगना चाहिए कि उसने क्या बोला। कौन से मुद्दे उठाए ताकि उसके कामकाज का आंकलन किया जा सके।

यह पढ़ें: Municipal Corporation will Build Houses: राजीव-इंदिरा कॉलोनी और खड़क मंगोली के लोगों को मकान बनाकर देगा नगर निगम।

एजेंडे को नगर निगम मीटिंग से पहले ऑनलाइन चढ़ाता है लेकिन इस कवायद के दौरान एजेंडे के कई पेज डालने भूल जाता है। अब यह सबकुछ जानबूझ कर होता है या अनजाने में इसको लेकर निगम के अधिकारियों को स्पष्टीकरण देना चाहिए। बीते कई एजेंडों में इस तरह की भूल दिखाई दी। आरोप लग रहे हैं कि एजेंडे की कुछ आइटमें मौके पर ही प्रस्तुत की जाती हैं ताकि उस पर पहले से रणनीति न बन सके। हालांकि कहा जा रहा है कि पार्षदों के पास ऑनलाइन के अलावा भी लिखित एजेंडा भेजा जाता है। एजेंडे के मिसिंग पेजों को लेकर लोग हैरानी जता रहे हैं। लोकसभा व विधानसभा में सांसद व विधायक क्या बोलते हैं, इसका संपूर्ण ब्यौरा रखा जाता है। उन्होंने क्या सवाल पूछे इसका भी पूरा रिकार्ड होता है। अगर कोई विधायक या सांसद लिखित में सवाल पूछता है तो उसका जवाब भी लिखित में मिलता है। इतना ही नहीं, अगर मौके पर भी कोई सवाल इनकी ओर स

यह पढ़ें: Transfers In municipal corporations: हरियाणा नगर निगमो में बड़ी मात्रा में तबादले, सूचि देखें किस का कहां हुआ ट्रांसफर