देर रात थाना बुडिया के एएसआई को विजिलेंस टीम ने रिश्वत लेते किया रंगे हाथों गिरफ्तार

देर रात थाना बुडिया के एएसआई को विजिलेंस टीम ने रिश्वत लेते किया रंगे हाथों गिरफ्तार

देर रात थाना बुडिया के एएसआई को विजिलेंस टीम ने रिश्वत लेते किया रंगे हाथों गिरफ्तार

देर रात थाना बुडिया के एएसआई को विजिलेंस टीम ने रिश्वत लेते किया रंगे हाथों गिरफ्तार

राकेश भारतीय/ यमुनानगर

यमुनानगर के जगाधरी हल्के के थाना बुढ़िया एएसआई अनिल कुमार को 10 हजार रिश्वत लेते विजिलेंस की टीम ने किया रंगे हाथों गिरफ्तार। पति पत्नी में हुए झगड़े की सहमति बनने के बाद भी कर रहा था एसआई पति को तंग ।

इस मामले में शिकायतकर्ता कृष्णलाल ने बताया गत 2 मार्च को उनकी पत्नी से उनके झगड़े को लेकर  112 हेल्पलाइन पर कॉल गया जिसके बाद उन्हें तकरीबन रात 12 बजे 112 हेल्पलाइन ने उन्हें व उनके परिजनों को बुढ़िया थाने में पहुचाया जिसके बाद थाने में पहुचकर शिकायतकर्ता कृष्णलाल का उनकी पत्नी के साथ समझौता हो गया उन्होंने अपनी पत्नी से माफी मांगी व राजीनामा कर लिया लेकिन पुलिस कर्मियों ने फैसला मंजूर नही किया व उन्हें व उनके परिजनों मोहनलाल व राजपाल को थाने में बैठा लिया व कहा गया रात को नही छोड़ेंगे व उन्हें अंदर बन्द किया जाएगा। रिश्वत के तौर पर 21 हजार की मांग की गई व 10 हजार कृष्णलाल द्वारा मौके पर दिये गए रात तकरीबन 3 बजे उन्हें व उनके परिजनों को छोड़ दिया गया। उसके बाद जब फेसले कि कॉपी कृष्णलाल द्वारा उक्त एएसआई से मांगी गई तो उन् पर बार बार बकाया रकम देने का दबाव बनाया गया, कहा गया कोआपरेट करो।


वही यमुनानगर विजिलेंस इंसपेक्टर मनदीप सिंह ने जानकारी देते हुए बताया की पति पत्नी के आपसी झगड़े को लेकर राजीनामा होने के बाद भी एएसआई अनिल कुमार द्वारा शिकायतकर्ता कृष्णलाल से पैसे की डिमांड की गई व उक्त एएसआई ने 10 हजार मौके पर ही ले लिए व आज बाकी के 10 हजार रु जब शिकायतकर्ता उक्त एएसआई अनिल कुमार को देने गया उसी वक्त थाने में ही उसे रँगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष ही उक्त एएसआई अनिल कुमार के हाथ धोए गए व पैसे पेंट की जेब मे डाले गए थे इसलिए पेंट की जेब को भी धोया गया नोटो पर लगे केमिकल की हाथ व पेंट की जेब पर लगे होने की पुष्टि हुई।


बड़ी बात यमुनानगर में हर साल तकरीबन ऐसा ही एक मामला सामने आता है लेकिन साफ सुथरे सिस्टम को बनाने में लगी सरकार को हर विभाग को रिश्वतखोरी से बचाने के लिए लगातार मॉनिटर करना आवश्यक है। कई मामलो में आम जनता जानकारी के आभाव में विजिलेंस तक शिकायत नही पहुचा पाती व सीएम विंडो पर ही चक्कर लगाती रह जाती है ।लेकिन जिले की विजिलेंस टीम बधाई की पात्र है क्योंकि आम जन द्वारा दी गयी शिकायत के आधार पर न सिर्फ कारवाही हुई बल्कि दोषी एएसआई को रँगे हाथों गिरफ्तार भी किया गया।आम जनता खुल कर न सिर्फ बोल सके बल्कि रिश्वत लेने वाले अधिकारियो पर कारवाही सम्भव हो इसके लिए जनता का जागरूक रहना आवश्यक है।