हरियाणा में महिला ASI का कारनामा: रिश्वत न मिलने पर देती थी यह आरोप लगाने की धमकी, अब विजिलेंस को मिला मौका तो हो गया खेल

हरियाणा में महिला ASI का कारनामा: रिश्वत न मिलने पर देती थी यह आरोप लगाने की धमकी, अब विजिलेंस को मिला मौका तो हो गया खेल

Vigilance Arrested Female ASI in Haryana

Vigilance Arrested Female ASI in Haryana

Haryana Female ASI News : रिश्वत के आरोपों में हरियाणा पुलिस लगातार घिर रही है| आयेदिन पुलिस विभाग का कोई न कोई कर्मचारी रिश्वत में धरा जा रहा है| खासकर पिछले कुछ दिनों में हरियाणा पुलिस के कई ASI रिश्वतकांड में रंगेहाथ गिरफ्तार किये गए हैं| वहीं, अब इस कड़ी में एक और ताजा मामला सामने आया है जो कि जिला झज्जर से है| यहां महिला थाना में तैनात एक महिला एएसआई को विजिलेंस ने गिरफ्तार किया है| यह महिला एएसआई रिश्वत न मिलने पर लोगों को फंसाने की धमकी देती थी|

10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा ....

मिली जानकारी के अनुसार, किसी व्यक्ति की शिकायत महिला थाने में आई थी| जिसकी जांच यह महिला एएसआई कर रही थी| बताया जाता है कि, महिला एएसआई ने उक्त व्यक्ति से 50 हजार रुपए रिश्वत की डिमांड की और यह भी कहा कि अगर वह यह पैसे नहीं देगा तो उसे दुष्कर्म के केस में फंसा दिया जाएगा| इसके बाद उक्त व्यक्ति ने महिला एएसआई को 30 हजार रूपए दे दिए और अब 20 हजार रूपए बाकी रह गए| जिसको लेकर फिर से उक्त व्यक्ति पर महिला एएसआई द्वारा दवाब बनाया जाने लगा|

जहां तंग आकर व्यक्ति ने इसकी शिकयत विजिलेंस को दे दी| जिसके बाद फिर विजिलेंस ने अपनी कार्रवाई की| प्लान के अनुसार, व्यक्ति ने महिला एएसआई को 10 हजार रुपए दिए और जैसे ही यह रूपए दिए तभी विजिलेंस की टीम ने धावा बोल दिया और महिला एएसआई को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। महिला एएसआई की पहचान पूनम के रूप में हुई है|

हाल ही में दो ASI हुए गिरफ्तार ....

बतादें कि, हाल ही में हरियाणा के चरखी दादरी में विजिलेंस टीम ने सदर थाने में तैनात एएसआई विक्रम सिंह को 25 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा था| इसके अलावा बाद में महेंद्रगढ़ जिले विजिलेंस टीम ने एक एएसआइ पर छापेमारी की थी और उसे 2 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोचा था|

रिश्वत बुरी बला.....

समझ नहीं आता है कि जब काम करने के पैसे दिए जा रहे हैं तो फिर भी लोग रिश्वत क्यों मांगते हैं? क्या रिश्वत लेकर ज्यादा अमीर हो जाएंगे... बरहाल, रिश्वत बुरी बला है, इससे हाथ कुछ नहीं लगता| हां बेइज्जती जरूर हाथ लगती है और जो पास है वो भी छिन सकता है| लेकिन यह सब जानते हुए भी सरकारी सिस्टम में रिश्वत का कीड़ा मर नहीं रहा है|