आधी आबादी को नजरंदाज करके समाज स्वावलंबी व आत्मनिर्भर नहीं हो सकताः मुख्यमंत्री योगी

Chief Minister Yogi

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लखनऊ : Chief Minister Yogi: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि समाज आत्मनिर्भर और प्रगति तभी करता है, जब ऐसे संगठन नेतृत्व करते हैं और सरकार उन्हें पीछे से सपोर्ट करती है. सीएम योगी ने फिक्की फ्लो के कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि आधी आबादी बढ़ेगी तो समाज बढ़ेगा. आधी आबादी आत्मनिर्भर होगी तो देश-प्रदेश भी आत्मनिर्भर होगा. आधी आबादी विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए संकल्पित होगी, तो भारत को विकसित होने से कोई रोक नहीं सकता. जितनी सशक्त भागीदारी पुरुषों की है, उससे भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी महिलाएं निर्वहन कर सकती हैं. मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित फिक्की फ्लो के राष्ट्रीय अधिवेशन में ये बातें कहीं.

सीएम योगी ने कहा कि 20 चैप्टर में 16 हजार से अधिक प्रोफेशनल्स आपके साथ जुड़े हैं, लेकिन 140 करोड़ के भारत में यह संख्या कम है. आपने 11 वर्ष में बदलते हुए भारत को देखा है. देश ने अलग-अलग क्षेत्र में प्रगति की है. भारत की अभूतपूर्व प्रगति दुनिया को आकर्षित करती है. पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ने खुद को चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित किया है. नया भारत सबसे तेज गति से उभरती हुई अर्थव्यवस्था के रूप में है. हम बहुत जल्द तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनेंगे.

यूपी की कानून व्यवस्था देश में मॉडल : सीएम योगी ने कहा कि साढ़े आठ वर्ष पहले हमें जब सत्ता मिली थी, तबके यूपी की स्थिति किसी से छिपी नहीं है. असुरक्षा का वातावरण, कानून व्यवस्था तार-तार, दंगे होते थे. बेटी, बाजार, व्यापारी, उद्यमी भी सुरक्षित नहीं थे. यूपी की बागडोर जब हमारे हाथ में आई, तब हमने सुरक्षा को प्राथमिकता दी और प्रदेश सरकार ने अपराध व अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कार्य प्रारंभ किया. आज देश में यूपी की कानून व्यवस्था मॉडल के रूप में जानी जाती है. प्रदेश में पिछले आठ साल में 45 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव लाने में सफलता हासिल हुई है. 15 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव की सफलतापूर्वक ग्राउंड ब्रेकिंग करा चुके हैं.

आठ साल में वीमेन वर्कफोर्स में हुई तीन फीसदी की बढ़ोतरी : सीएम ने कहा कि जब हम सत्ता में आए थे तो वीमेन वर्कफोर्स महज 12 से 15 फीसदी था. आज यह संख्या 35-36 फीसदी (आठ वर्ष में तीन फीसदी बढ़ोतरी) हुई. 2017 में यूपी पुलिस में महिलाओं की संख्या सिर्फ 10 हजार थी. उनमें से कुछ रिटायर भी हुई होंगी. आज यूपी पुलिस में 44,000 महिला कार्मिक हैं. हमने 20 फीसदी महिलाओं की भर्ती अनिवार्य की. स्कूली शिक्षा, आंगनबाड़ी केंद्रों आदि सेक्टरों में महिलाओं का कार्य काफी बेहतरीन है.

आठ वर्ष में यूपी में बेसिक शिक्षा को सुधारने के लिए ऑपरेशन कायाकल्प, निपुण योजनाएं शुरू की गईं. बच्चों को स्कूल चलो अभियान से जोड़ा गया. जनसहभागिता के जरिए स्कूलों का कायाकल्प करके उन्हें हर सुविधाओं से आच्छादित किया गया. आज यूपी के बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में 1.60 करोड़ से अधिक बच्चे अध्ययनरत हैं. इसमें बालिकाओं की संख्या अधिक है. इन बच्चों को यूपी सरकार हर वर्ष दो यूनिफॉर्म, बैग, स्वेटर, मोजा, बुक, शूज उपलब्ध कराती है.

कोरोना में आंगनबाड़ी, आशा वर्कर व एएनएम ने घर-घर जाकर स्क्रीनिंग की मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के दौरान जब दुनिया पस्त और हर व्यक्ति सशंकित था तो आंगनबाड़ी, आशा वर्कर और एएनएम ने प्रदेश सरकार के आह्वान पर डोर टू डोर जाकर हर घर की स्क्रीनिंग की. बीमार को अस्पताल या जरूरतमंद के घर तक दवा पहुंचाई, जिससे 25 करोड़ के उत्तर प्रदेश को हम कोरोना से बचाने में सफल रहे. आंगनबाड़ी, आशा वर्कर व एएनएम में शत-प्रतिशत महिलाएं कार्य करती हैं. इन्होंने 25 करोड़ की आबादी को महामारी से बचाने में बेहतरीन कार्य किया. सीएम ने कहा कि आज सभी 57,600 ग्राम पंचायतों में बीसी सखी तैनात हैं. बुजुर्ग महिला को पेंशन या पैसा बैंक से निकालना है तो लेनदेन का कार्य बीसी सखी करती हैं. कुछ बीसी सखी महीने में 25 हजार से सवा लाख रुपये कमा रही हैं.

महिलाओं की सफलता की कहानी सुनाई : सीएम योगी ने झांसी का जिक्र किया और बताया कि 2019 में बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर की स्थापना की गई. उसे लीड करने वालीं महिला आठवीं पास भी नहीं हैं, लेकिन बिजनेस मॉडल की वजह से 62 हजार से अधिक महिलाएं उनके साथ जुड़ी हैं. सीएम ने तारीफ की और कहा कि कार्य कैसे होता है, बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर उसका बेहतरीन उदाहरण है. लखनऊ, आगरा, काशी व गोरखपुर में नए मिल्क प्रोड्यूसर स्थापित कर रहे हैं, जिनके साथ हजारों महिलाएं आर्थिक स्वावलंबन से जुड़ रही हैं और बता रही हैं कि वीमेन वर्कफोर्स कुछ भी कर सकती हैं. आधी आबादी के सामने उनके कार्यों को मान्यता देने की चुनौती है.

रेडिमेड गारमेंट्स में बांग्लादेश की स्थिति में गिरावट : सीएम योगी ने रेडिमेड गारमेंट्स का जिक्र किया और कहा कि ग्लोबल मार्केट में बांग्लादेश की स्थिति में लगातार गिरावट है. रेडिमेड गारमेंट्स में उसकी पकड़ छूट रही है. भारत उस मार्केट पर पर पकड़ बना सकता है. रेडिमेड गारमेंट्स में फ्लैटेड फैक्ट्री के मॉडल के माध्यम से आधी आबादी को आगे बढ़ाने में फिक्की फ्लो बड़ी भूमिका का निर्वहन कर सकता है. ग्लोबल मार्केट की डिमांड के अनुसार डिजाइन, रेडिमेड गारमेंट्स दुनिया के मार्केट को उपलब्ध कराकर करोड़ों बहनों को जोड़कर आर्थिक स्वावलंबन की दिशा में आगे बढ़ा सकते हैं.

महिलाएं कर सकती हैं पुरुषों से अच्छा कार्य : सीएम ने कहा कि नर्सिंग का कार्य जितना अच्छा महिला कर सकतीं, उतना पुरुष नहीं कर सकते. यह सेवा व रोजगार का बड़ा माध्यम है. यह 100 फीसदी प्लेसमेंट की गारंटी भी देती है. बच्चों को इसके बारे में बताने में सपोर्ट करें. बेसिक शिक्षा व आंगनबाड़ी का कार्य महिलाएं बेहतर ढंग से कर सकती हैं. महिला स्वावलंबन, आर्थिक स्वालंबन, रोजगार से जुड़ी केंद्र व राज्य सरकार की स्कीम महिला पुलिस बीट अधिकारी हर ग्राम पंचायत में जाकर सप्ताह में एक बार बेटियों व महिलाओं के साथ बैठकर योजनाओं के बारे में बताती हैं.

बेटी के जन्म लेने से लेकर स्नातक की पढ़ाई के बाद मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह स्कीम, मातृ वंदना, कन्या सुमंगला योजना की स्कीम के बारे में बताती हैं. यूजी तक की पढ़ाई फ्री में हो. स्वामी विवेकानंद स्कीम के अंतर्गत डिजिटल सशक्तिकरण की दिशा में किए जा रहे प्रयास के अंतर्गत टैबलेट, स्मार्ट फोन उपलब्ध कराने, छात्रवृत्ति आदि स्कीम से जोड़ने का जिक्र किया.