रिषभ पंत की कप्तानी में संघर्ष कर रही है टीम इंडिया, हारे तो गंवा देंगे सीरीज

रिषभ पंत की कप्तानी में संघर्ष कर रही है टीम इंडिया, हारे तो गंवा देंगे सीरीज

रिषभ पंत की कप्तानी में संघर्ष कर रही है टीम इंडिया

रिषभ पंत की कप्तानी में संघर्ष कर रही है टीम इंडिया, हारे तो गंवा देंगे सीरीज

नई दिल्ली. भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच मंगलवार (14 जून) को पांच टी20 की सीरीज का तीसरा मुकाबला खेला जाएगा. टीम इंडिया के लिए यह करो या मरो का मैच है, क्योंकि इस मुकाबले में अगर हारे तो फिर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज गंवा देंगे. ऐसे में ऋषभ पंत की अगुवाई वाली टीम इंडिया को वापसी के लिए पूरा जोर लगाना होगा. टीम इंडिया लगातार 12 टी20 जीतने के साथ इस सीरीज में उतरी थी. लेकिन, दक्षिण अफ्रीका ने पहले 2 टी20 में टीम इंडिया की हवा निकाल दी. पहले मैच में गेंदबाजों ने निराश किया तो दूसरे में बल्लेबाजों के कारण हार मिली. रही-सही कसर ऋषभ पंत की अनुभवहीन कप्तानी ने पूरी कर दी.

पंत ने दोनों मुकाबलों में कई ऐसे फैसले लिए. जिसका टीम को खामियाजा उठाना पड़ा. यानी मोटे तोरे पर तीन गलतियां टीम इंडिया पर भारी पड़ी. अब तीसरे मुकाबले में भारतीय टीम को इसे दोहराने से बचना होगा. वर्ना सीरीज गंवाते देर नहीं लगेगी.

टॉप ऑर्डर पावरप्ले में तेजी से रन बनाने में फेल रहा
टीम इंडिया की पहली गलती पावरप्ले में ओपनर का दमदार शुरुआत न दिला पाना है. रोहित शर्मा और केएल राहुल की गैरमौजूदगी में टीम इंडिया के लिए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज के पहले दो मुकाबलों में ईशान किशन और ऋतुराज गायकवाड़ ने पारी की शुरुआत की. लेकिन, यह जोड़ी पावरप्ले में ताबड़तोड़ रन बनाने में नाकाम रही. ईशान ने तो फिर भी दोनों मुकाबलों में अच्छी बल्लेबाजी की. उन्होंने पहले मैच में 48 गेंद में 158 के स्ट्राइक रेट से 76 रन ठोके. वहीं, दूसरे टी20 में उनके बल्ले से 21 गेंद में 34 रन निकले.

ऋतुराज बतौर ओपनर असरदार साबित नहीं हुए
वहीं, दूसरी ओर ऋतुराज ने पहले टी20 में 23 तो दूसरे में सिर्फ 1 रन बनाया. पहले टी20 में इस जोड़ी ने पावरप्ले के 6 ओवर में 51 रन जोड़े. तो वहीं, दूसरे टी20 में तो ऋतुराज पहले ओवर में ही आउट हो गए. इसका टीम इंडिया को नकुसान उठाना पड़ा और पावरप्ले के 6 ओवर में 42 रन ही बने. ऐसे में तीसरे टी20 में भारत को अपनी इस गलती को दुरुस्त करना होगा. इसके लिए सलामी जोड़ी में बदलाव करना होगा और ऋतुराज के अलावा वेंकटेश अय्यर को टॉप ऑर्डर में आजमाया जा सकता है. वो गेंदबाजी में भी एक विकल्प दे सकते हैं.

बीच के ओवर में बल्लेबाजी नहीं चली
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पहले 2 टी20 में हार-जीत का बड़ा अंतर बीच के ओवर में दोनों टीमों की बल्लेबाजी रही. पहले टी20 में पावरप्ले के बाद के 14 ओवर में 3 विकेट गंवाकर 160 रन बनाए थे. यानी 11 रन प्रति ओवर. इसी वजह से टीम 200 से अधिक का स्कोर खड़ा कर पाई. वहीं, दक्षिण अफ्रीका ने पहले टी20 में पावरप्ले के 6 ओवर में 61 रन बनाए थे. यानी भारत से 10 रन अधिक. इसके बाद बाकी बचे 14 ओवर में सिर्फ 1 विकेट गंवाकर 151 रन ठोक डाले और मैच अपने नाम कर लिया.

दूसरे टी20 में भी ऐसा ही हुआ. भारत ने पावरप्ले के बाद के 14 ओवर में 106 रन बनाए और 5 विकेट गंवाए. इस लक्ष्य का पीछा करते हुए द.अफ्रीका की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही थी. उसने पावरप्ले के 6 ओवर में 29 रन बनाने में तीन विकेट गंवा दिए. लेकिन बीच के ओवर में हेनरिक क्लासेन और डेविड मिलर ने शानदार बल्लेबाजी की और 12.2 ओवर में 10 रन प्रति ओवर की दर से 120 रन ठोककर मैच जीत लिया.

भारतीय गेंदबाजी रही फ्लॉप
दूसरी बड़ी गलती गेंदबाजों का लचर प्रदर्शन. पहले दोनों टी20 में भारतीय गेंदबाज अपनी छाप छोड़ने में नाकाम रहे. दूसरे टी20 में भुवनेश्वर कुमार (4 विकेट) को छोड़ दें, तो न तो तेज गेंदबाज, न ही स्पिनर चले. युजवेंद्र चहल और अक्षऱ पटेल की जोड़ी ने दूसरे टी20 में 5 ओवर में 68 रन लुटाए और सिर्फ 1 विकेट ही हासिल किया. आवेश खान और हर्षल पटेल ने भले ही 3-3 ओवर में बराबर 17-17 रन दिए. लेकिन यह दोनों विकेट निकालने में नाकाम रहे. ऐसे में तीसरे टी20 में भारतीय टीम मैनेजमेंट को इस गलती को दुरुस्त करना होगा और उमरान मलिक, रवि बिश्नोई जैसे नए गेंदबाजों को आजमाना होगा.

पंत की कप्तानी में दम नहीं दिखा
ऋषभ पंत को केएल राहुल के चोटिल होने के कारण दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में कप्तानी का मौका मिला. लेकिन, पहले दोनों टी20 में ऋषभ पंत बतौर कप्तान खरे नहीं उतरे. उनका बॉडी लेंग्वेज कप्तानों वाली नहीं दिखी. उन्होंने कई ऐसे फैसले लिए, जिस पर सवाल खड़े हो रहे हैं. दूसरे टी20 में अक्षर पटेल को दिनेश कार्तिक से पहले भेजने का फैसला गलत साबित हुआ. इसके बाद अलावा उन्होंने पहले टी20 में युजवेंद्र चहल से भी उनके कोटे के पूरे ओवर नहीं कराए.

पंत के पास अफ्रीकी बल्लेबाजों को आउट करने का कोई प्लान-बी नहीं दिखा. वो खुद भी बल्ले से कुछ खास नहीं कर पाए. ऐसे में तीसरे टी20 में उन्हें और आक्रामक होकर खेलना होगा. तभी टीम इंडिया की वापसी होगी.