Supreme Court on Nuh Violence| नूंह हिंसा पर अब सुप्रीम आदेश; SC ने कहा- किसी भी हालत में हेट स्पीच रोकें, अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दो

नूंह हिंसा पर अब सुप्रीम आदेश; SC ने कहा- किसी भी हालत में हेट स्पीच रोकें, अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दो, CCTV कैमरों से रिकॉर्डिंग करो

Supreme Court on Nuh Violence

Supreme Court on Nuh Violence Bajrang Dal-VHP Protest

Supreme Court on Nuh Violence: नूंह में सांप्रदायिक हिंसा का असर हरियाणा के साथ-साथ अब देश के अन्य हिस्सों में भी दिखने लगा है। हिन्दू संगठनों में भारी रोष है। आज दिल्ली-एनसीआर सहित कई जगहों पर विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल ने सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया और पुतलें भी फूंके। दरअसल, विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल की तरफ से नूंह हिंसा के खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शन का ऐलान किया जा चुका है। विश्व हिन्दू परिषद का कहना है कि, हम हिंदुओं का कब्रिस्तान नहीं बनने देंगे। हम मुंह तोड़ जवाब देंगे। इधर, विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के इसी ऐलान को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई और मांग की गई कि इनके प्रदर्शन पर रोक लगाई जाए।

सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए दिया यह आदेश

दाखिल याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि, हर हाल में यह तय हो कि किसी समुदाय के खिलाफ नफरत भरा भाषण नहीं होना चाहिए। किसी भी हालत में हेट स्पीच को रोका जाए और हिंसा न पनपने दी जाए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि, यदि आवश्यक लगे तो तुरंत अतिरिक्त फोर्स की तैनाती कर दी जाए। इसके साथ ही संवेदनशील जगहों को चिन्हित कर वहां CCTV कैमरे लगाए जायें और उनसे निगरानी हो। CCTV की रिकॉर्डिंग पूरी तरह से सुरक्षित रखी जाए।

बताया जाता है कि, सुप्रीम कोर्ट ने यह आदेश देते हुए केंद्र सरकार के साथ-साथ यूपी और हरियाणा सरकार को नोटिस जारी किया है और कहा है कि हर हाल में आदेश की पालना कराई जाए। सुप्रीम कोर्ट ने अन्य सभी राज्यों को भी हेट स्पीच को रोकने का आदेश दिया है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने किसी भी प्रकार के प्रदर्शन और रैली पर कोई रोक नहीं लगाई है। सुप्रीम कोर्ट नूंह हिंसा से संबन्धित इस मामले में अगली सुनवाई चार अगस्त को करेगा।

 

नूंह में कर्फ्यू, हरियाणा के 9 जिलों में धारा 144 लागू

नूंह में सांप्रदायिक हिंसा के बाद से धारा 144 लागू होने के साथ कर्फ्यू लगा हुआ है। हिंसा की इस आंच ने नूंह के आसपास के जिले भी प्रभावित किए हैं। गुरुग्राम, पलवल और फरीदाबाद में स्थिति बिगड़ती हुई नजर आई। खासकर गुरुग्राम में आगजनी की घटनाएं की गईं। जिसके बाद यहां भी पुलिस फोर्स की तैनाती करनी पड़ी। साथ ही अर्धसैनिक बलों ने भी नूंह के साथ-साथ यहां मोर्चा संभाला। नूंह के अलावा गुरुग्राम, पलवल, झज्जर, फरीदाबाद, रेवाड़ी, सोनीपत, पानीपत और महेंद्रगढ़ में भी धारा 144 लागू है।

नूंह हिंसा में 6 लोगों की मौत

हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने जानकारी दी है कि, नूंह हिंसा में 6 लोगों की मौत हो गई है। पहले मरने वालों की संख्या 5 बताई गई थी। बीते कल ही सीएम मनोहर लाल ने 5 लोगों की मौत होने की जानकारी दी थी। सीएम ने कहा कि, जिन 6 लोगों की मौत हुई है उनमें 2 होमगार्ड और 4 आम नागरिक हैं। वहीं कई लोग घायल भी हैं, जिनका इलाज अस्पतालों में चल रहा है।

नूंह में केंद्रीय सुरक्षा बल की 14 कंपनी तैनात

मनोहर लाल के अनुसार, राज्य पुलिस की 30 कंपनी और केंद्रीय सुरक्षा बल की 20 कंपनी हालातों को काबू में बनाए रखने के लिए मोर्चा संभाले हुए हैं। सीएम मनोहर लाल ने बताया कि, केंद्रीय सुरक्षा बल की 20 कंपनी में से नूंह में 14 कंपनी तैनात की गईं हैं। जबकि नूंह के साथ लगते पलवल जिले में 3, गुरुग्राम में 2 और फरीदाबाद में 1 कंपनी तैनात की गई है। बाकी साथ में हरियाणा पुलिस की फोर्स तैनात हैं। सीएम मनोहर ने बताया कि, अभी तक 116 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिनकी रिमांड ली जाएगी और उनसे पूछताक्ष होगी। इनसे पूछताक्ष के बाद और गिरफ्तारियां होंगी।

मनोहर लाल ने कहा कि, सबकी पहचान की जा रही है। किसी भी दोषियों और षड्यंत्रकारियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। इन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। सीएम ने अपील कि, सभी लोग शांति बनाए रखें और किसी भी तरह की घटना को आगे न बढ़ने दें। भाईचारे में रहें।

डिप्टी CM दुष्यंत के बयान पर बवाल

इधर, नूंह हिंसा पर हरियाणा के डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला ने एक बड़ा बयान दे दिया है। दुष्यंत ने कहा कि, हिन्दू संगठनों की तरफ से जो यात्रा निकाली गई। उसके बारे में आयोजकों ने जिला प्रशासन को पूरी और सही जानकारी नहीं दी। जहां इस कमी के चलते इस प्रकार की घटना हुई। दुष्यंत ने कहा कि, घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सभी लोग शांति बनाए रखें। फिलहाल, डिप्टी CM दुष्यंत के बयान पर बवाल हो गया है। दुष्यंत के बयान पर हिन्दू संगठनों में रोष है। उनका कहना है कि, दूसरे समुदाय ने हम पर हमला किया, उस बारे में कुछ नहीं बोला। हमें ही दोषी ठहरा रहे हैं।

गृह मंत्री विज ने कहा - कोई मास्टरमाइंड है

हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने नूंह हिंसा को लेकर साजिश की शंका जताई है। गृह मंत्री विज ने कहा- कोई मास्टरमाइंड है और यह हिंसा सुनयोजित तरीके से की गई है क्योंकि हर साल यात्रा निकलती है और कभी ऐसा नहीं हुआ लेकिन इस बार किसी ने जहर घोल दिया। गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि, अधिकारियों को हिंसा के संबंध में गहनता से जांच के आदेश दे दिए गये हैं और जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

हिंदुओं की धार्मिक बृजमंडल यात्रा के दौरान हुई हिंसा

नूंह में हिंसा उस वक्त हुई जब यहां से सोमवार को हिंदुओं की धार्मिक बृजमंडल यात्रा निकाली जा रही थी। यात्रा में शामिल लोगों पर दूसरे समुदाय की तरफ से अचानक पथराव शुरू हो गया। देखते ही देखते हालात इस कदर बिगड़ गए कि, जमकर पत्थरबाजी हुई और आगजनी की गई। यात्रा में शामिल कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। वहीं कई गाड़ियां पथराव में बुरी तरह से क्षतिग्रस्त की गईं। पत्थरबाजों ने पुलिस फोर्स पर भी पथराव किया और उनकी गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया।

मोनू मानेसर के चलते बवाल बढ़ा!

बताया जा रहा है कि, इस यात्रा में गोरक्षक मोनू मानेसर ने भी आने का एलान किया था। मोनू द्वारा एक वीडियो जारी किया गया था। जिसमें उसने यात्रा में शामिल रहने की बात कही थी। माना जा रहा है कि, इसी वजह से बवाल और भड़का। ज्ञात रहे कि, मोनू मानेसर दो मुस्लिम युवक नासिर और जुनैद को उनकी गाड़ी के अंदर जिंदा जलाने का आरोपी है। मोनू इस केस में वांटेड है। मोनु को लेकर नूंह में भारी विरोध है। आपको यह भी ज्ञात रहे कि, नूंह मुस्लिम बाहुल्य इलाका है।

बताया जाता है कि, ब्रजमंडल यात्रा एक साल में एक बार निकलती है और हर साल यह नूंह के मंदिरों से होते हुए निकाली जाती है. इस यात्रा में हरियाणा के साथ-साथ देश के अन्य हिस्सों से भी लोग शामिल होते हैं। फिरोजपुर झिरका में इस यात्रा का समापन होता है। इस यात्रा में विश्व हिंदू परिषद, मातृशक्ति दुर्गावाहिनी, बजरंग दल व गौरक्षा दल की मुख्य भूमिका रहती है।