Suicide in Lucknow: तीन की मौत में चार आरोपित, सुसाइड नोट में बयां की पर‍िवार उजड़ने की कहानी

Suicide in Lucknow: तीन की मौत में चार आरोपित, सुसाइड नोट में बयां की पर‍िवार उजड़ने की कहानी

Suicide in Lucknow: तीन की मौत में चार आरोपित

Suicide in Lucknow: तीन की मौत में चार आरोपित, सुसाइड नोट में बयां की पर‍िवार उजड़ने की कहानी

Suicide in Lucknow: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार सुबह को एक ही परिवार के तीन लोगों ने कर्ज के बोझ तले दबे होने की वजह से जहर खाकर मौत को गले लगा लिया था. पुलिस ने मौके से सुसाइड नोट बरामद किया है, जिसमें 60 लाख रुपये लोन दिलाए जाने के नाम पर किसी व्यक्ति को पैसे दिए जाने की बात की गई है. इसके बाद ना ही परिवार को लोन मिला और ना ही पैसा वापस  किया गया.

दरअसल लखनऊ के जानकीपुरम में रहने वाले और नलकूप विभाग में जेई (जूनियर इंजीनियर) के पद पर तैनात शैलेंद्र कुमार (उम्र -45 साल), उनकी पत्नी गीता (उम्र- 42 साल) और बेटी प्राची (उम्र- 17 साल) ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली.

अब कर्ज के बोझ को आत्महत्या का कारण माना जा रहा है. जानकारी के मुताबिक जमीन को गिरवी रखने के बाद पैसा इकट्ठा करने पर कई बकायेदारों ने घर में घुसकर जेई के परिवार से लगातार बदतमीजी और गाली-गलौज की, जिसके बाद पति-पत्नी और बेटी ने खुदकुशी कर ली. सुसाइड नोट में 4 लोगों पर आरोप लगाया है और उन्हें मौत का जिम्मेदार बताया गया है.

पुलिस को जो सुसाइड नोट बरामद हुआ है, उसमें 7 लाख रुपये का भी जिक्र है. इसके साथ ही सुसाइड नोट में चार लोगों का नाम भी है जिन पर घर आकर धमकाने और पैसा वसूलने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं.

Suicide in Lucknow: कर्ज के बोझ तले दबा हुआ था परिवार

परिवार ने अपनी मौत का जिम्मेदार उन्हीं चार लोगों को बताया है, जिनके नाम सुसाइड नोट में हैं. पुलिस अब सभी आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.

नॉर्थ जोन के एडिशनल डीसीपी कासिम अब्दी के मुताबिक, मृतक परिवार ने 60 लाख रुपये का लोन लेने के लिए किसी को पैसा दिया था जो वापस नहीं किया गया. इसके बाद कई बकायेदारों ने पैसा मांगना शुरू कर दिया, जिसपर परिवार से उनका विवाद हो गया था.

Suicide in Lucknow: पड़ोसियों ने दी पुलिस को सूचना

बता दें कि जानकीपुरम इलाके में शैलेंद्र कुमार अपने परिवार के साथ रहते थे. उनके परिवार में पत्नी, एक बेटी और एक बेटा है. बेटा फिलहाल बेंगलुरु में एक स्पोर्ट्स इवेंट में हिस्सा लेने गया है.
 
बुधवार को घर में शैलेंद्र, पत्नी गीता और बेटी प्राची के साथ थे. पुलिस ने बताया कि उन्हें सुबह 9.30 बजे पड़ोसियों ने तीनों के जहर खाने की सूचना दी.

पुलिस के मुताबिक, जैसे ही हमें तीनों के जहर खाने की सूचना मिली तो हम तुरंत घर पर पहुंचे और तीनों को ट्रामा सेंटर पहुंचाया गया, जहां बाप और बेटी को डॉक्टर ने डेथ घोषित कर दिया और मां का इलाज शुरू किया. मां की हालत बेहद गंभीर थी और डॉक्टरों ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन उसकी भी मौत हो गई.