आंध्रा में एक करोड़ हस्ताक्षर अभियान ने नायडू सरकार को हिला दिया

आंध्रा में एक करोड़ हस्ताक्षर अभियान ने नायडू सरकार को हिला दिया

One Crore Signature Campaign Rocks Naidu Government

One Crore Signature Campaign Rocks Naidu Government

( अर्थ प्रकाश / बोम्मा रेडड्डी )

विजयवाडा : : आंध्रा प्रदेश (30,अक्टू) One Crore Signature Campaign Rocks Naidu Government: वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने ज़ोर देकर कहा राज्य के विकास में अवरोध उत्पन्न करना गलत सरकार जनहित में की गई योजनाओं को ठंडा बस्तें में डालना पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व में केंद्र से 17 मेडिकल कॉलेजो की पूरी अनुमतियों के साथ तैयारी कर लेने के बाद पूरे कॉलेज बन चुकाने के बाद जिसमें मात्र एक प्रतिशत निर्माण कार्य से जुड़ी चलते-चलते काम को रुकवा कर राज्य के वास्तविक जमीनी विकास को रोकने का भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी स्वास्थ्य मंत्री सत्य कुमार इस विभाग के मंत्री हैं तभी दोष पूरा भारतीय जनता पार्टी को आम जनता दे रही है तेलुगु देशम पार्टीजनसेना पार्टीऔर भारतीय जनता पार्टी की प्राइवेसी कारण की नीति को आंध्र की जनताकभी स्वीकार नहीं .करेगी आम जनता का कहना हैकेंद्र में प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री गुजरात राज्य के होने के वजह से गुजरात का जो विकास है उससे अधिक विकास किसी राज्य का नहीं चाहते हैं   
      अन्य राज्यों को इस तरह का अनेक अवरोध उत्पन्न करना जैसे राज्य को विशेष दर्जा देने की घोषणा के बाद भीउसे इसलिए रोका गया क्योंकि गुजरात से कुछ बड़ी इंडस्ट्री आंध्र को आने की तैयारी में थे यह बात कहते हुए कम की के नेताओं नेएक स्वर में पत्रकारों को बताया  है का कर सीनियर भारतीय जनता पार्टी के कई कार्यकर्ताओं ने राष्ट्र का दुर्दशा नेताओं का स्वार्थ को इंगित किया है कहा .

      राज्य में गठबंधन सरकार ने जो इमेज बनाई थी वह पूरा का पूरा गठबंधन पार्टी की प्रतिष्ठा को पानी फेर दिया इस राज्य मेंकहा सीनियर पूर्व केंद्रीय मंत्री .एवं कई सीनियर पार्टी के कार्यकर्ता 
 इस मामले को आगे ले जाकर जन समर्थन में रोकना बहुत जरूरी है कहकर एक सभी विपक्षी पार्टियों की बैठक के बाद एक करोड़ हस्ताक्षर करवा करकेंद्र को सूचित करना फिर सुप्रीम कोर्ट में मामला दायर करने की योजना परजोरो से काम चल रहा है समय रहते भाजपा इस परइस प्राइवेट ही कारण को तत्काल नहीं रोकेगा तो शायद दक्षिण भारत में भाजपा एक बहुत प्रमुख समर्थक को खोने की स्थिति आ रही है कहकर कहाकई भाजपा के प्रमुख सीनियर कार्यकर्ता भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी भारतीय मार्केट पार्टी के भीसीनियर नेताओं ने एक बैठक के बादइसकी जिम्मेदारीपर पुनः केंद्र को विचार करना चाहिए कहा

   आंध्र प्रदेश में वाईएसआर पार्टी के कार्यकाल के दौरान स्वीकृत कॉलेजो को प्राइवेट कारण कि ऐतिहासिक 
"एक करोड़ हस्ताक्षर आंदोलन" टीडीपी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार की नींव हिला रहा है, 
    क्योंकि यह वर्तमान सरकार सरकारी मेडिकल कॉलेजों का निजीकरण करना चाहती है और गरीबों को गुणवत्तापूर्ण  मेडिकल एजुकेशन और स्वास्थ्य सेवा से वंचित करना चाहती है। उन्होंने घोषणा की कि चंद्रबाबू नायडू का एकमात्र उद्देश्य सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा को आम परिवारों की पहुँच से बाहर एक विलासिता व्यापार में बदलना है।

वाईएसआरसीपी नेताओं ने कहा कि राज्यव्यापी हस्ताक्षर अभियान सार्वजनिक चिकित्सा शिक्षा और सरकारी चिकित्सा सेवाओं की रक्षा के लिए एक सीधा जन विद्रोह है। उन्होंने गठबंधन सरकार के "गरीब-विरोधी, कॉर्पोरेट-समर्थक एजेंडे" की निंदा की और सरकारी मेडिकल कॉलेजों के लिए पीपीपी मॉडल को तुरंत वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा, "चंद्रबाबू नायडू के विचार सड़े हुए और प्रतिगामी हैं। सार्वजनिक मेडिकल कॉलेजों का निजीकरण गरीब छात्रों के भविष्य को निजी मुनाफाखोरों को बेचने के अलावा और कुछ नहीं है।"

 नेताओं ने जनता को याद दिलाया कि वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने दूरदर्शी योजना के साथ 17 सरकारी मेडिकल कॉलेजों की नींव रखी थी, जिनमें से पाँच पहले से ही कार्यरत हैं, जो हर गरीब परिवार के लिए चिकित्सा शिक्षा सुलभ बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक विस्तार है। उन्होंने कहा, "यहाँ तक कि वाईएसआरसीपी ने भावी पीढ़ियों के लिए संस्थानों का निर्माण किया, गठबंधन सरकार उन्हें निजी पूंजीपतियों को सौंपने की साजिश कर रही है।"
उन्होंने कहा कि चंद्रबाबू नायडू ने कभी अपने बल पर जनादेश नहीं जीता और केवल राजनीतिक बनावट और उधार के चेहरों के सहारे सत्ता में आए। लेकिन, लोगों ने सच्चाई देख ली है - और अब वे जगन मोहन रेड्डी की ईमानदारी और विश्वसनीयता पर भरोसा करते हैं। उन्होंने कहा, "वाईएसआरसीपी कार्यकर्ता जगन 2.0 के सारथी हैं। 2029 में, जनता की सरकार और अधिक मजबूती के साथ लौटेगी।"
नेताओं ने गठबंधन सरकार के झूठे प्रचार और खोखले वादों का मज़ाक उड़ाया।  उन्होंने कहा, "उनका कल्याण कागज़ी है, प्रचार काफ़ी है, लेकिन काम शून्य है। चंद्रबाबू अपने वादे कभी पूरे नहीं कर सकते। अगर यह सरकार तीन साल टिकी, तो संविधान ही हिल जाएगा। लोग एकजुट होकर इस गठबंधन को उखाड़ फेंकने के लिए तैयार हैं।"

पार्टी ने ज़ोर देकर कहा कि एक करोड़ हस्ताक्षर आंदोलन सिर्फ़ एक अभियान नहीं है, यह एक करोड़ परिवारों की आवाज़ है जो अपने बच्चों के मेडिकल की पढ़ाई के अधिकार और लोगों के किफ़ायती स्वास्थ्य सेवा के अधिकार की रक्षा कर रहे हैं। उन्होंने कसम खाई, "हम गठबंधन सरकार की गर्दन झुका देंगे और उन्हें पीपीपी घोटाला वापस लेने के लिए मजबूर कर देंगे।"

ज़िला कार्यक्रमों की ज़मीनी रिपोर्ट:

* कादिरी निर्वाचन क्षेत्र के समन्वयक बी.एस. मकबूल ने गंडलापेंटा, सोमयाजुलापल्ली, तुपल्ली और मल्लामिदापल्ली पंचायतों में हस्ताक्षर अभियान का नेतृत्व किया।
* मछलीपट्टनम ग्रामीण उत्तर के निर्वाचन क्षेत्र प्रभारी पेरनी कृष्णमूर्ति (किट्टू) ने पेडकराग्रहरम गाँव में अभियान का नेतृत्व किया।
 • अमरापुरम मंडल, मदकासिरा समन्वयक ईरा लक्कप्पा ने निद्रागट्टा गाँव में जन समर्थन जुटाया।
* सुल्लुरुपेटा/नायडुपेटा (तिरुपति जिला), पूर्व विधायक संजीवय्या ने हस्ताक्षर अभियान का नेतृत्व किया।
* नरसीपटनम मंडल, पूर्व विधायक गणेश ने अम्मालपुरम गाँव में अभियान में भाग लिया।
वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने सार्वजनिक चिकित्सा संस्थानों को बचाने, गरीब छात्रों के भविष्य की रक्षा करने और सभी के लिए किफायती स्वास्थ्य सेवा के अधिकार को संरक्षित करने के लिए प्रत्येक नागरिक से इस आंदोलन में शामिल होने का आह्वान किया।