National Library Day: पदमश्री डॉ एसआर रंगनाथन की 130 वीं जयंती की याद में राष्ट्रीय पुस्तकालय दिवस मनाया

National Library Day: पदमश्री डॉ एसआर रंगनाथन की 130 वीं जयंती की याद में राष्ट्रीय पुस्तकालय दिवस मनाया

National Library Day

National Library Day: पदमश्री डॉ एसआर रंगनाथन की 130 वीं जयंती की याद में राष्ट्रीय पुस्तकालय दिवस म

National Library Day: गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज, सेक्टर 32-सी के रीडर्स क्लब, चंडीगढ़ ने पदमश्री डॉ एसआर रंगनाथन(Padmashree Dr. SR Ranganathan) की 130 वीं जयंती की याद में राष्ट्रीय पुस्तकालय दिवस मनाया। समारोह के एक हिस्से के रूप में एक विशेषज्ञ व्याख्यान का आयोजन ‘उच्च शिक्षा संस्थानों में साहित्यिक चोरी की रोकथाम और वर्तमान रुझान’ विषय पर किया।इस कार्यक्रम की मुख्य वक्ता सुश्री भावना वशिष्ठ, एलआईएस प्रोफेशनल, सेंट्रल लाइब्रेरी, दिल्ली विश्वविद्यालय(Delhi University) थीं। डॉ. तरविंदर सिंह हैड, लाइब्रेरी सूचना अधिकारी, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), रोपड एक विशेष अथिति के तौर पर आमंत्रित थे। 

छात्रों और संकाय के सदस्यों लिए एक उत्तरदायी

कॉलेज के प्राचार्य डॉ अजय शर्मा ने छात्रों और संकाय के सदस्यों लिए एक उत्तरदायी और समग्र बौद्धिक वातावरण के निर्माण में पुस्तकालयों(libraries) की भूमिका और योगदान पर जोर देने का स्वागत किया। उन्होंने कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए आयोजक को बधाई दी। उन्होंने सुश्री भावना वशिष्ठ और डॉ. तरविंदर सिंह को उच्च शिक्षा संस्थानों में साहित्यिक चोरी के बारे में जागरूकता बढ़ाने, शैक्षणिक प्रकाशन में नवीनतम रुझानों को उजागर करने और राष्ट्रीय पुस्तकालय दिवस के महत्व को सामने लाने के लिए उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए उनका धन्यवाद दिया। 

प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थानों में काम

डॉ. तरविंदर सिंह , के पास पंजाब के प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थानों में काम करने का 17 से अधिक वर्षों के कार्य का अनुभव है । जिसमें आईआईटी सहित पंजाब के प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थानों में काम शामिल है । उन्होंने स्वतंत्रता के बाद से देश में शिक्षा के विकास के लिए लाइब्रेरियन(Librarian) द्वारा किए गए योगदान के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने पद्मश्री डॉ. एस.आर.रंगनाथन के जीवन से विभिन्न पहलुओं को भी साझा किया। सुश्री भावना वशिष्ठ, जो 26 से अधिक वर्षों का कार्य अनुभव रखती हैं, उन्होंने भी विभिन्न प्रकार की साहित्यिक चोरी के बारे में विस्तार से बात की । उन्होने साहित्यिक चोरी की पहचान और हटाने में उपयोग किए जाने वाले विभिन्न नई प्रौद्योगिकियों और सॉफ्टवेयरों की भी चर्चा की। इस कार्यक्रम में 100 से अधिक छात्रों और संकाय सदस्यों ने भाग लिया था। डॉ.अग्रिम वर्मा ने मंच का संचालन किया ।डॉ गुरप्रीत सिंह, प्रमुख पुस्तकालय, गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज चंडीगढ़, ने धन्यवाद ज्ञापित किया ।