मंत्री ने विजयवाड़ा में राशन दुकानों का निरीक्षण किया लेकिन विपक्ष को संतुष्ट नहीं कर पाए

Minister inspected ration shops in Vijayawada
( अर्थ प्रकाश / बोम्मा रेडड्डी )
*तीन दिनों में 42.14 प्रतिशत लोगों को राशन की आपूर्ति की गई
*बुजुर्गों और दिव्यांगों को घर बैठे राशन उपलब्ध कराया जाएगा
*विपक्ष पार्टियों ने पुरानी व्यवस्था बहाल करने की मांग की
विजयवाड़ा : Minister inspected ration shops in Vijayawada: (आंध्र प्रदेश) मंत्री नादेंदला मनोहर ने कहा कि गठबंधन सरकार ने लोगों से सही वजन के साथ राशन सामग्री उपलब्ध कराने का वादा निभाया है..
मंत्री नादेंदला मनोहर ने आयुक्त सौरभ गौड़ के साथ विजयवाड़ा के विद्याधरपुरम सर्कल में दुकान नंबर 10 और 15 सस्ते गल्ले की दुकानों का औचक निरीक्षण किया...
पहले मंत्री विजयवाड़ा के विद्याधरपुरम में एक बुजुर्ग दंपत्ति के घर गए और उन्हें व्यक्तिगत रूप से राशन सामग्री सौंपी. उन्होंने बुजुर्ग दंपत्ति से कुछ देर बात की.. उन्होंने नई राशन नीति के क्रियान्वयन पर लोगों की राय पूछी. इसी तरह डीलरों द्वारा दिए जाने वाले चावल की गुणवत्ता पर स्थानीय लोगों की राय मांगी.
बाद में मंत्री ने विद्याधरपुरम चेरुवु केंद्र में दो दुकानों का निरीक्षण किया. बाहर डिस्प्ले बोर्ड लगाए गए थे. इंटरनेट सुविधाओं और सर्वर के प्रदर्शन के बारे में जानकारी ली गई। डीलरों द्वारा उपलब्ध कराए गए सामग्री स्टॉक की जांच की गई। इस अवसर पर बोलते हुए मंत्री नदेंदला मनोहर ने कहा कि हम डोर-टू-डोर सेवा के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। लाभार्थियों को हर महीने की 1 तारीख से 15 तारीख तक सुबह और शाम के समय राशन की दुकान से उनके सुविधाजनक समय पर कभी भी राशन उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने कहा कि 1 जून से अब तक तीन दिनों में 62 लाख 14 हजार कार्डधारक परिवारों को राशन का सामान उपलब्ध कराया गया है। इसका मतलब है कि उनमें से लगभग 42.14 प्रतिशत को तीन दिनों में सामान उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने वादा किया है कि 65 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों और विकलांगों को हर महीने की 1 तारीख से 5 तारीख तक उनके घर पर सामान उपलब्ध कराया जाएगा...
विदित हो नांदेड़ ला मनोहर के विजयवाड़ा प्रवास पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और तेलुगु जनता पार्टी ने प्रश्न किया कि दिव्यांगों को और 65 साल से अधिक उम्र वालों को घर पहुंच राशन दे रहे हैं जब ऐसी व्यवस्था है तो आप पुराने व्यवस्था को जगनमोहन रेड्डी की सरकार ने लागू किया था वाहनों द्वारा मजदूरों के घरों के पास राशन वितरण करने की उसे क्यों लागू नहीं करते क्योंकि उसमें मजदूरों का समय बसता है करो में खड़े रहने के बाद भी एक-दो दिन के बाद ही उसे राशन मिलता है अपना रोजी-रोटी कमाने के लिए 400 500 कुली को छोड़कर राशन के लिए लाइन पर लगाया जाता है व्यवस्था बनाया जाता है बिगड़ा नहीं जाता है और वर्तमान गठबंधन सरकार जो पहले व्यास जगनमोहन रेड्डी ने जितने भी काम किया वह प्रशंसनीय थे उन्हीं द्वारा लागू की गई विकासशील नवरत्न आलू जैसी योजनाओं को अन्य राज्यों में नाम परिवर्तन कर भाजपा शासित राज्यों मेंvलागू भी किया गया और इस राज्य में तड़प भाजपा गठबंधन सरकार उसको नष्ट कर रहे हैं तबाह कर रहे हैं और बंद करवा रहे हैं इसके लिए तत्काल अच्छा निर्णय लेना जरूरी है वरना हम आंदोलन होने की चेतावनी भी दिया।