पानी के बिलों में लगे चार्जिस को लेकर स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर किया रोष प्रदर्शन 

पानी के बिलों में लगे चार्जिस को लेकर स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर किया रोष प्रदर्शन 

Local people protested for the charges in water bills

Local people protested by blocking the road due to the charges in water bills

अर्थ प्रकाश :करमजीत परवाना

चंडीगढ़: पानी के बिलों में गारबेज चार्जिज लगने के कारण शुक्रवार को पिपली वाला टाउन के स्थानीय लोगों ने पुलिस स्टेशन व आईटी पार्क जाने वाली  जाने वाली मुख्य सड़क पर जाम लगा कर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान लोगों ने प्रशासन और नगर निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। जाम की सूचना मिलते ही मनीमाजरा थाना प्रभारी जसपाल सिंह और IT Park थाना प्रभारी रोहताश यादव मौके पर पहुंचे। वहीं सूचना मिलते ही पब्लिक हेल्थ के एसडीओ (SDO) और एमओएच (MOH) के इंस्पेक्टर भी पहुंचे। जिसके बाद लोगों को काफी समझाने के बाद लोगों ने रास्ता खोल दिया। हालांकि इस के साथ ही उन्होंने रविवार को मेयर के घर जाने की बात भी कही। 

सड़क को जाम करके किया प्रदर्शन 
यह मामला शुक्रवार दोपहर का है जब पिपली वाला टाउन के स्थानीय लोगों ने पिपली वाला टाउन की मुख्य सड़क पर जाम लगा दिया। इसके बारे में स्थानीय लोगों करुणा, संतोष, प्रीतपाल, भजन सिंह ने बताया कि इस बार पानी के बिलों में गारबेज चार्जिज के नाम पर उनसे वसूली की जा रही है। उन्होंने बताया कि पहले ही आम आदमी महंगाई की मार झेल रहा है। ऐसे में नगर निगम द्वारा इस प्रकार के चार्जेज लगा देने से उनको पर अतिरिक्त मार पड रही है। वहीं सूचना पाते ही मौके नगर निगम के अधिकारी पहुंचे और लोगों को बिल को ठीक करने का आश्वासन देकर जाम को खुलवाया। हालांकि लोगों ने नगर निगम के अधिकारियों के आश्वासन पर जाम तो खोल दिया। परंतु उन्होंने कहा कि अगर शनिवार को उनके बिलों का मामला नहीं सुलझा तो रविवार सुबह मेयर के घर 
पर जाएंगे। 

हेल्थ सुपरवाइजर ने बताया गलतफहमी की वजह 
इस बारे में एमओएच के हेल्थ सुपरवाइजर गुरमीत सिंह राणा ने बताया कि लोगों को गलतफहमी हो गई है। पानी के बिल में लगे गारबेज चार्जिस एक महीने के नहीं ,बल्कि नौ महीने है। नगर निगम द्वारा गारबेज के लिए प्रति महीने 105 रुपये तय किए गए है। इसके  बावजूद हमने लोगों को यह भी आश्वासन दिया है कि अगर किसी के बिल में अधिक चार्जिस लगे है तो उनके बेटों को भी ठीक किया जाएगा और उनसे केवल नगर निगम द्वारा तय चार्जिस ही लिए जाएंगे।