Lathicharge on sarpanches opposing e-tendering

ई-टेंडरिंग का विरोध कर रहे सरपंचों पर लाठीचार्ज, दर्जनों घायल

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Lathicharge on sarpanches opposing e-tendering- ई-टेंडरिंग का विरोध कर रहे हरियाणा के सरपंचों पर बुधवार को पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी। जिसमें हरियाणा के दर्जनों सरपंच घायल हो गए। कई घंटे तक पंचकूला-चंडीगढ़ सीमा पर तनाव का माहौल बना रहा। मुख्यमंत्री के ओएसडी धरना स्थल पर भी पहुंचे लेकिन सरपंचों के दबाव के चलते उन्हें वापस लौटना पड़ा।

हरियाणा के सरपंच कई माह से ई-टेंडरिंग का विरोध कर रहे हैं। सरपंचों द्वारा सरकार को 28 फरवरी तक के लिए चेतावनी दी गई थी। इससे पहले दो बार सरपंचों व सरकार के बीच वार्ता विफल हो चुकी है। सरपंच एसोसिएशन के बैनर तले भारी संख्या में सरपंच पंचकूला के सैक्टर-पांच स्थित शालीमार मैदान में एकत्र हुए। यहां भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी तथा आम आदमी पार्टी हरियाणा के पूर्व अध्यक्ष नवीन जयहिंद ने सरपंचों को समर्थन दिया।

सरपंच एसोसिएशन के अध्यक्ष रणबीर सैमण ने कहा कि नई योजना के साथ सरकार सरपंचों के अधिकारों का हनन कर रही है। सरपंचों के लिए राइट टू री-कॉल लागू करने से पहले विधायकों के लिए इसे लागू किया जाए। पंचकूला में शक्ति प्रदर्शन के बाद सरपंचों ने जब चंडीगढ़ की तरफ कूच किया तो हाउसिंग बोर्ड चौक पर पुलिस ने उन्हें रोक लिया। काफी देर धक्का-मुक्की के बाद मुख्यमंत्री के ओएसडी भूपेश्वर दयाल ज्ञापन लेने के लिए पंचकूला-चंडीगढ़ की सीमा पर पहुंचे। सरपंच एसोसिएशन के 25 सदस्यों के साथ बातचीत में जब कोई समाधान नहीं निकला तो सीएम के ओएसडी के जाते ही सरपंच भडक़ गए और उन्होंने बेरीकेड तोडक़र आगे बढऩे का प्रयास किया। जिसके चलते पुलिस ने पहले पानी की बौछारें की और जब सरपंच नहीं रूके तो लाठीचार्ज शुरू कर दिया।

पुलिस ने सरपंचों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। सरपंचों ने आसपास के घरों में घुसकर जान बचाई। करीब एक घंटे तक पंचकूला-चंडीगढ़ की सीमा पर पुलिस ने सरपंचों पर लाठीचार्ज किया। इस हंगामे के बाद सरपंच फिर से एकत्र हुए और चंडीगढ़ की सीमा पर ही धरना लगाकर बैठ गए। रणबीर सैमण ने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करेगी तब तक संघर्ष जारी रहेगा।