Kedarnath Dham Helicopter: केदारनाथ धाम में हेलीकॉप्टर क्रैश होते बचा; पायलट की सूझबूझ से लैंडिंग हो पाई, पीछे का हिस्सा टूटा

केदारनाथ धाम में हेलीकॉप्टर क्रैश होते बचा; पायलट की सूझबूझ से लैंडिंग हो पाई, इस दौरान पीछे का हिस्सा टूटा, वीडियो आया सामने

Kedarnath Dham Helicopter Video

Kedarnath Dham Helicopter Accident Emergency Landing Video

Kedarnath Dham Helicopter Video: उत्तराखंड में 2 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खोल दिए गए हैं। जिसके बाद से लोग बड़ी संख्या में बाबा केदार के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। लेकिन इस बीच केदारनाथ धाम में एक बड़ा हादसा होने बचा है। आज सुबह यहां एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो जाता। मगर पायलट की सूझबूझ से हेलीकॉप्टर की सुरक्षित लैंडिंग करा ली गई। जिससे हेलीकॉप्टर में सवार सभी लोगों की जान बाल-बाल बच गई। हादसे का वीडियो भी सामने आया है।

लैंडिंग में हेलीकॉप्टर का पीछे का हिस्सा टूटा

दरअसल, यह हेलीकॉप्टर एक एयर एम्बुलेंस के तौर पर इस्तेमाल हो रहा था। हेलीकॉप्टर एम्स ऋषिकेश का बताया जाता है। हेलीकॉप्टर जब केदारनाथ धाम में पहुंचा और हेलीपैड में लैंडिंग की प्रक्रिया शुरू की तो इसी बीच हेलीकॉप्टर में कुछ तकनीकी खराबी आ गई। जिसके चलते हेलीकॉप्टर की लैंडिंग नहीं हो पा रही थी। इस बीच पायलट ने सूझबूझ दिखाई और जैसे-तैसे हेलीकॉप्टर को लैंड करा दिया। हालांकि, हेलीकॉप्टर हेलीपैड पर नहीं उतर सका। वह पहाड़ के एक हिस्से पर जाकर उतरा। जिससे हेलीकॉप्टर का पीछे का हिस्सा भी टूट गया।

वीडियो

हेलीकॉप्टर में मेडिकल स्टाफ था

बताया जा रहा है कि, इस हेलीकॉप्टर (Air-Ambulance) द्वारा मेडिकल स्टाफ को केदारनाथ धाम लाया जा रहा था। ऐसे में हेलीकॉप्टर के इस हादसे में मेडिकल स्टाफ की जान बाल-बाल बच गई। पायलट ने अपने साथ-साथ हेलीकॉप्टर में सवार सभी लोगों की जान बचाई। मालूम रहे कि, केदारनाथ धाम में इससे पहले हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हो चुके हैं। ऐसे में लगातार लोगों की जान खतरे में पड़ रही है।

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दिवाली तक केदारनाथ के दर्शन कर सकेंगे लोग

अब दिवाली तक केदारनाथ के दर्शन के लिए कपाट खुले रहेंगे। ऐसे में शिव भक्त अगले 6 महीने तक दर्शन कर सकते हैं। वहीं जून से अगस्त के बीच मौसम ठीक रहा तो इस बार 25 लाख से ज्यादा लोगों के केदारनाथ धाम पहुंचने का अनुमान है। आपको बता दें कि, केदारनाथ धाम के साथ-साथ गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट भी खुल चुके हैं। 30 अप्रैल (अक्षय तृतीया) से चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है। वहीं बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई की सुबह 6.00 बजे खोले गए हैं।

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केदारनाथ सहित चार धाम यात्रा के लिए पंजीकरण जरूरी

अगर आप केदारनाथ सहित चार धाम यात्रा पर जाना चाहते हैं तो आपको इसके लिए अपना पंजीकरण कराना जरूरी है. आप संबन्धित आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपने आप को पंजीकृत कर सकते हैं। बता दें कि, चार धाम की यात्रा के दौरान आपको हेलीकॉप्टर की सुविधा भी मिलती है। इसके लिए पहले से ही बुकिंग करानी पड़ती है। वहीं चार धाम यात्रा के दौरान मौसम विभाग की बारिश की चेतावनी के मद्देनज़र भी कई एहतियात बरतने होते हैं। कई बार यात्रा रोक भी दी जाती है। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के पहले दिन तक ही हजारों श्रद्धालु पंजीकृत हो चुके हैं।

भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ धाम

भगवान शिव के केदारनाथ धाम की महिमा अद्भुत और अलौकिक है। भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में एक केदारनाथ धाम है। यहां भगवान भोलेनाथ 5वें ज्योतिर्लिंग के रूप में विराजमान हैं। ऐसी मान्यता है कि यहीं पर भगवान शिव ने पांडवों को बैल के रूप में दर्शन दिए थे। केदारनाथ मंदिर का निर्माण पांडव राजा जनमेजय ने करवाया था। वहीं 8वीं और 9वीं सदी में जगतगुरु आदि शंकराचार्य ने इस भव्य मंदिर का जिर्णोद्धार निर्माण कराया था। साल 2013 में बादल फटने की वजह से आई भयानक जल प्रलय से भी केदारनाथ मंदिर को कोई नुकसान नहीं पहुंच सका था।

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