Vaishno Devi Yatra resumed: माता वैष्णो देवी धाम की यात्रा फिर से शुरू; श्राइन बोर्ड ने दी जानकारी, लैंडस्लाइड के चलते रोकी गई थी

माता वैष्णो देवी धाम की यात्रा फिर से शुरू; श्राइन बोर्ड ने दी जानकारी, भीषण लैंडस्लाइड के चलते रोकी गई थी, मारे गए थे कई लोग

Katra Mata Vaishno Devi Dham Yatra resumed latest news

Katra Mata Vaishno Devi Dham Yatra resumed latest news

Vaishno Devi Yatra resumed: माता वैष्णो देवी के भक्तों के लिए अहम खबर आई है। वैष्णो देवी धाम की यात्रा फिर से शुरू होने जा रही है। श्राइन बोर्ड की तरफ से आधिकारिक तौर से यह जानकारी दी गई है। श्राइन बोर्ड ने बताया कि खराब मौसम की स्थिति और मार्ग को दुरुस्त करने के चलते अस्थायी रूप से निलंबित की गई श्री माता वैष्णो देवी की यात्रा 14 सितंबर (रविवार) से अनुकूल मौसम की स्थिति को देखते हुए फिर से शुरू की जाएगी। जिसके बाद भक्त माता वैष्णो देवी की यात्रा का प्लान बना सकते हैं।

भीषण लैंडस्लाइड के चलते रोकी गई थी यात्रा

26 अगस्त को भारी बारिश के बीच माता वैष्णो देवी धाम में भयानक त्रासदी हुई थी। इस दिन अर्धकुंवारी के पास अचानक भीषण लैंडस्लाइड की घटना घट गई। जिसमें पहाड़ टूटने के साथ बड़े-बड़े पत्थर नीचे मार्ग पर आकर गिरे। जिससे मार्ग के टीन शेड और खंभे सब उखड़कर जमींदोज़ हो गए। वहीं इस बीच मार्ग से गुजर रहे यात्री (जो कि सभी श्रद्धालु थे) इस आपदा की चपेट में आए। इस आपदा में 32 लोगों की मौत हो गई थी। कुछ लोगों के लापता होने की सूचना पर तीन से चार दिनों तक रेसक्यू ऑपरेशन चलता रहा।  

वहीं लैंडस्लाइड की इस घटना के बाद ही माता वैष्णो देवी धाम की यात्रा अस्थाई तौर से पूरी तरह बंद कर दी गई थी। बाणगंगा प्रवेश द्वार से किसी भी श्रद्धालु को आगे जाने के लिए प्रवेश नहीं मिल रहा था। श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए वैष्णो देवी यात्रा रोकने का फैसला किया था। वहीं लैंडस्लाइड वाले मार्ग पर मलबे को हटाने काम काम तेजी से किया गया। जानी नुकसान के साथ माली नुकसान भी काफी ज्यादा हुआ। धाम के सभी मार्गों पर लैंडस्लाइड को लेकर जांच भी की गई है।

विकराल थे जम्मू-कश्मीर के हालात

जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में भारी बारिश का दौर कई दिनों तक जारी रहा। जिसके चलते यहां चिनाब, तवी और सतलुज जैसी नदियां अपने पूरे उफान पर आ गईं। नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया था। कई इलाकों में हालात इस कदर बिगड़ रहे थे कि बाढ़ का पानी लोगों के घरों में घुस गया। लैंडस्लाइड और बाढ़ की चपेट में रास्ते बंद पड़ गए। जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे और जम्मू-कटरा हाईवे भी बंद हो गया। वहीं जम्मू के तवी पुल के धंसने के बाद उस पर आवागमन रोक दिया गया था। साथ ही नॉर्दर्न रेलवे ने जम्मू-कश्मीर जाने वाली कई ट्रेनों को रद्द कर दिया था।