फ्लाइट पकड़ रहे शख्स की अचानक मौत; एयरपोर्ट पर एकदम से गिरा और फिर उठा ही नहीं, एक पल में ही थम गया जिंदगी का सफर

A Man Suddenly Died During Caught Flight On Lucknow Airport

A Man Suddenly Died During Caught Flight On Lucknow Airport

Man Sudden Death: देश में अचानक मौत के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। आएदिन कोई न कोई चलते-फिरते इस दुनिया को अलविदा कह दे रहा है। इसी सिलसिले में अब एक और ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के लखनऊ एयरपोर्ट से सामने आया है। जहां फ्लाइट पकड़ने जा रहे एक शख्स की अचानक से मौत हो गई। इस घटना से एयरपोर्ट पर हड़कंप मच गया। शख्स की पहचान कानपुर के रहने वाले अनूप पांडेय के रूप में हुई है। बताया जाता है कि अनूप पांडेय बेंगलुरु में एक बड़ी निजी कंपनी में फाइनेंस एग्जीक्यूटिव थे।

रविवार रात की घटना

जानकारी के अनुसार, यह पूरी घटना रविवार रात की है। जब अनूप पांडेय कानपुर से सफर करके लखनऊ अमौसी एयरपोर्ट पर फ्लाइट पकड़ने पहुंचे थे। इस बीच अनूप जैसे ही फ्लाइट पकड़ने को लेकर काउंटर की ओर बढ़ने लगे तो इस दौरान चलते-चलते अचानक उनकी तबियत बिगड़ी और वह जमीन पर गिर पड़े। गिरने के बाद अनूप धीरे-धीरे बेसुध होते चले गए। देखते ही देखते उनके शरीर में हलचल बंद हो गई। आसपास के लोग फौरन उनके पास दौड़े। वहीं आसपास मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत CPR देकर रिवाइव करने की कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया

काफी कोशिश के बावजूद अनूप के होश में न आने से उन्हें तुरंत इलाज के लिए लोकबंधु अस्पताल ले जाया गया, जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वहीं अनूप की पहचान करते हुए उनकी मौत की सूचना उनके परिजनों को दी गई। जिसके बाद घर परिवार में मातम पसर गया। अनूप के शव को उनके परिवार के पास कानपुर भिजवा दिया गया है। बताया जाता है कि अनूप पांडेय शादीशुदा थे और उनके बच्चे भी हैं और जो बेंगलुरु में ही उनके साथ में रहते थे। माना जा रहा है कि अनूप को साइलेंट हार्ट अटैक आया और जिससे उनकी मौत हो गई।

बहराल देश में इन दिनों एक बेहद दर्दनाक और डरावनी स्थिति बनी हुई है। वो स्थिति है हंसते-खेलते अचानक मर जाने की। मतलब चलते-फिरते लोगों की हार्ट अटैक से अचानक मौत हो जा रही है। पिछले कुछ समय से ये सिलसिला लगातार तेजी से जारी है और एक के बाद एक अब तक कई लोग (अधिकतर युवा) इसी तरह मौत के मुंह में समा चुके हैं। बहराल अब तो डर लग रहा है। पता नही कब जिंदगी अचानक हाथ छुड़ाकर चल दे और मौत दबे पांव आकर अपना शिकंजा कस ले। इस ओर सरकार और जो भी मेडिकल एक्सपर्ट हैं, उन्हें चेतना चाहिए।

 

कोरोना के बाद जिंदगी पर गहराया मौत का साया!

खासकर कोरोना के बाद से जिंदगी बहुत मुश्किल हो गई है। जिंदगी पर मौत का साया गहरा गया है। खासकर खेलने-कूदने वाले लोगों के लिए हाई रिस्क है। युवाओं के बीच अचानक मौत का यह दौर महामारी की तरह पसर रहा है। अब तो यह कहना मुनासिफ़ ही होगा कि कितनी ऐसी मौतों के बाद हम इस मेडिकल इमरजेंसी को स्वीकार करेंगे? फिलहाल लोग सावधानी बरतें और समय-समय पर अपने शरीर का चेकअप कराते रहें। खासकर हार्ट से जुड़ी जांच हर 6 महीने में कराएं।

 

ICMR ने कहा- अचानक मौत का वैक्सीन से संबंध नहीं

ऐसी अचानक मौतों को देखते हुए लोगों के बीच एक बहस और चर्चा कोरोना वैक्सीन को लेकर खूब चल रही थी। पिछले कुछ दिनों से ये अंदेशा जताया जा रहा था कि चलते-फिरते आ रहे हार्ट अटैक और उसकी वजह हो रही मौत का कोविड वैक्सीन से संबंध है। लोग यही मान रहे थे कि इसके पीछे कोरोना वैक्सीन ही वजह है। लेकिन हाल ही में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने रिसर्च करते हुए एक रिपोर्ट जारी की और यह स्पष्ट किया कि अचानक मौतों का कोविड वैक्सीन से कोई सीधा संबंध नहीं है।

मसलन भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने इस गंभीर स्थिति को स्वीकार जरूर किया है लेकिन इसके निदान और असल कारण के तह तक जाना बाकी है। यानि अचानक मौतों को लेकर कोई बचाव उपाय निकालना चाहिए। क्योंकि देश में इन दिनों अचानक मौत को लेकर एक बेहद दर्दनाक और डरावनी स्थिति बनी हुई है। पिछले कुछ समय से ये सिलसिला लगातार तेजी से जारी है और एक के बाद एक अब तक कई लोग (अधिकतर युवा) इसी तरह मौत के मुंह में समा चुके हैं।

 

हार्ट अटैक आने पर कैसे दें CPR?

हार्ट अटैक की स्थिति हम में से किसी के साथ भी घटित हो सकती है। इसलिए अगर आपके सामने ऐसी कोई भी स्थिति आती है तो सबसे पहले मरीज़ को फ़र्श पर लिटा कर उसकी पल्स और धड़कन देखने की कोशिश करें। किसी एक व्यक्ति को फ़ौरन एंबुलेंस को कॉल करने को कहें। अगर नज़दीकी अस्पताल का नंबर है तो उसपर कॉल करें। अगर पल्स नहीं मिल रही तो तुरंत CPR शुरू करें। मरीज़ के आसपास भीड़ ना लगाएँ और CPR तब तक देते रहें जब तक मदद ना आ जाये या मरीज़ की पल्स ना मिलने लगे।

अगर आपको CPR देने की विधि मालूम नहीं है तो आप यहां जान लीजिये। CPR देने की क्रिया में आप मरीज के कन्धों के पास घुटनों के बल बैठ जाएं। इसके बाद अपनी एक हाथ की हथेली को मरीज की छाती के बीच में रखें. दूसरे हाथ की हथेली को पहले हाथ की हथेली के ऊपर रखें। अपनी कोहनी को सीधा रखें और कन्धों को मरीज के छाती के ऊपर सीधाई में रखें।

वहीं अपने ऊपर के शरीर के वजन का इस्तेमाल करते हुए मरीज की छाती को कम से कम 2 इंच (5 सेंटीमीटर) और ज़्यादा से ज़्यादा 2.5 इंच (6 सेंटीमीटर) तक दबाएं और छोड़ें।  एक मिनट में 100 से 120 बार ऐसा करें। अगर आपको फिर भी सीपीआर देना नहीं आ रहा है, तो व्यक्ति के हिलने डुलने तक या मदद आने तक उसकी छाती दबाते रहें। शायद आपका कोई दवाब उसकी साँसों को दोबारा लाने में सफल हो जाये। उसका हार्ट काम करने लग जाये।