जब मोदी अपना रिपोर्ट कार्ड राजनाथ को देने पहुंचे; रक्षा मंत्री ने आज बताई वो बात, बोले- मुझे आभास था बीजेपी लीडरशिप में उनका फ्यूचर है

Rajnath Singh Modi Story on 75th Birthday Political Journey

Rajnath Singh Modi Story on 75th Birthday Political Journey

PM Modi Story: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आज 75वें जन्मदिन पर पूरा देश उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दे रहा है। दुनिया के अन्य तमाम देशों से भी उनके लिए बधाई संदेश आ रहे हैं। वहीं इस बीच पीएम मोदी के जीवन की यात्रा भी खूब चर्चा में है कि कैसे वह संघर्ष से शिखर तक पहुंचे। उन्होंने साधारण परिवार और चाय की दुकान से निकलकर किस तरह से पहले एक प्रदेश और फिर देश की कमान संभाली।

खैर यह सब संभव हो पाया नरेंद्र मोदी के अडिग विश्वास, उनकी बेझिझक मेहनत और अनुशासन प्रिय होने से। पहले संघ और फिर बीजेपी में आकर उन्होंने एक अटूट कार्यकर्ता के रूप में जमीनी स्तर पर मजबूती से काम किया। जिसके चलते वह कम समय में ही बीजेपी लीडरशिप के नजदीक आए। मोदी के विचारों और उनके काम करने के तरीके ने जहां बीजेपी संगठन को मजबूती दी तो वहीं उन्हें लोगों के बीच लोकप्रियता हासिल करा दी। आज नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री हैं और दुनिया उनका लोहा मान रही है।

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जब मोदी अपना रिपोर्ट कार्ड राजनाथ को देने पहुंचे थे

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नरेंद्र मोदी के आज जन्मदिन पर उनके व्यक्तित्व और राजनीतिक करियर के बारे में कुछ खास बातें बताई हैं। राजनाथ सिंह ने बताया कि, ''जब मुरली मनोहर जोशी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे और उस दौरान जब उन्होंने पूरे भारत की यात्रा की तो नरेंद्र मोदी ही उनके संयोजक का कार्यभार संभाल रहे थे। तब उस समय मेरी पहली भेंट उनसे झांसी में हुई थी, जब मैंने वहां मंच पर मुरली मनोहर जोशी के बोलने से पहले उनको सुना। तब उन्होंने 2-4 मिनट बोलकर अपने विचार व्यक्त किए थे।''

राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि, ''मंच पर वह जिस तरह से अपने विचार रख रहे थे, मैंने उस समय अनुभव किया कि किसी विषय को प्रस्तुत करना और उनके बोलने की शैली दोनों बहुत ही प्रभावी थे। उस बीच मेरे मन में यह विचार भी आया कि अगर बीजेपी लीडरशिप में कोई आगे फ्यूचर है तो वो मोदी जी हैं। वहीं जनवरी 2006 से जब मैं बीजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष रहा तो फिर इसके बाद अक्सर उनसे मेरी मुलाक़ात होती रही और मैंने उस समय भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठकों में देखा कि उनके सुझाव बहुत ही उपयोगी और सटीक हुआ करते थे।''

वहीं राजनाथ सिंह ने नरेंद्र मोदी के अनुशासन प्रिय कार्यकर्ता होने की भी बात बताई। उन्होंने बताया कि ''उस दौरान जब इलेक्शन कैंपेन में मोदी जी की ड्यूटी लगाई गई और बाद में कैंपेन जब खत्म हुआ तो वो उनके आवास पर आए और बोले अध्यक्ष जी मैं आपको अपना रिपोर्ट कार्ड देने आया हूं, मैंने कैंपेन का अपना काम पूरा कर दिया है, जो दायित्व आपने मुझे दिया था।'' इससे राजनाथ भी आश्चर्यचकित रह गए थे।

 

टीम के साथ हमेशा जॉली मूड में रहते हैं मोदी जी

राजनाथ ने आगे बताया कि, ''मोदी जी हमेशा अपनी टीम के साथ जॉली मूड में ही रहते हैं। बाहर से देखकर लोगों को भले ही लगता होगा कि मोदी जी पर इतना वर्क लोड है, वो तनाव में रहते होंगे। ऐसा बिलकुल भी नहीं है। उनको मैंने कभी इस रूप में नहीं देखा।वो एक से एक किस्से और कहानियां आज भी सुनाते रहते हैं। जिन्हें सुन आनंद की अनुभूति होती है।''

राजनाथ ने आगे कहा कि, ''जब मोदी जी पीएम नहीं बने थे और उन्हें इलेक्शन कमेटी का चेयरमैन घोषित किया गया था तो उस दौरान उन्होंने संगठन के काम में अहम भूमिका निभाई, उस दौरान 17 से 18 राज्यों में मेरा और मोदी जी का साथ दौरा रहा। उनके साथ दौरे कर मैंने देखा मोदी जी के सुझाव इलेक्शन कैम्पेन को सफल और प्रभावी बनाने वाले थे।''

मोदी जी में समाज को समझने की ललक

राजनाथ ने आगे बताया कि, ''मुझे बाद में यह पता चला कि मोदी जी ने कई विदेश यात्राएं पहले ही की हुईं हैं। गुजरात सीएम बनने से संगठन की ज़िम्मेदारी संभालने के दौरान ही वह विदेश यात्राएं कर चुके थे। उनमें समाज को समझने की ललक है और सिर्फ देश के ही नहीं बल्कि विदेश के समाज को भी। मुझे लगता है कि ये चीज उनके अंदर से बचपन से ही रही है।''

मोदी जी पर दैवीय कृपा

राजनाथ ने कहा कि, ''मैंने चैलेंजेस से घबराते और डरते मोदी जी को कभी नहीं देखा। मुझे लगता है कि उनके ऊपर कोई दैवीय कृपा है। बिना ईश्वर की कृपा से ये क्षमता ऐसे नहीं आती। वो काल्पनिक क्षमता के भी अद्भुत धनी हैं और संवेदनशील भी उतने ही हैं। कोई घटना होती है तो आज भी उनकी आंखों में आंसू आ जाते हैं। उनमें परिश्रम करने की भी अथक क्षमता है। ये सब बिना दैवीय कृपा और ईश्वर कृपा के नहीं हो सकता है। मुझे लगता है कि उन्हें परमात्मा ने कुछ सोचकर ही धरती पर भेजा है।''