मलाणा में 16 मकान जलकर हुए राख

मलाणा में 16 मकान जलकर हुए राख

मलाणा में 16 मकान जलकर हुए राख

मलाणा में 16 मकान जलकर हुए राख

अर्थप्रकाश। तारा चंद थरमाणी
कुल्लू,27 अक्टूबर।

विश्व के सबसे प्राचीन लोकतंत्र के लिए प्रसिद्ध मलाणा गांव में आगज़नी की घटना से
मकान पूरी तरह से जलकर राख हो गए हैं। जबकि इस अग्निकांड में 38 परिवारों
के 150 लोग प्रभावित हुए हैं। जिससे लगभग 9 करोड से अधिक का नुकसान होने
का आकलन किया गया है।
जानकारी देते हुए उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने बताया कि बीती रात लगभग एक बजे
कुल्लू के ऐतिहासिक गांव मलाणा के धाराबेहड़ में पहले एक मकान में अचानक
आग लगने की जानकारी मिली। लेकिन देखते ही देखते आग साथ लगते अन्य मकानों
में फैल गई। बताया कि आगाजनी की इस घटना में 16 मकान जलकर राख हो गए और
150 लोग प्रभावित हुए हैं। बताया कि शुरूआती आकलन में इस अग्निकांड में
लगभग नौ करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। गर्ग ने बताया कि आगजनी की सूचना
मिलते ही तुरंत अग्निशमन विभाग व पुलिस बलों को घटना स्थल के लिए रवाना
किया गया। चूंकि मलाणा गांव के लिए लगभग एक घंटे का पैदल रास्ता है। इसके
बावजूद फायर उपकरण व अन्य राहत सामग्री को स्पैन के माध्यम से प्रातः
पौने चार बजे तक गांव में पहुंचाया गया। अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों
ने जलस्त्रोत से पानी एकत्र करके इसे पाइपों के माध्यम से घटनास्थल पर
उपयोग में लाकर पूरी तरह से आग पर काबू पा लिया।
हालांकि स्थानीय लोगों ने आग बुझाने का बहुत प्रयास किया, लेकिन सभी मकान
लकड़ी के बने थे और रिहायशी मकानों के समीप ही पशुचारा इत्यादि का भी
भण्डारण किया गया था। जिसके चलते अधिक नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि जिस
घर से आग शुरू हुई उसमें कोई व्यक्ति भी मौजूद नहीं था। उपायुक्त ने
बताया कि राहत व बचाव कार्यों का जायजा लेने के लिय वह स्वयं पुलिस
अधीक्षक गुरदेव शर्मा, एसडीएम विकास शुक्ला व राजस्व अधिकारियों के साथ
सुबह मलाणा गांव पहुंचे। उन्होंने कहा कि प्रभावित परिवारों को फौरी राहत
प्रदान की जा रही है। इसके साथ ही जल्द पुनर्वास के लिये लिये भी कार्य योजना
बनाई जायेगी। ताकि लोगों को मकान बनाने में परेशानी न हो।