Cancer Institute in Agroha: अग्रोहा में कैंसर संस्थान बनाने की राह में सरकार बन रही रोड़ा: अशोक बुवानीवाला

Cancer Institute in Agroha: अग्रोहा में कैंसर संस्थान बनाने की राह में सरकार बन रही रोड़ा: अशोक बुवानीवाला

Cancer Institute in Agroha

Cancer Institute in Agroha

-समाज के लोग दान के पैसे से बनाना चाह रहे हैं यह कैंसर संस्थान
-हरियाणा, पंजाब, राजस्थान के लोगों को मिल सकती है बेहतर चिकित्सा

करनाल, 04 नवम्बर, 2022: Cancer Institute in Agroha: दान से देश-प्रदेश में बड़ी धर्मशालाएं बनी हैं। शिक्षण संस्थान और अस्पताल बने हैं। दान देने वालों की देश में कोई कमी नहीं है। दान के पैसे ही से ही महाराजा अग्रसेन जी की नगरी अग्रोहा में बड़ा कैंसर संस्थान बनाने के लिए जब समाज के मौजिज लोगों ने कदम बढ़ाया तो सरकार ने उसमें रोड़े अटका दिए। सरकार की ओर से यह संस्थान बनाने की अनुमति नहीं दी गई। यह बात अग्रवाल वैश्य समाज के प्रदेश अध्यक्ष एवं महाराजा अग्रसेन मेडिकल कालेज के सदस्य अशोक बुवानीवाला ने करनाल क्लब में पत्रकार वार्ता में कही। 

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किस कारण से बाधा बन रही

उन्होंने कहा कि सरकार इस कार्य में आखिर किस कारण से बाधा बन रही है, इस पर स्थिति स्पष्ट करे। अग्रवाल समाज की ओर से इस कैंसर संस्थान को बनाने में 120 करोड़ रुपये खर्च किए जाने थे। श्री बुवानीवाला ने कहा कि महाराजा अग्रसेन मेडिकल कालेज अग्रोहा में समता पुरुषोत्तम अग्रवाल कैंसर अस्पताल एंड रिसर्च संस्थान बनाने के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा गया था। सरकार से इस पुनीत कार्य के लिए अनुमति मांगी गई थी। अग्रोहा में बड़ा मेडिकल संस्थान बनने से ना केवल अग्रोहा, हिसार बल्कि हरियाणा के कई अन्य जिलों, राजस्थान और पंजाब के लोगों के लिए भी सहूलियत होती। पंजाब में कैंसर ने पांव पसार रखे हैं। कैंसर एक आम बीमारी की तरह से होता जा रहा है। ऐसे में अच्छे और अधिक कैंसर संस्थान भी समय की मांग हैं। अशोक बुवानीवाला ने कहा कि महाराजा अग्रसेन मेडिकल सोसायटी के सदस्य कृष्ण कुमार अग्रवाल गोरखपुरिया ने भी इस विषय पर सरकार की कार्यप्रणाली को सही नहीं ठहराया। उन्होंने कहा कि इस कैंसर संस्थान को बनाने में मुंबई के मुधुसूदन अग्रवाल व उनके परिवार ने इच्छा जाहिर की। जब इस विषय पर कदम बढ़ाया गया था, तब इस कैंसर संस्थान को बनाने के लिए उन्होंने 60 करोड़ रुपये खर्च करने के लिए कहा गया था। मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और प्रदेश के उच्च अधिकारियों ने शायद इस विषय को गंभीरता से नहीं लिया और यह ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। सरकार की ओर से जवाब दिया जाता रहा कि सरकार के पास फंड नहीं है, जबकि सरकार को हर बार यही बताया गया कि सरकार का इसमें एक भी पैसा खर्च नहीं होगा। कैंसर संस्थान बनाने पर 60 करोड़ रुपये के बजट को बढ़ाकर 120 करोड़ रुपये कर दिया। इतनी बड़ी रकम निजी कोष से खर्च करके हरियाणा को इतनी बड़ी सौगात देने के लिए ममता मधुसूदन अग्रवाल फाउंडेशन तैयार है, लेकिन सरकार कदम पीछे हटा रही है। 

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घोर नाराजगी जताई

प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने कहा कि मधुसूदन अग्रवाल की ओर से इस विषय पर घोर नाराजगी जताई गई है। उन्हें समझ नहीं आ रहा कि सरकार आखिर प्रदेश में लगने जा रहे इतने बड़े प्रोजेक्ट को धरातल पर क्यों नहीं आने देना चाह रही। अशोक बुवानीवाला ने कहा कि एक तरफ तो सरकार कंपनियों के सीएसआर फंड से स्कूल, मेडिकल के क्षेत्र में खर्च कराने की बात करती है। कोरोना महामारी में भी गुरुग्राम जैसे महानगर में सीएसआर फंड से चिकित्सा सेवाएं जुटाई गई। अस्थायी कोविड सेंटर बनवाए गए। उन पर करोड़ों रुपये खर्च हुए। लेकिन अग्रोहा में स्थायी कैंसर संस्थान के मुद्दे पर सरकार की उदासीनता ने हरियाणा समेत तीन राज्यों के उन मरीजों, परिवारों के साथ नाइंसाफी की है, जो किसी न किसी रूप में कैंसर जैसी बीमारी से ग्रस्त हैं। श्री बुवानीवाला ने कहा कि महाराजा अग्रसेन के शोधपीठ के लिए भी निराशाजनक रवैया है। रेवाड़ी जिला स्थित मीरपुर यूनिवर्सिटी में शोधपीठ की घोषणा तो कर दी, लेकिन फंड जारी नहीं किया। इससे महाराजा अग्रसेन पर शोध करने वाले शोधार्थी आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं।