आखिरकार ध्यान आया कि पार्षदों से मीटिंग है जरूरी

आखिरकार ध्यान आया कि पार्षदों से मीटिंग है जरूरी

Meeting with the Councilors is Necessary

Meeting with the Councilors is Necessary

वार्ड 19 से 27 के पार्षदों के साथ 17 अक्तूबर की बजाये 14 अक्तूबर को तय की गई मीटिंग
आठ बार रद्द हो चुकी है इन पार्षदों के साथ जून से लेकर अब तक मीटिंग

चंडीगढ़, 12 अक्तूबर (साजन शर्मा)
Meeting with the Councilors is Necessary:
आखिरकार आठ बार मीटिंग रद्द होने के बाद चंडीगढ़ प्रशासन के अफसरों को होश आया कि शहर के विकास के लिए पार्षदों के साथ मीटिंग करना भी जरूरी है। नगर निगम के एजेंडा ब्रांच के सेक्रेटरी की ओर से बुधवार को एक पत्र जारी किया गया है जिसमें वार्ड नंबर 19 से 27 तक के पार्षदों के साथ 14 अक्तूबर को मीटिंग करने का जिक्र है। जारी लैटर में कहा गया है कि प्रशासक के सलाहकार अन्य सीनियर अफसरों के साथ इन पार्षदों से 14 अक्तूबर को सुबह 11 बजे यूटी सेक्रेट्रिएट के कान्फ्रेंस हाल में मुलाकात करेंगे और उनकी समस्याएं सुनेंगे। महत्वपूर्ण बात यह है कि पहले आठ बार मीटिंग रद्द करने वाले प्रशासन ने इस मर्तबा मीटिंग प्री-पोन कर दी है। पहले यह मीटिंग करने के लिए 17 अक्तूबर सुबह 11 बजे का वक्त मुकर्रर किया गया था।
प्रशासन ने बीते दिनों एक कवायद शुरू की थी जिसमें विभिन्न वार्डों के पार्षदों को मिलने की प्रक्रिया शुरू की गई थी ताकि उनकी समस्याओं व उनके वार्ड में रुके या चल रहे विकास कार्यों पर एक फीडबैक मिल सके। यह प्रक्रिया फिलहाल जून के महीने से पूरी तरह ठप पड़ी थी।

ये पार्षद रहेंगे मीटिंग में मौजूद

मीटिंग में वार्ड नंबर 19 की पार्षद नेहा, वार्ड 20 के पार्षद गुरचरणजीत सिंह, वार्ड 21 के पार्षद जसबीर सिंह, वार्ड 22 की पार्षद अंजू कत्याल, वार्ड 23 की पार्षद प्रेमलता, वार्ड 24 के पार्षद जसबीर सिंह, वार्ड 25 के पार्षद योगेश ढींगरा, वार्ड 26 के पार्षद कुलदीप कुमार, वार्ड 27 के पार्षद गुरबख्श रावत को मिलने का समय मिला है।

जून से बंद पड़ी थी मीटिंग

पार्षद मीटिंग न होने के चलते ठगा सा महसूस कर रहे थे और दबी जुबान में कह रहे थे कि प्रशासनिक अधिकारियों के सामने उनकी कोई सुनवाई नहीं है। सबसे पहले पार्षदों को मीटिंग के लिए 30 जून 2022 को लैटर भेजा गया। यह मीटिंग नहीं हो पाई और दोबारा 4 जुलाई 2022 को दूसरा लैटर जारी हुआ लेकिन इसका मीटिंग मसौदा भी सिरे नहीं चढ़ा और 12 जुलाई 2022 को तीसरा लैटर जारी हुआ। इस तारीख को भी मीटिंग नहीं हो पाई और 27 जुलाई 2022 को चौथा लैटर जारी हुआ लेकिन अफसोस इस दिन भी मीटिंग रद्द हो गई। 23 अगस्त 2022 को पांचवां लैटर मीटिंग के लिए जारी हुआ लेकिन इस दिन भी बात नहीं बनी तो 5 सितंबर 2022 को छठा लैटर जारी हुआ। यहां भी अफसर मिलने के मूड में नहीं थे तो सातवां लैटर अब 21 सितंबर 2022 को मीटिंग का जारी हुआ लेकिन तब भी मीटिंग नहीं हुई। प्रशासन की ओर से 6 अक्टूबर 2022 को प्रस्तावित वार्ड 19 से 27 के पार्षदों की बैठक करने का मन बनाया था लेकिन यह भी नहीं हो पाई। इसके बाद जो तारीख जारी की गई वह 17 अक्तूबर 2022 रखी गई लेकिन अब इसे प्री-पोन कर 14 अक्तूबर कर दिया गया है। यानि प्रशासन मीटिंग करने को लेकर संजीदा हुआ है। असल में बीते दिनों वीवीआईपी की विजिट के चलते भी प्रशासन के अधिकारी तैयारियों में बिजी रहे। एयर शो को लेकर तैयारियों और राष्ट्रपति की विजिट ने भी उन्हें व्यस्त रखा। इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह की विजिट भी रही जिसकी तैयारियों में अधिकारी लगे रहे। पार्षदों की इस पर दलील थी कि अफसरों को अगर मालूम है कि वह मीटिंग नहीं कर सकते और उनका एजेंडा बिजी है तो मीटिंग रखी क्यों जाती है? पार्षदों का कहना है कि शहर में विकास कार्यों को लेकर शायद प्रशासन के अधिकारियों में कोई गंभीरता नहीं है। औपचारिकता के तौर पर मीटिंग की जा रही है।