फिल्म आदिपुरुष हिन्दू सनातन संस्कृति का भद्दा मजाक : बीपी अरोड़ा

फिल्म आदिपुरुष हिन्दू सनातन संस्कृति का भद्दा मजाक : बीपी अरोड़ा

Adipurush Controversy

Adipurush Controversy

चण्डीगढ़: Adipurush Controversy: हिंदू पर्व महासभा, चण्डीगढ़ की बैठक संस्था के अध्यक्ष बीपी अरोड़ा की अध्यक्षता में श्री सनातन धर्म मंदिर सेक्टर 37 सी चंडीगढ़ में संपन्न हुई जिसमें चण्डीगढ़ के सभी मंदिरो के प्रधान, सचिव और पदाधिकारी शामिल हुए। बीपी अरोड़ा ने आरोप लगाया कि फिल्म आदिपुरुष में भगवान श्री राम, माता सीता, रावण, हनुमान जी और श्री लक्ष्मण के स्वरूप को बहुत गलत तरीके से दर्शाया गया है जोकि सनातन संस्कृति एवं हिंदू धर्म का एक भद्दा मजाक है। फिल्म के अंदर जिस तरह भगवान श्री राम, माता सीता, रावण, हनुमान जी व श्री लक्ष्मण के स्वरूपों को फिल्माया गया है, वह रामायण व अन्य संबंधित धर्म शास्त्रों के अनुरूप नहीं है। फिल्म निर्देशक ओम राऊत ने फिल्म में वैदिक सनातन हिंदू समाज के भावनाओं पर हमला किया है और इनकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। सभी ने एक स्वर में फिल्म के प्रदर्शन को तुरंत बैन करने की मांग उठाई।

कमलेश चंद्र सूरी महासचिव, हिंदू पर्व महासभा ने फिल्म सेंसर बोर्ड को लेकर सवाल करते हुए आरोप लगाया कि फिल्म सेंसर बोर्ड अपने कर्तव्यों का पालन नहीं कर रहा व बड़े गैर जिम्मेदाराना तरीके से काम कर रहा है और सरकार को उसे दुरुस्त कर देना चाहिए। 

बैठक में उपस्थित सभी मंदिरों के प्रधान, सचिव, कार्यकारणी सदस्यों ने  फिल्म आदिपुरुष की कड़ी आलोचना की व सर्वसम्मति से फिल्म के प्रदर्शन का पुरजोर विरोध करते हुए इसे बैन करने की मांग की।
 इस बैठक में हिंदू  पर्व महासभा के सभी सदस्य रमेश मल्होत्रा मुख्य संरक्षक, एलसी बजाज ,कर्नल धर्मवीर, रामधन अग्रवाल ,अजय कौशिक,वाई के सरना ,अरुणेश अग्रवाल,जे एल गुप्ता, मोहनलाल गौड,लक्ष्मी नारायण सिंगला,एल सी बजाज, पदम राय, सुभाष गोयल, राजेंद्र गुप्ता,अनुज कुमार सहगल,  प्रेम शमी, पंकज गुप्ता व सभी मंदिरों के पदाधिकारी उपस्थित थे

यह पढ़ें:

केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ में एमपासपोर्ट पुलिस ऐप और पुलिस सेवाओं का डिजिटलीकरण लॉन्च

श्री जगत प्रकाश नड्डा एवं पंजाब एवं हरियाणा के राज्यापालों ने श्री सत्य पाल जैन को जन्मदिवस पर सम्मानित किया

चंडीगढ़ पुलिस के लिए गर्व का पल; कांस्टेबल बना लाइजन ऑफिसर, लेकिन पहले चुनौतियों से जूझना पड़ा