Pakistan Earthquake: पाकिस्तान में भूकंप के तेज झटके; धरती हिलने से कांप उठा पाक, रिक्टर स्केल पर कितनी मापी गई तीव्रता

पाकिस्तान में भूकंप के तेज झटके; धरती हिलने से कांप उठा पाक, लोगों में मची दहशत, रिक्टर स्केल पर कितनी मापी गई तीव्रता, जानिए

Pakistan Earthquake

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Pakistan Earthquake: एक तरफ जहां भारतीय सेना ने पाकिस्तान को धमाकों से दहला दिया है तो वहीं अब भूकंप के झटकों से पाकिस्तान हिल गया है। सोमवार दोपहर पाकिस्तान में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए। जिसके चलते लोगों में दहशत मच गई। लोग अपने घरों से बाहर निकलकर भागते हुए देखे गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता कितनी रही है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने इस बारे में जानकारी दी है।

राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने बताया कि, पाकिस्तान में सोमवार दोपहर 1 बजकर 26 मिनट के आसपास भूकंप के झटके लगे। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.6 दर्ज की गई है। जमीन के अंदर इसकी गहराई 10 किलोमीटर थी। वहीं भूकंप का केंद्र पश्चिम पाकिस्तान में था। बता दें कि, पाकिस्तान में दो दिनों के भीतर दूसरी बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। इससे पहले शनिवार 10 मई को भी पाकिस्तान में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।

पाकिस्तान में आए इस भूकंप की तीव्रता 4.0 बताई गई थी। वहीं इस भूकंप का केंद्र पश्चिम पाकिस्तान में क्वेटा के पास 10 किलोमीटर की गहराई पर था। जबकि इससे पहले पिछले सप्ताह भी सोमवार को पाकिस्तान में 4.2 तीव्रता का भूकंप आया था। पाकिस्तान की धरती भूकंप से लगातार हिल रही है।

किस तीव्रता के भूकंप में कितना नुकसान?

2 से 2.9 की तीव्रता का भूकंप आने पर धरती में हल्का कंपन होता है। 3 से 3.9 की तीव्रता का भूकंप आने पर धरती हिलने से हल्के झटके महसूस होते हैं। वहीं 4 से 4.9 की तीव्रता के भूकंप में तेज झटके महसूस किए जाते हैं। इस भूकंप में खिड़कियां टूट सकतीं हैं. दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं। वहीं 5 से 5.9 की तीव्रता वाले भूकंप में घर का सामान तेजी से हिलता हुए दिखता है। तेज झटके महसूस होते हैं।

वहीं 6 से 6.9 तक के भूकंप में इमारतें हिलती हैं, नींव में दरार आ जाती है। इसके अलावा 7 से 7.9 तक के भूकंप में इमारतें गिर जाती हैं, पानी के पाइप फट जाते हैं। 8 से 8.9 के भूकंप में पल भर में इमारतें गिरती हैं और जमीन फटने लगती है, दीवारें फटती हैं। 9 या इससे ज्यादा की तीव्रता वाले भूकंप आने पर धरती लहर जाती है।

क्यों आता है भूकंप?

बताया जाता है कि, धरती की अंदरूनी संरचना में टैक्‍टोनिक प्लेट्स (सरल भाषा में चट्टानें) मौजूद हैं। ये प्लेट्स लगातार हलचल करती रहती हैं। इस बीच जब यह इधर से उधर खिसकती हैं, टकराती हैं या टूटती हैं तो फिर तेज एनर्जी निकलती है और इससे धरती में कंपन पैदा होता है और इसे ही भूकंप कहते हैं। यानि धरती ऊपर से जितनी शांत है उतनी इसकी अंदरूनी सतह में हलचल चल रही है।

भूकंप आने पर क्या करें?

भूकंप आने के दौरान अगर आप घर या फ्लैट में हैं तो कोशिश करें कि खुली जगह पर आ जाएं। खासकर फ्लैट में मौजूद लोग जल्द से जल्द बाहर जरूर निकलें। क्योंकि फ्लैट की इमारतें काफी ऊंची होती हैं। ऐसे में इनके गिरने का खतरा ज्यादा रहता है। वहीं भूकंप के चलते यदि आप बाहर खुली जगह पर आते हैं तो यहां भी आप यह सुनिक्षित करें कि आप किसी बिल्डिंग, पेड़ और बिजली के तारों या खम्भों के नजदीक तो नहीं है। इनसे दूरी बनाकर रखें। आप बिलकुल खाली जमीन को तलाश कर वहां पहुंच जाएं।