हरियाणा की गौशालाओं में लंपी स्किन का खतरा मंडराया

हरियाणा की गौशालाओं में लंपी स्किन का खतरा मंडराया

हरियाणा की गौशालाओं में लंपी स्किन का खतरा मंडराया

हरियाणा की गौशालाओं में लंपी स्किन का खतरा मंडराया

624 गौशालाओं में हैं 4 लाख 75 हजार गौवंश 

आयोग के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष ने की सीएम से मुलाकात 

चंडीगढ़, 23 अगस्त। हरियाणा में जहां एक तरफ लंपी स्किन तेजी से बढ़ रहा है वहीं अब प्रदेश की गौशालाओं पर भी इसका खतरा मंडरा गया है। लंपी बीमारी से बचाव को लेकर गौसेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण गर्ग और वाइस चेयरमैन पूरन यादव ने मंगलवार को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिले और इस बीमारी से पशुओं को बचाने पर चर्चा की। गौसेवा आयोग के चेयरमैन और वाइस चेयरमैन को मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि प्रदेश में पशुओं में लंपी त्वचा रोग के प्रसार को रोकने के लिए सरकार हर जरूरी कदम उठा रही है।

पूरन यादव के अनुसार हरियाणा में 624 गौशालायें हैं जिनमें 4 लाख 75 हजार गौवंश हैं। लंपी की यह बीमारी सबसे ज्यादा गौवंश में पाई जा रही है। गौसेवा आयोग के वाइस चेयरमैन पूरन यादव ने बताया कि लंपी स्किन डिजीज एक वायरल बीमारी है। इस बीमारी को लेकर गौसेवा आयोग भी गंभीर है और गायों में इस तरह की बीमारी न फैले इसके लिए सरकार के दिशा निर्देश पर सभी जरूरी कदम उठाये जा रहे हैं। पूरन यादव ने बताया कि मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक में गौशालाओं को स्वावलंबी बनाने, गौसंवर्धन व अन्य विषयों को लेकर भी 15 मिनट तक चर्चा हुई। 

उन्होंने बताया कि 3 लाख टीके आ चुके हैं और गौशालाओं में टीकाकरण हो गया है और अभी डेढ़ लाख के करीब गोट पॉक्स के टीके आने बाकी हैं। पूरन यादव के अनुसार गौशालाओं की बाउंड्र से दो किलोमीटर दायरे में भी टीकाकरण होगा ताकि आस-पास के पशु बीमारी की चपेट में आने से बच सके। पूरन यादव ने बताया कि मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि पूरे हरियाणा में मवेशियों का टीकाकरण किया जायेगा।