Crores dues of lease line of cable companies

Chandigarh : केबल कंपनियों की लीज लाइन के करोड़ों रुपये बकाया, एमसी की सख्ती के बाद कंपनियों ने भरपाई के प्रयास किये तेज

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Crores dues of lease line of cable companies

अर्थ प्रकाश/वीरेंद्र सिंह

Crores dues of lease line of cable companies: चंडीगढ़। नगर निगम चंडीगढ़ (Municipal Corporation Chandigarh) का मोबाइल कंपनियों पर लीज (Lease on mobile companies) लाइन का करोड़ों रुपया बकाया है। नगर निगम की सख्ती के बावजूद उक्त कंपनियां पैसे नहीं जमा करवा रही हैं। इस मामले पर विगत 22 दिसंबर 2022 की सदन की मासिक बैठक में भी यह मामला काफी जोर-शोर से उठाया गया था। नगर निगम (Municipal Corporation ) की तरफ से बताया गया है कि अंडरग्राउंड केबल व इंटरनेट नेटवर्क का काफी बकाया है। यह भी पता चला है कि नगर निगम का भी शहर में लीज लाइन का लगभग 16 करोड़ रुपये बकाया है। इस बात पर निगम सदन की मासिक बैठक में भी केबल आपरेटर्स द्वारा शहर में लगाई गई केबल तारों को हटाने को लेकर जबरदस्त हंगामा हुआ था। बिना पैसे जमा करवाये नगर निगम ऐसे सभी आपरेटरों की केबल काटने का काम करेगा। सदन की मासिक बैठक के दौरान भाजपा, आम आदमी पार्टी ने स्कूली बच्चों की पढ़ाई का काम निपट जाने के बाद इस कार्रवाई को अंजाम देने की अपील की थी। किंतु कांग्रेस की तरफ से इसका विरोध हुआ था। उसका कहना था कि निगमायुक्त की तरफ से संबंधित केबल आपरेटरों को पहले ही नोटिस जारी किये जा चुके थे। किंतु उनकी तरफ से इस मामले पर किसी प्रकार की प्रतिक्रिया या प्रत्युत्तर नहीं आया था। 
 

कंपनियाें ने केबल लाइनों के लिए गहरे-गहरे गड्ढे खोद डाले / Companies dig deep pits for cable lines

सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही थी कि उक्त संबंधित कंपनियां केबल लाइनों के लिए गहरे-गहरे गड्ढे खोद डाले थे, और केबल लगाने के बावजूद उन गड्ढों को भरा नहीं गया। इसके कारण रात के अंधेरे में खासकर जब बारिश का पानी भरा हो तो उनमें दुपहिया एवं चार पहिया वाहन दुर्घटनाग्रस्त (Vehicle Accident) होने लगे। घर के सामने यदि संबंधित घर का बच्चा गिर जाए तो बहुत बड़ी दुर्घटना का अंदेशा रहता था। इसी बात को लेकर पूरे शहर में लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया था। इसका असर सीधे या परोक्ष रूप से संबंधित वार्ड के पार्षदों को भी भुगतना पड़ता था। इसीलिए उन्होंने नगर निगम की हाउस मीटिंग में अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। 
 

सभी दलों ने लगाई थी गुहार / All parties appealed
 

फिर भाजपा (BJP) और आप सहित सभी पार्टियों के पार्षदों ने स्कूली बच्चों के पेपरों तक निगम द्वारा संभावित सख्ती को रोकने की गुहार लगाई थी, जिसे निगम कमिश्नर ने मान लिया  था। आम आदमी पार्टी ने निगम द्वारा सभी कंपनियों की केबल व इंटरनेट कनेक्शन काटने पर रोष व्यक्त किया था कि परीक्षा के दिनों में शहर मेें निगम द्वारा सभी अनधिकृत तारें व केबल काट देने के कारण चंडीगढ़ के विद्यार्थियों के लिए नई मुसीबत पैदा हो गई। वैसे भी इंटरनेट अधिकारियों की गलतियों की सजा आम लोग क्यों भुगतें। 

एमसी की सख्ती का असर / Effect of strictness of MC

नगर निगम (Municipal Corporation) की सख्ती के बाद केबल कंपनियों ने अपने खोदे हुए गड्ढों को भरना शुरू कर दिया है। इसके अलावा अपने बकाया पैसों के भुगतान के लिए प्रयास करने लगे हैं। उम्मीद है कि इस सख्ती के कारण कुछ हफ्तों के बीच ही इनकी लीज लाइन के पैसे भी आने शुरू हो जायेंगे। विगत दिनों एमसी की बैठक में भी निगमायुक्त अनिंदिता मित्रा ने इन पर सख्ती करने का संकेत दे दिया था। 

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