शिकायतकर्ता की मांग खेमका कार्यकाल में हुई सभी भर्तियों की हो जांच

शिकायतकर्ता की मांग खेमका कार्यकाल में हुई सभी भर्तियों की हो जांच

शिकायतकर्ता की मांग खेमका कार्यकाल में हुई सभी भर्तियों की हो जांच

शिकायतकर्ता की मांग खेमका कार्यकाल में हुई सभी भर्तियों की हो जांच

चंडीगढ़। भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे आईएएस अशोक खेमका के खिलाफ शिकायत करने वाले व्यक्ति ने कहा है कि अशोक खेमका भर्ती घोटाले की अगर निषपक्ष जांच नहीं की तो वह अदालत की शरण में जाएंगे। खेमका के कार्यकाल में केवल दो नहीं 25 कर्मचारियों की भर्तियों को लेकर घोटाला हुआ है।
हरियाणा वेयर हाउसिंग कारपोरेशन के एमडी और करनाल के मंडलायुक्त संजीव वर्मा ने अशोक खेमका के खिलाफ मामला दर्ज करने की सिफारिश की है। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करने की बजाए कानूनी राय मांगते हुए प्रदेश सरकार से निर्देश मांग लिए हैं। प्रदेश सरकार की तरफ से अभी कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
जिसके चलते रविवार को मीडिया से बातचीत में शिकायतकर्ता रविंदर कुमार ने कहा कि खेमका पर आरोप है कि वर्ष 2010 में हरियाणा वेयर हाउसिंग कारपोरेशन के एमडी पद पर रहते हुए प्रथम श्रेणी के दो अधिकारियों की गलत ढंग से पैसे लेकर नियुक्तियां की गईं। यह दोनों अधिकारी मैनेजर रैंक के हैं।
रविंदर कुमार ने कहा कि सच्चाई यह है कि यह दो भर्तियों की गड़बड़ी का मामला नहीं है बल्कि 25 कर्मचारियों की भर्ती में फर्जीवाड़ा हुआ है। 
उन्होंने कहा कि अशोक खेमका ने दस्तावेजों के अभाव के बावजूद कर्मचारियों को नियुक्तियां दी हैं। उन्होंने खेमका पर कई तरह के गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि दस साल बाद यह केस अब खुला है। इससे पहले खेमका अपने रसूख के चलते मामले को दबाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि खेमका खुद का भ्रष्टाचार व अपनी खामियां छिपाने के लिए विभागों में तैनात होकर ध्यान भटकाते रहे हैं। रविंदर कुमार ने कहा कि अगर जल्द ही उनके खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया गया तो वह अदालत की शरण में जाएंगे।