Coimbatore Range DIG Vijay Kumar Suicide| तमिलनाडु में DIG विजय कुमार ने आत्महत्या की| कोयंबटूर के DIG ने खुद को गोली मारी| Coimbatore DIG Shot Himslef

DIG ने खुद का 'खून' किया; पुलिस महकमे में हड़कंप, आत्महत्या से पहले गनमैन से रिवॉल्‍वर मांगी

Coimbatore Range DIG Vijay Kumar Suicide

Coimbatore Range DIG Vijay Kumar Suicide

Coimbatore Range DIG Vijay Kumar Suicide: तमिलनाडु पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। यहां कोयंबटूर रेंज के DIG ने आत्महत्या कर अपनी जिंदगी खत्म कर ली है। डीआईजी का नाम विजय कुमार था। बताया जा रहा है कि, डीआईजी विजय कुमार ने सर्विस रिवॉल्‍वर से खुद को गोली मार ली। विजय कुमार अपने आवास पर ही मौजूद थे।

जानकारी मिल रही है कि, आत्महत्या से पहले विजय कुमार ने अपने गनमैन से कहा था कि वह उन्हें रिवॉल्‍वर सौंप दे। जब गनमैन ने रिवॉल्‍वर सौंपी तो इसके कुछ देर बाद गोली चलने की आवाज आई। जिसके बाद जब पास जाकर देखा गया तो डीआईजी विजय कुमार खून से लथपथ पड़े हुए थे और रिवॉल्‍वर उनके पास ही पड़ी थी। आनन-फानन में विजय कुमार को अस्‍पताल ले जाया गया। जहां डॉक्‍टरों ने मृत घोषित कर दिया।

फिलहाल, पुलिस ने डीआईजी विजय कुमार का शव को पोस्‍टमार्टम के लिए भेज दिया है और छानबीन में जुट गई है। बतादें कि, घटना की सूचना मिलने के बाद तमिलनाडु पुलिस के आलाधिकारी सन्न हैं। सूचना मिलते ही पुलिस के तमाम आलाधिकारी मौके पर पहुंचे थे। पुलिस आलाधिकारियों की निगरानी में ही घटना में आगे की कार्रवाई की जा रही है।

डीआईजी विजय कुमार के इस कदम से उनका परिवार भी हैरान है। पूरे परिवार में मातम पसरा हुआ है। परिवार के लोगों का रो-रो कर बुरा हाल है। हालांकि अभी तक यह पता नहीं चला है कि आईपीएस विजय कुमार ने आत्महत्या क्यों की? पुलिस इसकी छानबीन में जुट गई है।

Coimbatore Range DIG Vijay Kumar Suicide
Coimbatore Range DIG Vijay Kumar Suicide

 

2009 बैच के आईपीएस अफसर थे विजय कुमार

बताया जाता है कि, विजय कुमार 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी थे। वह कांचीपुर, कुड्डालोर, नागपट्टिम और तिरुवरूर जिले में बतौर पुलिस अधीक्षक काम कर चुके थे। विजय कुमार इसी साल कोयंबटूर रेंज के डीआईजी के रूप में नियुक्त हुए थे। इससे पहले वह चेन्नई में पुलिस उपायुक्त के पद पर तैनात थे।

लोग बोले- हम असली जीवन से दूर हो गए हैं

डीआईजी विजय कुमार की घटना सुन लोगों का कहना है कि, ज़िंदगी का कुछ भरोसा नही. आप IAS हो या IPS अगर आपको सुकून नहीं तो कहीं कुछ भी होने का फ़ायदा नही। दौलत-शोहरत, पद-प्रतिष्ठा और उन्नति में हम कहीं न कहीं खुद को छोड़ दे रहे हैं। जिसका हश्र कुछ ऐसा हो रहा है।

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