हरियाणा में सीएम सैनी ने शुरु की ‘मुख्यमंत्री विश्वकर्मा सम्मान योजना’, कारीगरों को बड़ी सौगात
- By Gaurav --
- Thursday, 18 Sep, 2025

In Haryana, CM Saini launched the 'Chief Minister Vishwakarma Samman Yojana
CM Saini launched the 'Chief Minister Vishwakarma Samman Yojana: भगवान श्री विश्वकर्मा जयंती के पावन अवसर और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस पर हरियाणा में कारीगरों और शिल्पकारों को बड़ी सौगात मिली। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मुख्यमंत्री विश्वकर्मा सम्मान योजना की शुरुआत की। इस योजना के अंतर्गत हरियाणा के उन कारीगरों को 5 हजार रुपये का टॉप अप प्रोत्साहन दिया जाएगा, जो प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में कौशल प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं।
मुख्यमंत्री बुधवार को रोहतक में श्री विश्वकर्मा जयंती एवं श्रमिक दिवस समारोह पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। समारोह में पूर्व मंत्री श्री मनीष ग्रोवर सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
नायब सिंह सैनी ने कहा कि यह शुभ संयोग है कि आज दिव्य शिल्पी भगवान श्री विश्वकर्मा जी की जयंती है। 21वीं शताब्दी के नए भारत के शिल्पी प्रधानमंत्रीनरेंद्र मोदी का जन्मदिन भी है। उन्होंने हरियाणा की पौने 3 करोड़ जनता की ओर से भगवान विश्वकर्मा को नमन किया प्रधानमंत्री को जन्म दिन की बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने विश्वकर्मा शिक्षा समिति, रोहतक को 31 लाख रुपये देने की घोषणा की। साथ ही, उन्होंने कहा कि विश्वकर्मा समाज द्वारा आवेदन करने पर हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के नियमानुसार प्लॉट आवंटित किया जाएगा। इसके अलावा, मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना के तहत प्रदेश में 4200 बेटियों की शादी के लिए 22 करोड़ रुपये की राशि 30 सितंबर तक जारी कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना के तहत जल्द पंजीकरण शुरू होगा और जल्द ही बहनों को 2100 रुपये प्रति माह का लाभ दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने दिव्य शिल्पी, भगवान विश्वकर्मा जी को नमन करते हुए कहा कि यह दिन उन सभी मेहनती, ईमानदार और कर्मठ श्रमिकों के प्रति सम्मान प्रकट करने का है, जो अपनी मेहनत से देश के विकास की गाथा लिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि भगवान श्री विश्वकर्मा जी ने कर्म कौशल के माध्यम से मेहनत करने की प्रेरणा दी थी। उन्हीं की प्रेरणा से प्राचीन काल से लेकर आज तक उनके लाखों साधनों के श्रम और कौशल की बदौलत हमारा विकास हुआ है।
हरियाणा में अब तक पीएम विश्वकर्मा योजना में 41,366 आवेदक पंजीकृत, 30,655 कारीगरों ने पूरा किया कौशल प्रशिक्षण
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज चुनौतियां भी हैं, औज़ार महंगे हैं, डिजाइन बदलते हैं, बाजार तक पहुंचना मुश्किल है और क्रेडिट की ज़रूरत रहती है। इन्हीं तथ्यों को समझते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने ‘प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना’ चलाई है। इस योजना में कारीगरों को कौशल प्रशिक्षण दिया जाता है, प्रशिक्षण के दौरान 500 रुपये प्रतिदिन स्टाइफंड दिया जाता है और टूल किट भी दी जाती है। कारोबार के लिए मामूली ब्याज दर पर ऋण भी दिया जाता है। यही नहीं, उत्पादों के सत्यापन, ब्रांडिंग, प्रचार के लिए मदद की जाती है। ई-कॉमर्स तथा जैम पोर्टल पर भी पहुंच दी जाती है ताकि कारीगर अपने उत्पाद देश-विदेश में कहीं भी बेच सकें।
उन्होंने कहा कि इस योजना को हरियाणा में लागू कर रहे हैं। प्रदेश में 41,366 आवेदक पंजीकृत हुए हैं। इनमें से 30,655 कारीगरों का कौशल प्रशिक्षण पूरा हो चुका है और लगभग 12 हजार कारीगरों को टूल किट भी दी जा चुकी है। इसके अलावा, 6 हजार कारीगरों को 56 करोड़ रुपये के ऋण दिये जा चुके हैं। प्रदेश सरकार ने जिला पलवल के दुधोला में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना की है। यह विश्वविद्यालय पूरे देश के लिए कौशल शिक्षा का एक अनुपम मॉडल बनकर उभरा है।
मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि हम संकल्प लें कि कारीगरों का सम्मान करेंगे। उन्हें सशक्त करेंगे और उन्हें समृद्ध करेंगे। ‘वोकल फॉर लोकल’ को जीवन का व्यवहार बनाएंगे।
प्रदर्शनी का किया अवलोकन
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भगवान श्री विश्वकर्मा जयंती समारोह स्थल पर सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की ओर से लगाई गई प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के जीवन वृतांत को केंद्रित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रदर्शनी में श्री नरेन्द्र मोदी की जनसेवा को समर्पित योजनाओं के साथ ही प्रदर्शनी के माध्यम से उनकी कुशल कार्यशैली को प्रदर्शित किया गया। विभाग के महानिदेशक श्री के. मकरंद पांडुरंग ने प्रदर्शनी के बारे में विस्तार से जानकारी सांझा की।
शिल्पकारों का हुआ सम्मान
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने टेराकोटा श्रेणी में फरीदाबाद निवासी महेंद्र कुमार को प्रथम पुरस्कार के रूप में 3 लाख रुपये, लकड़ी व बांस शिल्प श्रेणी में कुरुक्षेत्र निवासी दीपक को 3 लाख रुपये, धातु में रेवाड़ी के शिव कुमार को 3 लाख रुपये, हथकरघा में पानीपत के खेमराज को 3 लाख रुपये, वहीं चित्रकला क्षेत्र में रेवाड़ी के सुरेंद्र कुमार को द्वितीय पुरस्कार के रूप में 51 हजार रुपये व टेराकोटा में फरीदाबाद के केदार को 51 हजार रुपये के सम्मान से नवाजा।