चंडीगढ़ में दशहरा दहन से पहले ही रावण को फूंक डाला; देर रात आग में जलता दिखा लंकेश दशानन का पुतला, बाल-बाल बचे मेघनाद-कुंभकरण

Chandigarh Sector 30 Ravan Effigy Fire Before Dussehra Dahan Video

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Chandigarh Ravan Effigy Fire: दशहरा उत्सव से पहले चंडीगढ़ में बुधवार देर रात एक अजब घटना हो गई। शहर के सेक्टर 30 स्थित ग्राउंड में दशहरा दहन से पहले ही रावण का पुतला आग में जल उठा। जिससे आयोजकों और वहां आसपास लोगों में हड़कंप मच गया। रावण के पुतले में आग इस कदर लगी थी कि जब तक आग पर काबू पाया जाता, रावण का पुतला पूरी तरफ से जल चुका था। क्योंकि पुतले में पटाखे भरे जा चुके थे। इसलिए आग काफी तेजी से फैली और कुछ ही मिनटों में रावण को स्वाहा कर दिया।

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बाल-बाल बचे मेघनाद और कुंभकरण

बता दें कि, सेक्टर 30 स्थित ग्राउंड में बुधवार शाम ही रावण के साथ मेघनाद और कुंभकरण के पुतले भी खड़े किए गए थे। तीनों पुतलों में कोई बहुत ज्यादा दूरी नहीं थी। रावण में जब आग लगी तो मेघनाद और कुंभकरण बाल-बाल बचे। अगर आग थोड़ी सी भी और ज्यादा फ़ैल जाती तो यह आग मेघनाद और कुंभकरण के तैयार पुतलों को भी चपेट में ले सकती थी। फिलहाल आग लगने से रावण के पुतले का जो नुकसान हो गया है। उसे लेकर अब आयोजक परेशान हैं। समझ नहीं पा रहे कि आज दशहरे पर रावण का दहन कैसे होगा।

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किसने लगाई रावण के पुतले में आग?

दशहरा दहन से पहले रावण के पुतले को किसने फूंक दिया, ये एक बड़ा सवाल है। किसी हादसे से इतर यह माना जा रहा है कि, कुछ शरारती तत्वों ने यह हरकत की और वह रावण के पुतले में आग लगा मौके से फरार हो गए। क्योंकि रावण में अपने आप आग लगने का कोई सवाल पैदा नहीं होता है। फिलहाल जिन लोगों ने भी आग लगाने की यह घटना की, उन्हें शर्म आनी चाहिए। जानबूझकर या मस्तीखोरी में उन्हें इस घटना को अंजाम देने से पहले आयोजकों की मेहनत और दशहरा पर्व के महत्व को समझना चाहिए था।

आयोजकों ने पुलिस को शिकायत दी

बताया जा रहा है कि, इस घटना को लेकर आयोजकों ने पुलिस को शिकायत दी है और पुलिस ने भी मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस बीच पुलिस सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। लोगों का कहना है कि, पुलिस की लापरवाही के चलते ही शरारती तत्व रावण के पुतले में आग लगाने में कामयाब रहे। ज्ञात रहे कि, रावण, मेघनाद और कुंभकरण के पुतलों को दशहरे से पहले ही आग लगाने का प्रयास किया जाता है। चंडीगढ़ पुलिस की तरफ से दी गई सुरक्षा के बावजूद यह सब हो जाता है।  

सेक्टर 46 दशहरा ग्राउंड में भी लगाई थी आग

दशहरा पर्व से पूर्व चंडीगढ़ में पुतले में आग लगाने की यह घटना कोई पहली बार नहीं है। इससे पहले 2022 में ऐसी ही घटना सेक्टर 46 स्थित दशहरा ग्राउंड में हुई थी। जहां दहन के लिए खड़े किये गए रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतलों में से मेघनाद के पुतले में अचानक आग लग गई थी। इसके बाद पता चला था कि, शरारती तत्वों ने यह हरकत की और मेघनाद के पुतले में आग लगाने का काम किया। बहराल लोगों को यह धूर्त काम करने से बचना चाहिए।

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