साइबर क्राइम पुलिस ने दो अलग अलग मामलो में शेयर बाजार निवेश घोटाले के दो आरोपी को किया काबू

Cyber ​​Crime Police Arrested Two Accused

Cyber ​​Crime Police Arrested Two Accused

रंजीत शम्मी चंडीगढ़। Cyber ​​Crime Police Arrested Two Accused: यूटी पुलिस का अहम थाना माने जाने वाले साइबर क्राइम पुलिस ने दो अलग अलग मामलो में शेयर बाजार निवेश घोटाले के दो आरोपियो को गिरफ्तार किया है।पकड़े गए आरोपी की पहचान जयपुर राजस्थान के रहने वाले 33 वर्षीय मुकेश कुमार गुजर के रूप में हुई है।और ललित सैनी के रूप में हुई है जानकारी के अनुसार पुलिस को गुप्त सूचना और टेक्निकल तकनीक के जरिए सूचना मिली थी कि शेयर बाजार निवेश घोटाले के आरोपी एरिया में सक्रिय है। मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएसपी साइबर ए वेंकटेश की सुपरविजन में थाना साइबर क्राइम की इंचार्ज इंस्पेक्टर इरम रिजवी की टीम ने आरोपियो को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने तुंरत उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

क्या था मामला

जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता चंडीगढ़ निवासी अशोक कुमार ने पुलिस को बताया था कि एक महिला का फोन आया था। जिसने उसे सलाह दी कि यदि वह आई.बी.के.आर. (इंटरेक्टिव ब्रोकर) नामक कंपनी में ऑनलाइन ट्रेडिंग करता है, तो वह बहुत अधिक लाभ कमा सकता है। और उसने उसे कंपनी के क्लाइंट मैनेजर से बात करने के लिए भी कहा।  जब उन्होंने बात की तो उन्होंने उन्हें अपने व्हाट्सएप पर एक लिंक भेजा।जिस पर क्लिक करने पर उनके मोबाइल में आईबीकेआर का एक एप्लीकेशन डाउनलोड हो गया और एक शख्स राजीव ने उन्हें आईबीकेआर एप्लीकेशन के माध्यम से स्टॉक खरीदने और बेचने के बारे में प्रशिक्षण भी दिया। जब एक अन्य शख्स ने उनसे अपने पैसे वापस लेने के लिए कहा तो जालसाज ने उन्हें अपने व्हाट्सएप ग्रुप और 
आईबीकेआर एप्लीकेशन से हटा दिया। उन्होंने शेयर बाजार में निवेश के नाम पर 56 लाख रुपये ठग लिए। जिसकी शिकायत पुलिस को दी गई थी। पुलिस ने मामले में कारवाई करते हुए अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

आरोपी की भूमिका - आरोपी मुकेश कुमार गूजर ने राजस्थान मरुधरा ग्रामीण में अपना बैंक खाता खोला और अपने खाते की किट किसी अन्य व्यक्ति को दे दी। खाता चालू होने के बाद उसने इसका उपयोग साइबर धोखाधड़ी के माध्यम से प्राप्त 36 लाख रुपये की ठगी की। राशि प्राप्त करने के लिए किया। बाद में अन्य खातों में आरटीजीएस. और आईएमपीईएस. किया।


निवेश साइबर धोखाधड़ी को रोकने के लिए सुझाव: 1. अज्ञात कॉल पर भरोसा न करें- स्टॉक निवेशक होने का दावा करने वाले और उच्च रिटर्न मूल्य दिखाने वाले कॉल करने वालों पर कभी विश्वास न करें। 
2. सोशल मीडिया का उपयोग करते समय कभी भी अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें। 
3. संदिग्ध गतिविधि की तुरंत रिपोर्ट करें- साइबर अपराध हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें या www.cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें। 
4. व्यक्तिगत जानकारी के साथ सतर्क रहें- ऑनलाइन या कॉल पर किसी अनजान व्यक्ति के साथ बैंक खाते का विवरण, ओटीपी या पहचान दस्तावेज साझा न करें।

Cyber ​​Crime Police Arrested Two Accused

2.

केस नबर दो।
थाना साइबर सैल पुलिस ने एकं और अन्य शेयर बाजार निवेश घोटाले मामले में आरोपी को गिरफ्तार किया है।पकड़े गए आरोपी की पहचान जयपुर राजस्थान के रहने वाले 23 वर्षीय ललित सैनी के रूप में हुई है।

आरोपी की भूमिका - आरोपी ललित सैनी ने एक बैंक में अपना बैंक खाता खोला और अपना खाता किट किसी अन्य व्यक्ति को दे दिया। खाता चालू होने के बाद, उसने इसका उपयोग साइबर धोखाधड़ी के माध्यम से प्राप्त 02 लाख रुपये की ठगी की राशि प्राप्त करने के लिए किया। बाद में अन्य खातों में ईआरटीजीएस और आईएमपीईएस किए।

क्या था मामला

जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता चंडीगढ़ निवासी विनोद ने पुलिस को बताया था कि जीरोधा ट्रेडिंग नामक एक समूह ने उससे 10,50000/- की ठगी की। उसने फेसबुक पर जीरोधा नाम से शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के लिए देखा। उसने जब उसे खोला और सीधे व्हाट्सएप जीरोधा-वीआईपी.कॉम नामक एक समूह में शामिल हो गया।  उसने जालसाज द्वारा उपलब्ध कराए गए अलग-अलग खातों में तीन बार पैसा निवेश किया। 3 अक्टूबर 2024 को उसने 10,000/- रुपये की निकासी के लिए अनुरोध भेजा।राशि उसके बचत खाते में जमा हो गई। लेकिन उसकी कुल राशि फ्रीज हो गई।और घोटालेबाज ने उसे दूसरे खाते में और पैसे जमा करने के लिए कहा। फिर उसने दिए गए खाते के विवरण में और पैसे जमा किए। फिर उसने ट्रेडिंग खाते से निकासी का अनुरोध भेजा।उन्होंने निकासी से इनकार कर दिया। उन्होंने शेयर बाजार में निवेश के नाम पर 10,50,000/- रुपये ठग लिए।