एपी महिला आयोग ने मानव तस्करी संबंधी टिप्पणी पर पवन कल्याण को नोटिस दिया

एपी महिला आयोग ने मानव तस्करी संबंधी टिप्पणी पर पवन कल्याण को नोटिस दिया

AP Women's Commission

AP Women's Commission

(अर्थप्रकाश/बोम्मा रेडड्डी)

 अमरावती :: AP Women's Commission: (आंध्र प्रदेश) आंध्र प्रदेश राज्य महिला आयोग ने रविवार को एलुरु में एक सार्वजनिक बैठक में वार्ड स्वयंसेवकों के खिलाफ जनसेना पार्टी नेता पवन कल्याण द्वारा की गई विवादास्पद टिप्पणी पर स्वत: संज्ञान लिया।

आंध्र प्रदेश महिला आयोग (अध्यक्ष/अधिवक्ता) वाशीरेड्डी पदमा ने वार्ड स्वयंसेवकों के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी के लिए जनसेना पार्टी अध्यक्ष पवन कल्याण को नोटिस दिया है और उनसे 10 दिनों के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा है।  आयोग ने कहा कि एक अभिनेता से नेता बने अभिनेता ने एकल महिलाओं के गौरव को ठेस पहुंचाई है और उन्हें अपने बयान के समर्थन में सबूत देना चाहिए पवन कल्याण ने अपने बयान में कहा कि केंद्र गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ पुलिसविभाग का नाम लेते हुएगुप्तचर रिपोर्ट मिली है कीआंध्र प्रदेश से से (29000)उन्नतिश महिलाएं लापता हैजिनमें सेकुछ महिलाओं की वापसी हुई हैशेष महिला हैं अदृश्य हैयह उक्त रिपोर्ट मुझे खुफिया विभाग के अधिकारी ने बताया कहाऔर उसे विषय को लेकर वॉलिंटियरों को आड़े हाथ लेते हुए उनकी आलोचना की आलोचना इतनी भयंकर थीकी जिसको लेकर पूरे आंध्र प्रदेश मेंसंपूर्ण महिला सड़क पर आकरलगभग सैकड़ो गांव में पवन कल्याण के पुतला फोक गए रास्ता रोका गया और पवन कल्याण के फोटो बैनर सब फाड़ दिया गया जिससे एक बयान देने से आंध्र प्रदेश में शांति भंग हो गई पक्नकल्याण कोयहां तक चेतावनी दे दी कि अगर मर्द है तो सड़क में आकर हमें जवाब दे वरना जूता खाएं तक कह दियास्थिति को देखते हुए महिला आयोग को तत्काल साकेत में आकर नोटिस जारी करना पड़ाइस विषय पर आंध्र प्रदेश के पुलिस डीजीपी ने भीखंडन किया कि कोई पुख्ता केंद्र सरकार के वरिष्ठ खुफिया अधिकारी इस तरह की गलत जानकारीकिसी व्यक्ति को और नेता को क्यों देगा   सरकार को दे सकता  इस तरह के गलत बयानों से शांति भंग के कारक भी बनते हैं 

 जिसकी पर्दाफाश होना चाहिए इस तरह के राजनीति के फायदे के लिएकिसी भी सरकार के पुलिस विभाग को बदनाम करना ठीक नहीं है कहा बयान से शांति भंग होने की भी खतरा बनी रहती है कहा आंध्र प्रदेश में महिला स्वयं सेवकोंसंस्थाएं

 राज्य महिला आयोग की प्रमुख वासिरेड्डी पद्मा ने कहा कि कई पीड़ित वार्ड स्वयंसेवकों और महिला संगठनों ने पवन कल्याण की विवादास्पद टिप्पणियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के लिए आयोग से संपर्क किया है।  उन्होंने कहा कि आयोग ने जन सेना नेता को नोटिस दिया है और उनसे राज्य में मानव तस्करी के खिलाफ सबूत पेश करने को कहा है।

 पद्मा ने आगे कहा कि जनसेना प्रमुख को भविष्य में ऐसी टिप्पणी करने से बचना चाहिए।  उन्होंने पवन कल्याण से सबूत पेश करने के लिए कहा, क्योंकि उन्होंने दावा किया था कि नई दिल्ली में केंद्रीय खुफिया अधिकारियों ने उन्हें बताया था कि राज्य में बड़े पैमाने पर मानव तस्करी हो रही है और राज्य की महिलाएं और लड़कियां स्वयंसेवी प्रणाली के माध्यम से खतरे में हैं।  उन्होंने कहा कि कुछ ताकतें स्वयंसेवी प्रणाली की छवि खराब करने की कोशिश कर रही हैं।

यह पढ़ें:

सीएम वाईएस जगन ने एपी में 3 ओबेरॉय होटलों की आधारशिला रखी

वाईएस जगनरेड्डी ने पुलिवेंदुला में खेल अकादमी का उद्घाटन किया

आंध्र प्रदेश में जल्द चुनाव से इनकार किया सज्जाला ने।